हाथरस की बेटी लवली गुप्ता ने विभिन्न खेलों में किया जिले का नाम रोशन

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Hathras, Uttar Pradesh, India. हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। एक दिन ही सही महिलाओं का सम्मान तो कर लें। हालांकि महिलाओं को किसी ने मां, किसी ने दीदी, तो किसी ने देवी का दर्जा दे रखा है। इस दिन मौका मिला है, उन महिलाओं को सलाम और प्रोत्साहित करने का जिन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर खेल के साथ आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में प्रतिमान स्थापित किये हैं।

ऐसा ही एक चेहरा हाथरस जिले के सासनी कस्बे की लवली गुप्ता। जिनके होश संभालते ही पिता का साया सर से उठ गया था। मां के समर्थन से उन्होंने शिक्षा ही प्राप्त नहीं की खेल में भी अपना एक मुकाम हासिल किया वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और बास्केटबॉल आदि में नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीते। अपनी मां का ही नहीं पूरे जिले के सम्मान में चार चांद लगा दिए।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है विश्व के विभिन्न देशों में महिलाओं के प्रति सम्मान प्रशंसा और आभार प्रकट करने का यह एक दिन निश्चित किया गया है। इस दिन महिलाओं को आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने पर उत्सव मनाया जाता है। लेकिन हाथरस की बात करें  तो पिछले कुछ महीनों से यहां महिलाओं के उत्पीड़न की ही  बात सामने आई है। यहां रेप के बाद हत्या कर दी जाती है। तो वहीं छेड़छाड़ की शिकायत करने पर पिता को गोली मार दी जाती है। पर हम आज बात करेंगे ऐसी ही एक युवती की जिसने बचपन में ही होश संभालने से पहले अपने पिता को खो दिया। लेकिन मां मीना गुप्ता ने हिम्मत नहीं हारी, और कठिन परिश्रम के बाद बेटी को उस मुकाम पर पहुंचा दिया। जहां बेटी ने सम्मान के पुरस्कारों से घर का ही नहीं जिले का भी नाम रोशन कर दिया।

आप देख रहे हैं इस बेड पर सजे इन पुरस्कारों को यह उस बेटी की कमाई है, जिसने होश संभालते ही अपने पिता को खो दिया था। मां के कठिन परिश्रम और अपनी लगन से लवली गुप्ता ने वेट लिफ्टिंग, बॉक्सिंग, बास्केटबॉल जैसे कई खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर यह पुरस्कार हासिल किए हैं। इतना ही नहीं आज भी गरीब मजदूरों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा ही नहीं खाना आदि भी उपलब्ध कराती हैं।