PM मोदी

चुनावी समर में PM मोदी की बूस्‍टर डोज: ‘योगी सरकार के काम’ गिनाए तो सपा की ‘गुंडई’ और अखिलेश की ‘कारगुजारियों’ को भी याद कराया

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उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में बीजेपी के प्रचार अभियान को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली बूस्टर डोज मिल गई है। पीएम ने जन चौपाल कार्यक्रम के जरिए पश्चिमी यूपी के शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, सहारनपुर और गौतमबुद्ध नगर के मतदाताओं का मन मोहने की कोशिश की। मोदी ने अपने भाषण उन हर हथकंडों का इस्तेमाल किया जिनसे चुनावों में बीजेपी की मजबूती और विरोधियों की हार सुनिश्चित हो सके।
पीएम ने बीजेपी के ‘सर्वसमावेशी विचारों’ और ‘योगी सरकार के काम’ गिनाए तो समाजवादी पार्टी की ‘गुंडई’ और अखिलेश यादव की पिछली सरकार की ‘कारगुजारियों’ को भी याद कराया। प्रधानमंत्री ने अपने लंबे-चौड़े भाषण में पहली बार के वोटरों से लेकर महिलाओं तक और गरीब से लेकर किसानों तक… हर वर्ग को समझाया कि कैसे बीजेपी की सरकार की उनका कल्याण कर सकती है।
योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में ही पांच साल पहले अपने पश्चिमी यूपी के दौरे की बात से की। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पांच साल पहले चुनाव के समय पश्चिमी यूपी में आया था तो आपसे कहा था कि यूपी के विकास के लिए हम कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। इन पांच वर्षों में योगी जी के नेतृत्व में, यूपी सरकार ने पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से, आपकी सेवा करने का, यूपी के विकास का प्रयास किया है।’
मोदी ने किसानों को भी मनाया
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर चले आंदोलन में भाग लेने वाले पश्चिमी यूपी के किसानों को मनाने के प्रयास में मोदी ने केंद्र में अपनी और यूपी में योगी सरकार के किसान हितैषी कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा, ‘2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में एमएसपी पर की गई है। हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली सरकारी मदद में लूट बंद हो, बेइमानी बंद हो,यूपी के छोटे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधी मदद मिले। आज पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खातों में मिले हैं। इसका लाभ छोटे किसानों को हुआ है।’
पीएम ने किसानों की बीजेपी से संभावित नाराजगी को खत्म करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘छोटे किसानों का धन हमारे पशुधन से भी बढ़ता है, इसके लिए सरकार ने कामधेनु आयोग बनाया है। डेयरी सेक्टर के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए आज हजारों करोड़ रुपये निवेश किए जा रहे हैं। सरकार ने एक बहुत बड़ा अभियान चलाकर लाखों पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से भी जोड़ा है। अब समय आ गया है कि हमें छोटे किसानों की ज्यादा चिंता करने की जरूरत है। ये काम हमने शुरू कर दिया है, छोटे किसान ही हमारे ग्रामीण जीवन को बदलेंगे, छोटे किसान ही हमारी किसानी की अवस्था को बदलने में मेरी बहुत बड़ी ताकत हैं।’
पीएम ने अखिलेश पर युवाओं से पूछा सवाल
प्रधानमंत्री एक तरफ उपलब्धियां गिनाकर बीजेपी, केंद्र और यूपी की सरकारों का बखान कर रहे थे तो दूसरी तरफ अखिलेश को दकियानूसी बताकर जमकर लताड़ भी रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जो लोग सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट, उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं?’
हर हाल में सत्ता पाने को उतावले नकली समाजवादी
मोदी ने बीजेपी और सपा के बीच के कई बड़े अंतर गिनाए। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ भाजपा है जिसके पास विकास का स्पष्ट विजन है, साफ सुथरा, ईमानदार और असरदार नेतृत्व है। वहीं दूसरी तरफ अहंकार से भरे, समाज को तोड़ने वाले किसी भी कीमत पर सत्ता पाने का सपना देख रहे हैं। ये हैं कौन, ये वही नकली समाजवादी हैं। विजन के नाम पर इनके पास सिर्फ विरोध है, गुस्सा है, आक्रोश है।’
महामारी का हवाला दे सरकार का गुनगान
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सरकर की विशेष योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों का दर्द अच्छे से महसूस करती है। पीएम ने कहा, ‘गरीबों की सरकार की प्राथमिकता क्या है, ये दुनिया में आए 100 साल में सबसे बड़ा संकट से पता लगा है। इतनी बड़ी महामारी आई, उस समय गरीबों के लिए जीने वाली सरकार कैसे काम करती है, ये आज देश अनुभव कर रहा है। पीएम गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत देश के एक-एक नागरिक का ध्यान रखा गया है। भारत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत एक-एक गरीब परिवार का ध्यान रख रहा है। उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ नागरिकों को डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां 5 साल पहले राशन की दुकानों से गरीबों का राशन चोरी हो जाता था।’
…वो क्या जाने पीर पराई
पीएम ने कहा, ‘जिन्होंने गरीब की तकलीफ ने कभी महसूस की, न कभी देखी, हमेशा जमीन से कटे रहे, वो न गरीब को समझ सकते हैं, न उनका भला कर सकते हैं। गरीबों की भाजपा सरकार ने कैसे काम किया है उसका उदाहरण गरीबों के पक्के घर हैं। पिछली सरकार जहां पूरे यूपी में कुछ हजार घर ही बना पाई थी, वहीं योगी जी की सरकार ने पिछले 5 साल में 33 लाख घर बनाकर गरीबों को दिए हैं। इसमें भी सबसे बड़ी बात ये कि इनमें ज्यादातर घर माताओं-बहनों के नाम हैं।’
चूंकि पीएम पश्चिमी यूपी के मतदाताओं से मुखातिब थे, इसलिए उन्होंने क्षेत्र विशेष में आवास परियोजना का विस्तार से जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत शहर में भी कुल मिलाकर 800 घर ही पिछली सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में बनवाए थे। योगी जी की सरकार ने इन तीन शहरों में 33 हजार से ज्यादा गरीबों को घर बनवाकर दिए हैं। सहारनपुर शहर में भी पहले वाली सरकार ने सिर्फ 221 घर गरीबों के लिए बनवाए थे। योगी जी की सरकार ने इन्हीं पांच सालों में 18 हजार से ज्यादा घर बनाकर सहारनपुर के गरीबों को दिए हैं।’
पीएम का सवाल, दंगों में उत्सव मनाना कैसा समाजवाद
प्रधानमंत्री ने 2012 के मुजफ्फरनगर दंगे की याद दिलाकर बताया कि एक तरफ दंगे हो रहे थे तो दूसरी तरफ कैसे अखिलेश सरकार मैनपुरी में नाचे-गाने करवा रही थी। उन्होंने कहा, ‘पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी। 5 साल पहले- गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-जमीन-दुकान पर अवैध कब्जा, समाजवाद का प्रतीक था। लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी।’
अखिलेश सरकार में गुंडा राज का दावा
पीएम ने दावा किया कि अखिलेश सरकार तो गुंडई के लिए ही मशहूर हुई। उन्होंने कहा, ‘कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी? 5 साल पहले- दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था। 5 साल पहले- व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे। अपहरण, फिरौती और रंगदारी ने मध्यम वर्ग और व्यापारियों को तबाह करके रख दिया था। 5 साल में योगी सरकार उत्तर प्रदेश को इन हालात से बाहर निकाल कर लाई है।’
अखिलेश की नीयत में खोट का आरोप
मोदी ने कहा कि अखिलेश सरकार में अराजकता को बोलबाला यूं ही नहीं था, बल्कि सरकार की नीयत में ही खोट थी। उन्होंने कहा, ‘यूपी के लोग तो पहले की सरकार में रहने वालों की बदनीयत को अच्छी तरह जानते हैं। इन लोगों ने भ्रष्टाचार और रियल एस्टेट माफिया का ऐसा गठबंधन कराया कि एनसीआर के हजारों फ्लैट खरीदारों के जीवन भर की पूंजी लुट गई। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे मध्यम वर्ग के लोगों को उठाना पड़ा। डबल इंजन की सरकार ने इस माफिया को खत्म करने के लिए रेरा कानून लागू किया है, इससे आज लोगों को अपना घर मिलने में आसानी हुई है।’
डबल इंजन की सरकार सपने पूरा करती है: मोदी
प्रधानमंत्री ने योगी आदित्यनाथ को जनता के हितों का सजग प्रहरी बताया और अखिलेश को जनता के सुख-दुख से अनजान स्वार्थी नेता। उन्होंने कहा, ‘जो सोता है, उसे सपने आते हैं। जो जागता है, वो संकल्प लेता है। योगी जी जागने वाले, जगाए रखने वाले नेता है। इसलिए संकल्प करने वाले नेता है। यही फर्क यूपी के लोग आज अच्छे से देख और समझ रहे हैं। 2017 से पहले जो सरकार थी, वो कागजों पर आधी-अधूरी परियोजनाएं बनाने और उनके शिलान्यास में माहिर थी। अस्पताल हों, सड़कें हों, एक्सप्रेव वे हों, ये लोग सालों-साल परियोजनाओं को खींचते थे ताकि उनकी कमाई होती रहे। वो लोग सिर्फ सपने दिखाते थे, डबल इंजन की सरकार सपने पूरे करती है।’
महिला और युवा का आह्वान
प्रधानमंत्री ने महिलाओं को भी याद दिलाया कि कैसे उनकी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को बहनों-बेटियों को तीन तलाक जैसे कुरीति से आजाद किया है। उन्होंने कहा, ‘तीन तलाक के खिलाफ जो कानून हमारी सरकार ने बनाया, उसका लाभ हमारी लाखों मुस्लिम बहनों-बेटियों को हुआ है। बेटे-बेटी को एक समान मानने वाली हमारी सरकार अब बेटियों की शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास कर रही है। इससे बेटियों को अपने सपने पूरे करने में और मदद मिलेगी।’
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि इस चुनाव में भी यूपी की जनता बीजेपी के साथ है। मोदी ने कहा, ‘हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, देखकर इस बार भी यूपी की जनता, भाजपा को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है। और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, वो खुलकर भाजपा के साथ हैं। हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, वो आपसे बदला लेने की ठानकर बैठे हैं। इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है, वो इसका एक और सबूत है। ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है। इसलिए मैं देखकर खुश हूं कि यूपी के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, सतर्क हैं।’

Dr. Bhanu Pratap Singh