विधानसभा में CM योगी ने साधा विपक्ष पर निशाना, कहा कि सदियों तक अयोध्या को शापित किया गया

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लखनऊ। विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित होती थीं, कर्फ्यू लगता था। लेकिन हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपी विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। अपने संबोधन में सीएम योगी ने सपा समेत तमाम विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा है। सीएम योगी ने अयोध्या के साथ हुए अन्याय समेत काशी और मथुरा के मुद्दे पर भी विपक्ष को जमकर सुनाया। सीएम योगी ने ये तक कह दिया है सदियों तक अयोध्या को कुत्सित इरादों से शापित किया गया। इसे सुनियोजित तिरस्कार का सामना करना पड़ा।

विधानसभा में पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या नगरी को पिछली सरकारों ने निषेधाज्ञा और कर्फ्यू के दायरे में ला दिया था। सदियों तक अयोध्या को कुत्सित इरादों से शापित किया गया। इसे सुनियोजित तिरस्कार का सामना करना पड़ा। सीएम योगी ने कहा कि जनता के साथ ऐसा व्यवहार, ऐसी भावनाएं शायद कहीं और देखने को नहीं मिलीं।

सीएम ने कहा कि अयोध्या को अन्याय का सामना करना पड़ा। जब मैं अन्याय की बात करता हूं तो 5000 साल पुरानी बात याद आती है। उस समय पांडवों के साथ भी अन्याय हुआ था। अयोध्या, काशी और मथुरा के साथ भी ऐसा ही हुआ था।

हमने मंदिर वहीं बनाया- सीएम योगी

विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित होती थीं, कर्फ्यू लगता था। अयोध्या आने वाले देश के किसी व्यक्ति ने अगर रामनामी गमछा ओढ़ा होता था, तो उसे गिरफ्तार करके जेल में बंद कर दिया जाता था। लेकिन हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया। आज ‘भव्य-नव्य-दिव्य’ श्री अयोध्या जी को देखकर के हर व्यक्ति अभिभूत है। हमारी आस्था थी, नीति भी साफ थी और नीयत भी बहुत स्पष्ट थी। अयोध्या जी का भव्य दीपोत्सव जो आज राष्ट्रीय आयोजन बन चुका है, उसको शुरू करने का सौभाग्य हमारी सरकार को प्राप्त हुआ।

अयोध्या आप सभी को आमंत्रित करती है- सीएम योगी

आज हमसे पूरा भारत एक नई अपेक्षा रखता है और उस नई अपेक्षा के साथ आज अयोध्या आप सभी को प्रभु के दर्शन करने के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सभी के हैं और हमें अयोध्या जाना चाहिए। क्योंकि, पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। आज अयोध्या भव्य-दिव्य-नव्य रूप में आ गई है। अयोध्या देश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के साथ-साथ दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। अयोध्यापुरी को उस रूप में विकसित करने की एक नई तैयारी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है।

– एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh