बाह (आगरा)। थाना खेरा राठौर क्षेत्र के गांव भगवानपुरा में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब चंबल नदी में एक महिला को मगरमच्छ खींच ले गया। महिला पशुओं को पानी पिलाने के लिए नदी किनारे गई थी, तभी यह हादसा हो गया।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, महिला घाट पर पशुओं को पानी पिला रही थी, तभी अचानक एक मगरमच्छ ने झपट्टा मारा और उसे पानी में खींच ले गया। आसपास के लोगों ने शोर मचाया, लेकिन तब तक महिला पानी में गायब हो चुकी थी।
घटना की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन अब तक महिला का कोई सुराग नहीं लग पाया है। घटना के बाद घाट पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई है और इलाके में दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से नदी किनारे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और मगरमच्छों के आतंक पर रोक लगाने की मांग की है।
अब तक जा चुकी है 3 की जान
– 25 अप्रैल को भरेह के हरपुरा गांव के रामवीर सिंह की मगरमच्छ के हमले में जान चली गई थी।
-28 मार्च को महुआ के गांव विंडवा के करण की मगरमच्छ के हमले में जान चली गई थी।
-13 मई को कैंजराघाट पर नहाते समय गौसिंली के करन मगरमच्छ के हमले में घायल हुए थे।
– 4 जून को कैंजराघाट पर नहाते समय बासौनी के बिचोला गांव के राघवेंद्र सिंह घायल हुए थे।
– 14 जून को भगवानपुरा की सिरोमनी की मगरमच्छ के हमले में जान गई है।
नदी किनारे नहीं जाएं
बाह के रेंजर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि नेस्टिंग के बाद से ही अलर्ट जारी कर ग्रामीणों एवं चरवाहों को नदी किनारे न जाने के लिए चेताया गया था। हमलों के बाद भी चरवाहे और ग्रामीण सबक नहीं ले रहे। नेस्टिंग से लेकर हैचिंग तक मगरमच्छ अपने नेस्ट और अंडों के नुकसान के अंदेशे में हमला कर देते हैं। उन्होंने एक बार फिर नदी किनारे जाने से बचने का आह्वान ग्रामीणों से किया है।
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