स्थापना दिवस समारोह में बोले सीएम योगी, पीएसी में पदोन्नति की विसंगतियां जल्द करेंगे दूर

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लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को पीएसी के 76वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर पीएसी में पदोन्नति की विसंगतियों को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए गृह विभाग को निर्देश दिया जा चुका है। योगी ने कहा कि जल्द इसकी घोषणा होगी ताकि पीएसी बल का मनोबल बना रहे। उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी उपद्रव या चुनाव हो तो पीएसी बल याद किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी और पीएसी के स्थापना दिवस का शताब्दी वर्ष एक साथ मनाया जाएगा, लिहाजा इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएं। प्रदेश में पीएसी (PAC) बल कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में अहम योगदान दे रहा है। धार्मिंक, सार्वजनिक कार्यक्रमों, विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षा, यातायात ड्यूटी, यूपी 112, एसटीएफ, एटीएस, एसडीआरएफ में पीएसी बल उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।

वर्ष 2001 में संसद पर हमला हो या फिर रामजन्मभूमि पर आतंकी हमला, पीएसी (PAC) बल के जवानों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए हमलावरों को ढेर किया। उनका यह योगदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा पहले की सरकारों में पीएसी (PAC) बल को लेकर संकीर्ण सोच थी।

उन्होंने 46 कंपनियों को समाप्त कर दिया था जिसे हमने पुनर्जीवित किया है। वर्तमान में पीएसी की 35 वाहिनियों में 273 कंपनियां पूरी तरह क्रियाशील हैं। पीएसी के 10,584 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। पीएसी कर्मियों के बच्चों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 90 फीसद सफलता अर्जित की है। हम पुलिस मार्डन स्कूलों को नया फर्नीचर खरीदने के लिए धनराशि देने जा रहे हैं।

इसके अलावा 31 वाहिनियों में प्रत्येक में 200 कर्मियों के लिए बहुमंजिला आवासीय इमारतों का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि पीएसी का गौरवशाली इतिहास रहा है। अंत में एडीजी पीएसी केएस प्रताप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

पीएसी बल में महिलाओं को भी स्थान प्राप्त हो, इस दृष्टि से प्रदेश सरकार ने जनपद लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में 03 महिला बटालियन की स्वीकृति दी है। उत्तर प्रदेश पीएसी के कार्मिक अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा और तत्परता से निर्वहन करते हुए राज्य के अंदर कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh