सडकों पर तैनात रहा फोर्स, किसान खेतों के रास्ते जाबरा टोल पहुंचे, टोल कराया फ्री

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। किसान आंदोलन की तपिश लगातार बढ रही है। अब तक किसान संगठनों और राजनीतिक दलों की गतिविधियों तक सीमित रहा यह आंदोलन अब आम किसान तक पहुंच रहा है। आम किसानों के बीच में इस आंदोलन और नये कृषि कानूनों को लेकर चर्चा होने लगी है। शनिवार को किसान आंदोलन में यह नजर भी आया। यमुना एक्सप्रेस वे और एनएच टू के टोल को फ्री कराने की घोषणा के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना था। भारी संख्या में यमुना एक्सप्रेस वे के जाबरा टोल प्लाजा पर पुलिस बल तैनात था। दो टोल से दो किलोमीटर दूर से ही पुलिस का पहरा शुरू हो रहा था। एडीएम औेर एसपी देहात के नेतृत्व में बडी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। बावजूद इसके किसान जाबरा टोल प्लाजा तक न सिर्फ पहुंच गये बल्कि करीब आधे घंटे तक टोल को फ्री भी रखा।

किसानों के साथ पुलिस के लाख बंदोबस्त के बावजूद जाबरा टोल पर पहुंच गये

किसान पुलिस को चकमा देकर खेतों के रास्ते युमना एक्सप्रेस वे के मांट क्षेत्र में पडने वाले जाबरा टोल पर पहुंच गये और टोल फ्री करा दिया। आंदोलित किसानों को पुलिस ने हिरासत में लेकर गाडियों में बिठा लिया और ले गये। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ता किसानों के साथ पुलिस के लाख बंदोबस्त के बावजूद जाबरा टोल पर पहुंच गये और टोल को अपन कब्जे में ले लिया। बडी संख्या में किसानों ने एक्सप्रस वे की ओर कूंच किया। पुलिस पहले से ही रास्तों पर तैनात थी। पुलिस ने रास्ते में ही किसानों को रोक लिया। पीछे से आ रहे किसानों को जब इस बात की खबर मिली तो किसानों ने मुख्य रास्ते को छोड कर खेतों के जरिये आगे बढना शुरू कर दिया। पुलिस मुख्य रास्तों पर धरपकड करती रही और किसान खेतों से होते हुए यमुना एक्सप्रेस वे के जाबरा टोल पर जा पहुंचे और टोल को अपने कब्जे में ले लिया। जैसे ही वहां तैनात अधिकारियों की इस बात की जानकारी हुई तो किसानों को हिरासत में ले लिया गया। इस बीच करीब आधे घंटे तक वाहन बिना टोल चुकाये गुजरते रहे। प्रोजेक्ट ऑपरेशन मैनेजर सैयद रफी अहमद रिजवी ने बताया कि पुलिस बल के चलते टोल फ्री मात्र 20 मिनट के लिए ही हुआ।

किसान नेताओं को किया नजरबंद
इससे पहले पुलिस ने किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किये थे। किसान नेताओं को आंदोलन का नेतृत्व करने से रोकने के लिए नजरबंद किया गया। एक-एक कर किसान नेताओं को नजरबंद कर करना शुरू कर दिया। कोसीकलां में किसान मजदूर संघ के नेता दीपक चौधरी को नजर बंद किया गया। भाकियू भानु और टिकैत गुट के किसान नेताओं के घरों पर भी पुलिस बल तैनात कर दिया। हालांकि पुलिस अधिकारी किसान नेताओं को नजरबंद करने की कर्रवाई से इंकार करते रहे।

सात थानों का पुलिस फोर्स, दो प्लाटून पीएसी रही तैनात
किसानों से निपटने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे के जाबरा टोल पर एडीएम, एसपी देहात, एसडीएम मांट सीओ मांट को कमान सौंपी गई थी। एसपी देहात श्रीशचंद्र के मुताबिक दो प्लाटून पीएसी, सात थानों का पुलिस फोर्स सात एसएचओ तैनात किये गये थे। दो किलोमीटर पहले से ही पुलिस ने वाहनों की चैकिंग शुरू कर दी थी जिससे कि किसान टोल प्लाजा तक न पहुंच सकें।

सतीश त्रिपाठी एडीएम मथुरा ने बताया
टोल फ्री नहीं हुआ। ये लोग संकेतिक प्रदर्शन कर रहे थे। इन्हें यहां से उठा कर भेजा गया है, ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे। 10 से 12 लोग हैं। इन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है, बस यहां से हटाया गया  है।


श्रीशचंद, एसपी देहात मथुरा ने बताया
किसान टोल पर खेतों के रास्ते आ गये थे टोल फ्री कराने के लिए, हालांकि वह सफल नहीं हुए उन्हें वहां से हटा दिया गया है।

Dr. Bhanu Pratap Singh