यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख ने दावा किया है कि गाजा युद्ध में ‘भुखमरी को एक हथियार’ की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.
जोसफ़ बोरेल ने यहां ज़रूरत भर सहायता ना पहुंचने को “मानव निर्मित” संकट बताया.
बेहद ज़रूरी खाद्य सामग्री लेकर एक स्पेनिश जहाज साइप्रस से ग़ज़ा के लिए रवाना हुआ है लेकिन संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि यह सहायता सड़क मार्ग से भेजी जाने वाली मदद की ज़गह नहीं ले सकता.
वहीं दूसरी तरह इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अब दक्षिणी ग़ज़ा में ज़मीनी हमले शुरू करेंगे.
अब तक सेंट्रल ग़ज़ा और उत्तरी ग़ज़ा से आम लोगों को दक्षिणी ग़ज़ा जाने के लिए कहा गया था. ऐसे में ग़ज़ा की आबादी का बड़ा हिस्सा रफ़ा सीमा के पास रह रहा है. इसे अब तक सुरक्षित हिस्सा माना जा रहा था.
सड़क मार्ग ग़ज़ा में सहायता भेजने का सबसे सही तरीका है. लेकिन सहायता पहुंचाने वाली संस्थाओं का कहना है कि इसराइल ने इस पर पाबंदी लगायी है, जिसका मतलब है कि जो मदद पहुंच सकती है उसका बहुत छोटा हिस्सा ही अभी पहुंच पा रहा है. अभी मदद समुद्री रास्ते और हवाई मार्ग से पहुंचाया रहा है.
इसराइल का कहना है कि ग़ज़ा में खाने की कमी के लिए उसे ज़िम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है क्योंकि उसने दो रास्ते मदद पहुंचाने के लिए खोले हैं.
मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए, बोरेल ने कहा कि इस क्षेत्र में बढ़ते मानवीय संकट का कारण सड़क से मदद ना भेज पाना है.
उन्होंने कहा- “ये आबादी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं. मानवीय सहायता ग़ज़ा में पहुंचनी चाहिए और यूरोपीय संघ इसे मुमकिन बनाने के लिए जिनता हो सकता है उतना काम कर रहा है. ”
-एजेंसी
- रौनक ने GLA University Mathura और पत्रकार कमलकांत उपमन्यु का मान बढ़ाया, 278 नेशनल डिबेट में से 251 में प्रथम स्थान पाया - September 29, 2025
- Agra News: गोस्वामी समाज सेवा समिति ने नवरात्रों के पावन अवसर पर भव्य भंडारे का किया आयोजन, गरबा और भक्ति गीतों झूमे श्रद्धालु - September 28, 2025
- स्वानंद किरकिरे का नाटक खोलेगा बॉलीवुड का असली चेहरा, फिरोज़ जाहिद खान कर रहे हैं ‘बेला मेरी जान’ का निर्देशन - September 28, 2025