आइफा का 18वां फैशन अवॉर्ड अलौकिक, अद्भुत, अनोखा, अविस्मरणीय, अतुलनीय
शिखा मिश्रा, दिव्या अग्रवाल, भाविका कुकरेजा को मिला नकद पुरस्कार और ट्रॉफी
फिल्म कलाकार अमित बहल ने फैशन शो देखकर अचंभित रह गए, पढ़िए क्या कहा
शानदार कार्यक्रम के पीछे तिकड़ी, सचिन ने जब गरिमा को गले लगाया तो छलके अश्रु
डॉ. भानु प्रताप सिंह
bhanuagra@gmailcom
अलौकिक। अद्भुत। अनोखा। अविस्मरणीय। अतुलनीय। अभिनंदनीय। ये सारे विशेषण हैं आइफा फैशन अवॉर्ड- 2022 ( IIFA Fashion Award – 2022) के लिए। अपने आगरा शहर में एक से बढ़कर एक फैशन डिजानर्स हैं। उनकी कद्र नहीं है। केवल आइफा ने मंच प्रदान किया है। लगातार 18वीं बार प्रतिभाओं का प्रदर्शन और उनका अभिनंदन किया। इतना ही नहीं, उत्साहवर्धन के लिए नकद राशि से सम्मानित किया। जैसा हम दुनिया के किसी भी बड़े शहर में फैशन अवॉर्ड देखते हैं, बिलकुल वैसा ही कार्यक्रम। अंतर सिर्फ इतना है कि ये भावी डिजाइनर हैं लेकिन कमतर नहीं हैं। उनके उर्वर मस्तिष्क में अनेक प्रकार की डिजाइनें हैं। अवसर की तलाश है।
डिजाइनिंग के क्षेत्र में सर्वाधिक लोकप्रिय है आईफा फैशन अवार्ड (IIFA Fashion Award)। आइफा यानी इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन एंड आर्ट ( International Institute of Fashion and arts IIFA) इसका मुख्यालय आगरा में है। आइफा फैशन अवार्ड – 2022 के माध्यम से भावी डिजाइनर्स ने वह सब कर दिखाया जो दिल्ली और मुंबई जैसे नगरों में होता है। जबर्दस्त प्रस्तुति हुई। बच्चों को भी मंच प्रदान किया गया। सबसे पहले मैं ‘लाइव स्टोरी टाइम’ की ओर से आइफा के निदेशक सचिन सारस्वत, सी.ओ.ओ. रुचि सारस्वत और पुणे से आईं संस्थान की सीनियर फैशन स्टाइलिस्ट गरिमा सारस्वत पांडे को बधाई देना चाहता हूँ। इस ‘तिकड़ी’ आशा से भी बड़ा काम करके दिखा दिया है। पंचतारा होटल क्लार्क्स शिराज में दोपहर बाद फैशन के नाम कर दी।

IIFA Fashion Award – 2022 महत्वपूर्ण इसलिए है कि इसे खरीदा नहीं जा सकता है। अगर आपमें प्रतिभा है तो पुरस्कार अवश्य मिलेगा। यह काम तिकड़ी नहीं बल्कि ढेर सारे जज मिलकर करते हैं। आइफा के निदेशक सचिन सारस्वत ने अपने उद्बोधन में कहा भी- ‘IIFA Fashion Award एक मात्र ऐसा अवॉर्ड जो बिलकुल फ्री है, इसे खरीदा नहीं जा सकता।’ यही इसकी विशेषता है। उन्होंने एक बात और कही जिसने मुझे खासा प्रभावित किया। उन्होंने कहा- ‘मुझे नहीं पता आप फैशन अवॉर्ड को किस तरह से लेते हैं लेकिन हमारे लिए यह पूजा है।’ जो लोग अपने कार्य को पूजा मानकर करते हैं, उन्हें तो सफलता मिलनी ही है।

सचिन सारस्वत और गरिमा सारस्वत (अब गरिमा सारस्वात पांडे) की जोड़ी IIFA Fashion Award की सूत्रधार है। लघु स्तर पर काम शुरू किया और आज शिखर पर हैं। कार्यक्रम के अंत में जब सचिन सारस्वत ने अपनी छोटी बहन गरिमा का परिचय कराया और गले से लगाया तो मैं मोबाइल से वीडियो बना रहा था। मैंने जूम किया तो देखा कि गरिमा सारस्वत पांडे की आँखों में खुशी के आंसू थे। किसी ने ठीक ही कहा है- खुशी में भी आँखें भिगोते हैं आंसू।
सचिन सारस्वत की एक और बात मुझे शानदार लगी। उन्होंने IIFA Fashion Award – 2022 में पर्दे के पीछे काम करने वाली टीम को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया। जैसे ही उन्होंने वॉलंटियर्स (स्वंयसेवक) का नाम लिया तो सारे के सारे स्वयंसेवक खुशी के मारे उछल पड़े। संस्थान की शिक्षकों को मंच पर बुलाया। उनके श्रम को सम्मान दिया। कहते हैं कि जो संस्थान अपने सहयोगियों का सम्मान करता है, उस संस्थान को तरक्की को कोई माई का लाल रोक नहीं सकता है।

IIFA Fashion Award-2022 की खास बात और है कि शहर क नामचीन हस्तियों को जोड़ा गया। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के डॉ. गिरधर शर्मा, होली पब्लिक स्कूल के संजय तोमर, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के डॉ. सुशील गुप्ता के हाथों तमाम लोगों को सम्मान कराया। पत्रकारों की बात करें कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के संपादक अखिल दीक्षित और छायाकार केके के नाम से प्रसिद्ध कृष्ण कुमार दुबे, दैनिक जागरण की प्रभजोत रघुवंशी, छायाकार जसवीर सिंह सोनी, अमर उजाला की रंजना शर्मा, हिन्दुस्तान के छायाकार रणविजय सिंह, आदर्श नंदन गुप्ता, डॉ. महेश धाकड़, डीजी महाराजा से अनिल चौधरी, भगवान सिंह, गीतम सिंह को पर्यावरण की रक्षा का संदेश देते हुए ऐलोवेरा का पौधा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में पूर्व पत्रकार रंजीत शर्मा एडवोकेट को बहुत दिन बाद देखा। वे इन दिनों फिरोजाबाद में वकालात कर रहे हैं। छायाकार गौरव धवन का नाम पुकारा गया लेकिन वे अनुपस्थित थे। मुझे (डॉ. भानु प्रताप सिंह, संपादक, लाइव स्टोरी टाइम) भी सम्मानित किया गया। मेरा सम्मान करने से एक कहावत सिद्ध हो गई- ‘गेहूं के संग बथुआ को पानी लगना।’ शहर के श्रेष्ठ शिक्षकों और कीर्तिमान बनान वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर शहर की 11 शख्सियतों को फैशनतंत्रा आइकन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। जिनमें डॉक्टर नरेंद्र एवं डॉ. जयदीप मल्होत्रा को स्टार कपल कैटेगरी में (देश से बाहर होने के कारण नहीं आए), अनुपमा बोहरा को स्टाइल आइकन कैटेगरी में, आंचल मगन को इनफ्लुएंसर कैटेगरी में, डॉ सुषमा गुप्ता को डॉक्टर कैटेगरी में, कोमिला सुनेजा धर को फूड कैटेगरी में, मान्या शर्मा को मोस्ट प्रौमिसिंग एंटरप्रेन्योर कैटेगरी में, प्रेरणा बत्रा को मेकअप आर्टिस्ट कैटेगरी में, पम्मी स़ाना को राइटर कैटेगरी में, रिचा बंसल को वूमेन एंटरप्रेन्योर कैटेगरी में, समायरा पारसवानी को डिजाइनर बुटीक कैटेगरी में तथा शिखा जैन को ईवेंट मैनेजर कैटेगरी में सम्मानित किया गया।

मुझे व्यक्तिगत रूप से यह देखकर कष्ट हुआ कि सम्मानित होने वाले अधिकांश विद्वान रुके नहीं। सम्मान होने के बाद उठकर चले गए। सवाल यह है कि जिस कार्यक्रम में शानदार सम्मान किया जा रहा हो, उसे कार्यक्रम में दो घंटे तो दे ही सकते हैं।
IIFA Fashion Award – 2022 के मुख्य अतिथि श्री अमित बहल (Amit Behl) थे। वे थिएटर, टेलीविजन और फिल्म अभिनेता हैं। बहल ने अपने करियर की शुरुआत 1994 में भारत के पहले डेली सोप ओपेरा शांति में एक भूमिका के साथ की थी। बाद में उन्होंने हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी, पंजाबी और उर्दू में लगभग 100 टीवी सीरियल किए। उनके पास इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की डिग्री है। इसके बाद भी वे अत्यंत विनम्र हैं। संचालक ने उन्हें कई बार मंच पर बुलाया और पूरी फुर्ती के साथ पधारे। आइफा के निदेशक सचिन सारस्वत ने उन्हें अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा- जब मैंने अमित बहल से बात की तो वे लंदन में शूटिंग में व्यस्त थे। की बार बात हुई। जब उन्होंने कहा कि मैं अवश्य आऊँगा तो निश्चिंत हो गया। ऐसी विनम्रता वाला कलाकार मैंने नहीं देखा। श्री अमित बहल ने अपने अंग्रेजी भाषा के उद्बोधन में आइफा और सचिन सारस्वत को खूब सराहा। उन्होंने कहा कि मुझे आशा नहीं थी कि इतना उच्चस्तरीय कार्यक्रम होगा।

कार्यक्रम की थीम थी- एलिकमी। जिसमें आगरा शहर के साथ देश के विभिन्न शहरों से भावी फैशन डिजाइनर्स ने अपनी क्रिएटिविटी को उजागर किया। लगातार 18 वर्षों से आयोजित इस ईवेंट में नेशनल लेवल की जानी मानी मॉडल द्वारा भावी डिजाइनर्स के ड्रेसेस को 4 सीक्वेंस में प्रस्तुत किया गया। पहला सीक्वेंस एथेनिक ड्रेसेस का रहा जिसमें सनडायल कलर के लहंगे व साड़ियों की वेरिएशन दिखाई गई। दूसरे सीक्वेंस मैं डिजिटल लैवंडर कलर के विभिन्न प्रकार के गाउन प्रस्तुत किए गए। तीसरे सीक्वेंस में वर्डिजिस ग्रीन कलर में वेस्टर्न ड्रेसेस का कलेक्शन प्रस्तुत किया गया। इसमें विभिन्न प्रकार के फैब्रिक्स तथा टेक्निक इस्तेमाल किया गया। चौथे सीक्वेंस में क्रिएटिव ड्रेस प्रस्तुत की गई, जिसकी थीम थी “पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया।” मुख्य उद्देश्य पढ़ाई की अहमियत बताना था।
आईफा द्वारा चयनित जज पैनल द्वारा बेस्ट डिजाइनर ऑफ द ईयर खुशी मिश्रा को 5000 की नकद राशि एवं ट्रॉफी से नवाजा। फर्स्ट रनर दिव्या अग्रवाल को 3000 एवं सेकंड रनर अप भाविका कुकरेजा को दो हजार की नकद राशि एवं आइफा की ट्रॉफी से नवाजा गया। शो में कई डांस ग्रुप द्वारा भावी डिजाइनर्स के प्रोत्साहन हेतु रंगारंग डांस प्रस्तुतियां भी दी गई।

आइफा फैशन अवॉर्ड्स के निर्णायक मंडल में डॉक्टर गरिमा सिंह, डॉ. प्रियंका मलिक सचदेवा, श्वेता पाल, रिद्धि मेहरोत्रा थापड़ तथा दीप्ति तितोरिया मौजूद रहे। डॉक्टर नीतू चौधरी को भी जज बनाया गया था लेकिन वे आईं नहीं। मुझे यह कहने में तनिक भी संकोच नहीं है कि निर्णायक मंडल की सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
शो का शुभारंभ फिल्म एवं टीवी कलाकार अमित बहल एवं संस्थान के निदेशक सचिन सारस्वत ने संयुक्त रूप से किया। शो का सीक्वेंस डिजाइन करने में सिमरन सक्सेना का सहयोग रहा। बैकस्टेज का कार्य संभालने और कार्यक्रम सफल बनाने में गुंजन बिजलानी तथा नीरू बंसल सहायक रहे। केन्द्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल की पत्नी और समाजसेवी मधु बघेल, भाजपा नेता गौरव शर्मा की उपस्थिति भी रही।
संस्थान की सी. ओ. ओ. रुचि सारस्वत ने बताया कि यह सिर्फ एक फैशन शो न होकर आज देश के भावी डिजाइनर्स के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जो कि उनके भविष्य में काफी सहायक होता है।

संस्थान की सीनियर फैशन स्टाइलिस्ट गरिमा सारस्वत पांडे ने बताया कि इस शो में अलग-अलग थीम के माध्यम से भावी डिजाइनर्स ने लेटेस्ट कलर सनडायल, वर्डिजिस ग्रीन, डिजिटल लैवंडर आदि रंगों का प्रयोग किया।
संस्थान के निदेशक सचिन सारस्वत ने बताया कि यह फैशन अवार्ड आगरा ही नहीं बल्कि देश के भावी डिजाइनर्स को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच प्रदान करता है।