गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा का भी श्रीगणेश

गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा का भी श्रीगणेश

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गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही इस बार चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने पर प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही 6 मई को केदारनाथ जी और 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे।
मंगलवार सुबह मां यमुना के मायके खरशाली से मां यमुना की विदाई हुई। मां यमुना की डोली सुबह 8:15 बजे यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। उधर यमुनोत्री धाम में मां यमुना के स्वागत की तैयारी की हुई। दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री मंदिर के कपाट विधि विधान से देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। वहीं गंगोत्री धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।
यात्रा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए सरकार व प्रशासन ने तैयारियां पूरी है। इस बार चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। चारधामों में ठहरने, स्वास्थ्य, बिजली, पानी की व्यवस्था करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है।
कोरोना महामारी के कारण बीते दो साल के बाद चारधाम यात्रा पूरी क्षमता के साथ संचालित हो रही है। वर्ष 2020 व 2021 में चारधामों के कपाट खुलने से पहले कोरोना की पहली व दूसरी लहर में संक्रमण चरम पर था।
जिससे कपाट खुलने के बाद भी बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं के बिना सन्नाटा था लेकिन इस बार भक्तों में भी चारधाम यात्रा को लेकर खासा उत्साह है।
सरकार को भी इस बार चारधाम में ऐतिहासिक होने की उम्मीद है। लेकिन भारी संख्या में तीर्थ यात्रियों के आने से व्यवस्थाओं को लेकर सरकार के सामने चुनौती भी है।
अक्षय तृतीया पर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट दर्शन के खुले। जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुलेंगे।
मंगलवार को गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर से सुबह बाबा केदार केदारनाथ धाम की ओर चल पड़े।
नाला नारायणकोटी खुमेरा व्यूंग मैखण्डा खड़िया खाट के साथ फाटा में श्रद्दालुओं ने बाबा की फूल मालाओं जयकारों से स्वागत किया ।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh