भागवत कथा में अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज से कृष्ण जन्म सुन श्रद्धालु हुए भावविभोर, फ्री हेल्थचेकअप कराने की अपील, देखें तस्वीरें

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डॉ. भानु प्रताप सिंह

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.   भागवत कथा के चतुर्थ दिन कृष्ण जन्म हुआ तो हर कोई झूम उठा। श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए नृत्य करने लगे। मेवा और खिलौनों की बारिश होने लगी। अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज ने कथा की रसधार इस तरह से बहाई कि श्रद्धालु भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जिसने रामायण पढ़ ली, वह कभी किसी से दुश्मनी नहीं करेगा। फ्री हेल्थ चेकअप भी चल रहा है। 9 जनवरी को भी फ्री चेकअप होगा। भागवत प्रवक्ता ने श्रद्धालुओं से कहा है कि वे हेल्थ चेकअप कराएं और खान-पान बदलकर स्वस्थ रहने के उपाय सीखें।

आरती करते मुख्य यजमान मनोज शर्मा और पूनम शर्मा।

लाड़ली किशोरी जी सेवा ट्रस्ट श्रीधाम वृंदावन, मथुरा द्वारा श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ 5 जनवरी से 12 जनवरी, 2024 तक किया जा रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज के श्रीमुख से कथा गंगा प्रवाहित हो रही है। स्थान है- 119, एमआईजी, ए ब्लॉक, शास्त्रीपुरम के सामने वाला पार्क। समय है- दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक। मुख्य यजमान हैं- शास्त्रीपुरम निवासी मनोज कुमार शर्मा और श्रीमती पूरन शर्मा (दोनों प्रधानाध्यापक)।

भागवत कथा सुनते श्रद्धालु।

भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा परमात्मा से जोड़ती है, बस सुनने का भाव पैदा होना चाहिए। शरीर, नेत्र, कान कथा नहीं सुनते हैं। कथा हृदय सुनता है, हृदय को अनुभूति मन देता है, मन में इच्छा जाग्रत होती है, इच्छा को ज्ञान प्रेरित करता है, ज्ञान, वैराग्य से मिलता है। इसका संबंध भक्ति से है। मन में भक्ति है तो कथा सुनेंगे। सिर्फ शरीर को लेकर आने वाला कथा नहीं सुन सकता है। शरीर के साथ मन को साथ लाना जरूरी है। कथा सुनने की प्रेरणा ज्ञान, वैराग्य और भक्ति से मिलती है।

कन्हैया के जन्मदिन की खुशी में नृत्य।

उन्होंने कहा कि शरीर पांच तत्वों से बना है लेकिन 1600 बंधन हैं। उन्होंने कहा कि गर्भ में सवा माह का होते ही भगवान मृत्यु की तारीख लिख देता है। जिसकी मृत्यु तय है, उसे अंहकार नहीं करना चाहिए।

कान्हा को टोकरी में रखकर लाते मुख्य यजमान मनोज शर्मा।

ऐसा कर्म करो कि मरने के बाद भी जीवित रहो, ऐसा मत करो कि जीते जी मर जाओ। उन्होंने सीख दी कि बड़ा भाई पिता समान और भाभी मां समान होती है।

कन्हैया का पूजन करते श्रद्धालु।

अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज ने कहा कि अपने-अपने घर को सुधारो, भारत अपने आप सुधर जाएगा। अपना बेटा भले ही जुआ खेल रहा है लेकिन दूसरों को ज्ञान दे रहे हैं।

कन्हैया के जन्म पर खुशी प्रकट करते श्रद्धालु।

इस मौके पर युवा कुलश्रेष्ठ सभा के महासचिव अंकुर कुलश्रेष्ठ, पूर्वांचल सांस्कृति मंच के सचिव अनिल मिश्रा, किशन सिंह चाहर, राजीव ओबेराय, सुनील शर्मा, रवींद्र वर्मा, दुर्गेश वर्मा आदि को संजय जी शास्त्री महाराज ने मंच पर बुलाकर आशीर्वाद दिया।

कन्हैया को निहारती दादी।

वेलनेस कोच श्रीमती इंदु और महेश कुमार का विशेष सम्मान किया।

वेलनेस कोच इंदु और महेश कुमार का सम्मान करते संजय शास्त्री जी महाराज।

 

श्रोतागण।
भागवत कथा सुनाते अंतरराष्ट्रीय भागवत प्रवक्ता संजय शास्त्री जी महाराज।

कान्हा बने रुद्रम को कंधे पर उठाये मुख्य यजमान मनोज शर्मा। 

बड़े कान्हा बनी परी को कांधे पर उठाए सुनील शर्मा।
Dr. Bhanu Pratap Singh