Corona के Omicron Variant ने मचाई हलचल, जाने-माने होम्योपैथ डॉ. प्रदीप गुप्ता ने कहा- मेरे लिए ‘नई बोतल में पुरानी शराब’, ये है इलाज

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Agra, Uttar Pradesh, India. कोरोना वायरस के Omicron Variant (ओमिक्रोन वैरिएंट) ने पूरे विश्व में हलचल मचा दी है। दक्षिण अफ्रीका में पहला केस पाया गया है। कोरोना वायरस के नए रूप के बारे में कहा जा रहा है कि यह और अधिक संक्रामक है। भारत में सतर्कता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कोरोनावायरस नए वेरियंट ओमिक्रोन के खिलाफ सतर्क रहने का आग्रह किया। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में अभी इसका न कोई इलाज है और न ही कोई टीका। ऐसे में विश्व के जाने-माने होम्योपैथ और नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, कुबेरपुर, आगरा के चेयरमैन डॉ. प्रदीप गुप्ता ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है। होम्योपैथी में वायरस का इलाज है, भले ही उसका कोई भी वैरिएंट हो। उन्होंने लक्षणों के आधार पर दवा का भी निर्धारण करते हुए जानकारी का खुलासा किया है। सभी होम्योपैथ और आम व्यक्ति के लिए यह जानकारी खासी उपयोगी है।

डॉ. प्रदीप गुप्ता ने फेसबुक पर लिखा है- होम्योपैथी और टीम नेमिनाथ में विश्वास करने वाले सभी लोगों से आग्रह है कि ओमिक्रोन वैरिएंट से घबराने की बिलकुल भी जरूरत नहीं है। टीम नेमिनाथ ने कोविड-19 का सफलतापूर्वक इलाज किया है। मेरे लिए तो ओमिक्रोन ‘नई बोतल में पुरानी शराब’ की तरह है। इसलिए मुझे थोड़ी भी परेशानी नहीं है। होम्योपैथी में इलाज लक्षणों के आधार पर होता है। ओमिक्रोन वैरिएंट के जो लक्षण अभी तक सामने आए हैं उनके अनुसार ब्रायोनिया अल्बा से मरीज तीव्र गति के साथ स्वस्थ होगा। लक्षणों के आधार पर अन्य दवाओं की भी आवश्यकता हो सकती है।

आर्सेनिक अल्बमः हालत तेजी से बिगड़ना, पीड़ा, मृत्यु का भय, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, चिन्ता, अचानक कमजोरी और बार-बार पानी की प्यास लेकिन थोड़ी मात्रा में।

एंटीमोनियम टार्टरिकमः बहुत अधिक थका हुआ महसूस होना, नींद आना, गैसपिंग, कोमाटोज, पानी पीने की कोई इच्छा नहीं।

फास्फोरसः खूनी बलगम, सामान्य जलन, दबाव द्वारा सीने में तेज दर्द, उदासीनता, धीमी गति से उत्तर देना, ठंडा-रसदार-ताजा पेय की इच्छा।

जेल्सेमियमः बहुत ज्यादा शांत, बात करने की इच्छा नहीं, नाड़ी धीमी, मांसपेशियों में समन्वय की कमी।

डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि इसके अलावा कुछ अन्य दवाइयां भी उपयोगी हो सकती हैं, जैसे- हेपर सल्फ, अर्निका, रसटॉक्स, मर्कसोल आदि। कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में नेमिनाथ हॉस्पिटल ने सिद्ध कर दिया है कि होम्योपैथी ही सभी वायरल बीमारियों में रामबाण है। कोई लक्षण आता है तो निकटस्थ होम्योपैथ से संपर्क करें। नेमिनाथ हॉस्पिटल तो सेवा के लिए तत्पर है ही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है- हमने महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान कोविड के टीकों की 100 करोड़ से अधिक खुराक दी है। अब हम 150 करोड़ खुराक की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट से हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता देशवासियों का अच्छा स्वास्थ्य है।

उल्लेखनीय है कि अब तक कम से कम नौ देशों में ओमिक्रोन के मामले पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है। सबसे ज्यादा नीदरलैंड में ओमिक्रोन के 13 मामलों की पुष्टि हुई है। इस सूची में शामिल होने वाले नए देशों में आस्ट्रेलिया और डेनमार्क हैं, जहां ओमिक्रोन के दो-दो मामले मिले हैं। अब तक इस नए वैरिएंट के मामले ब्रिटेन, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम, बोत्सवाना, इजरायल और हांगकांग में पाए जा चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका में महामारी की चौथी लहर आ गई है और मामलों में वृद्धि का कारण नए वैरिएंट को बताया जा रहा है। ओमिक्रोन में डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले दोगुना तेजी से म्युटेशन हो रहा है।

ओमिक्रोन के बढ़ते दायरे के बीच दक्षिणी अफ्रीकी देशों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लगाने वाले देशों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। यात्रा संबंधी पाबंदियां लगाने वाले नए देशों में न्यूजीलैंड, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मालदीव शामिल हैं। इससे पहले श्रीलंका, सऊदी अरब, ब्राजील, कनाडा, इजरायल, जापान, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ईरान, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका प्रतिबंध लगा चुके हैं। मोरक्को ने दो हफ्ते के लिए सभी देशों से आने वाली उड़ानों पर पाबंदी लगा दी है। जापान की सरकार ने सभी विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। प्रतिबंध उन विदेशियों पर लागू होगा जो जापान के रहने वाले नहीं हैं।

दुनिया में तेजी से फैल रहे ओमिक्रोन को भारत में आने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। ये दिशानिर्देश एक दिसंबर से लागू होंगे और अगले आदेश तक प्रभावी रहेंगे। साथ ही नभ, जल और थल किसी भी सीमा से देश में प्रवेश करने वाले लोगों पर लागू होंगे। दिशानिर्देशों के मुताबिक सभी देश के लोगों को भारत आने से पहले ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी पिछली 14 दिन यात्रा संबंधी विस्तृत जानकारी देनी भरनी होगी।

Dr. Bhanu Pratap Singh