दुर्गा अष्टमी की रात करुणा और सेवा की मिसाल — आगरा विकास मंच ने घायल गौ माता का रेस्क्यू कर रामलाल आश्रम पहुंचाया

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दर्द से तड़पती गौ माता की पुकार बनी मानवता की आवाज़

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा। दुर्गा अष्टमी की पावन रात्रि जहाँ एक ओर भक्ति और श्रद्धा में डूबी हुई थी, वहीं न्यू शाहगंज गुरुद्वारे के समीप एक गौ माता सड़क पर घायल अवस्था में तड़प रही थी। रात लगभग 9:30 बजे धन गुरु नानक समिति के बॉबी आनंद ने आगरा विकास मंच के अध्यक्ष राजकुमार जैन और संयोजक सुनील कुमार जैन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही दोनों ने तत्काल सेवा भाव से प्रेरित होकर आवश्यक कदम उठाए।

सेवा के लिए रात्रि में सक्रिय हुआ रामलाल आश्रम

घटना की गंभीरता को देखते हुए रामलाल आश्रम के अध्यक्ष शिव कुमार कुमार से संपर्क कर घायल गौ माता की सहायता के लिए डॉक्टर मनोज शर्मा को घायल पशु वाहन सहित मौके पर भेजा गया। स्थानीय नागरिकों के सहयोग से गौ माता को सुरक्षित वाहन में लादकर रात लगभग 11:30 बजे रामलाल आश्रम ले जाया गया। सनी और पलक मतलानी ने सहयोग किया।

घायल गौ माता का रात में ही शुरू हुआ उपचार

आश्रम पहुंचते ही डॉक्टर मनोज शर्मा, बडेरा और उनकी टीम ने बिना विलंब किए गौ माता की चिकित्सा और सेवा प्रारंभ कर दी। रात के सन्नाटे में यह दृश्य न केवल करुणा का उदाहरण बना बल्कि मानवता की एक जीवंत तस्वीर भी प्रस्तुत कर गया।

समाज के प्रति अपील — सेवा ही सच्ची भक्ति

आगरा विकास मंच और रामलाल आश्रम की ओर से शहरवासियों से अपील की गई है कि यदि कहीं भी किसी पशु-पक्षी या गौ माता को घायल अवस्था में देखें तो तुरंत सूचना दें, ताकि समय रहते उनकी सेवा की जा सके।

पीड़ित जीवों की सेवा ही धर्म

दुर्गा अष्टमी की रात्रि को घटी यह घटना समाज के लिए एक प्रेरणा है। जब लोग पूजा-पाठ में व्यस्त थे, तब कुछ लोग इंसानियत और करुणा की पूजा कर रहे थे। घायल गौ माता की सहायता के लिए जिस संवेदनशीलता, तत्परता और सेवा-भाव का परिचय आगरा विकास मंच एवं रामलाल आश्रम ने दिया, वह निश्चित ही सराहनीय है। यही संस्कार, यही चेतना और यही कर्तव्य भावना समाज की सच्ची पूंजी है। आवश्यकता है कि ऐसे उदाहरणों से हम सब सीख लें और पीड़ित जीवों की सेवा को अपना धर्म समझें। यही असली मानवता है।

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Dr. Bhanu Pratap Singh