IDF ने कहा, मारा गया हिजबुल्लाह की रॉकेट यूनिट का कमांडर आतंकवादी अली नईम

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इजरायली सेना लेबनान में भीषण जंग लड़ रही है। सेना ने दावा किया है कि उसने खूंखार आतंकी संगठन हिजबुल्ला के आतंकी को मार गिराया है। इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि उसने इजराइल की सीमा के उत्तर में लेबनान के आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ लगातार हमलों के बीच एक ड्रोन हमले में हिजबुल्लाह के अहम आतंकी को मार डाला।

ये आतंकी हिजबुल्लाह की रॉकेट यूनिट का कमांडर था। सेना ने कहा है कि इसका आतंकी का नाम अली नईम है। वो भारी-भरकम रॉकेट दागने वाले आतंकियों में से एक था और इजरायली नागरिकों के खिलाफ हमले करने और योजना बनाने के लिए जिम्मेदार था इसलिए सेना ने उसका खात्मा कर दिया।

सीरीया पर हमले और तेज करेगा इजरायल

दूसरी तरफ आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने नईम की मौत की पुष्टि तो कर दी है लेकिन उसे कमांडर का नाम नहीं दिया है। इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने इस पूरे हमले की मॉनिटरिंग की है। उन्होंने कहा है कि सीरीया में इजरायल के हमलों में हिजबुल्लाह के 5 आतंकी और सीरीयाई सेना के सदस्यों समेत 38 लोगों की मौत हुई है। गैलेंट ने कहा कि सेना हिजबुल्लाह के खिलाफ इस ऑपरेशन को और तेज करेगी। उस पर हमले तो अभी और बढ़ेंगे।

लेबनान की हालात के लिए हिजबुल्लाह और नसरल्लाह जिम्मेदार

गैलेंट ने कहा कि लेबनान में जो भी नुकसान हो रहा है या पहले हुआ है इसका जिम्मेदार इजरायल नहीं बल्कि लेबनान में डेरा जमाए बैठा खुद आतंकी समूह हिजबुल्लाह है और उसके आतंकियों के खात्मे के लिए जिम्मेदार भी इस समूह का सरगना नसरल्लाह है। उन्होंने 320 से भी ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया है।

बता दें कि सीरिया में जारी इजरायल के हमलों में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल-हमास युद्ध के बाद ये हमला सीरिया में अब तक का इजरायल का सबसे भीषण हमला बताया जा रहा है। 7 अक्तूबर को हमास के इजरायल पर किए गए हमले के बाद सें सीरिया में इजरायली सेना के हमलों में बढ़ोत्तरी हो गई है। गौरतलब है कि साल 2011 में सीरीया में जब गृहयुद्ध छिड़ा था तब इजरायल ने सीरिया में सैकड़ों हवाई हमले किए थे जिसमें हिजबुल्लाह और हमास सहित ईरान समर्थित आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था।

कौन है हसन नसरल्लाह?

बता दें कि हसन नसरल्लाह हिजबुल्लाह आतंकी संगठन का प्रमुख है, वर्तमान में इस संगठन की सारी गतिविधियों का कर्ता-धर्ता यही शख्स है। हसन नसरल्लाह ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामनेई का बेहद करीबी है। वही अली खामनेई जिसने ईरान को आंतक की आग में झोंक दिया और जिसकी कुनीतियों और कुशासन की वजह से अमेरिका ने इस देश पर प्रतिबंध लगा रखा है।

कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि अली खामनेई और नसरल्लाह मिलकर लेबनान, लीबिया, सीरिया समेत कई देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। लेबनान तो पूरी तरह से हिजबुल्लाह और नसरल्लाह की मुट्ठी में आ चुका है।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh