Agra News: शादी के सीजन में सक्रिय चोर गैंग पर पुलिस की नजर, बरात घरों और गेस्ट हाउस में लगाए जा रहे संदिग्धों के पोस्टर

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आगरा। शादियों का सीजन शुरू होते ही चोर-उचक्के और चेन स्नेचिंग गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। इसे देखते हुए आगरा पुलिस कमिश्नरेट ने शहरभर में हाई अलर्ट जारी किया है। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास के निर्देशन में विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो शादी समारोहों में सक्रिय चोरों और गैंग के सदस्यों पर कड़ी निगरानी रखेंगी।

डीसीपी सैयद अली अब्बास ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में शादियों के दौरान ज्वेलरी और कैश चोरी की कई वारदातें हुई हैं। जांच में यह बात सामने आई कि मध्य प्रदेश से आने वाला एक संगठित गैंग इन वारदातों को अंजाम देता है। इस गैंग में महिलाएं और बच्चे तक शामिल हैं, जो महंगे कपड़े पहनकर मेहमान बनकर शादी में घुसते हैं और मौका मिलते ही दूल्हा-दुल्हन के कमरों या मेकअप रूम से नकदी और आभूषण चोरी कर लेते हैं।

पुलिस ने इस गैंग के करीब 200 संदिग्ध सदस्यों की पहचान कर ली है। इनकी तस्वीरों वाले पोस्टर शहर के सभी मैरिज होम्स, गेस्ट हाउस और आयोजन स्थलों पर लगाए जा रहे हैं ताकि लोग सतर्क रह सकें। डीसीपी ने बताया कि बरात घर संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे वर-वधू पक्ष को सतर्क करें, और यदि कोई व्यक्ति पोस्टर में दिखाए गए संदिग्ध जैसा लगे, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें।

डीसीपी सैयद अली अब्बास ने कहा, “हमारा पहला लक्ष्य यही है कि कोई घटना हो ही नहीं। सभी शादी घरों में पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। जनता को पोस्टरों और जनसंपर्क के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।”

उन्होंने बताया कि सभी आयोजन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया गया है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिकॉर्डिंग हो सके और अपराधियों की पहचान में मदद मिले।

इसके साथ ही पुलिस ने शहर के ऐसे अपराधियों के भी पोस्टर लगाए हैं जो पिछले दस सालों से सक्रिय हैं। इसका उद्देश्य जनता को सतर्क करना और अपराधियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखना है।

डीसीपी ने कहा कि जो अपराधी अब अपराध छोड़कर सामान्य जीवन जी रहे हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन जो लोग अब भी सक्रिय हैं, उन पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी।

उन्होंने नागरिकों से अपील की “शादियों में आने वाले अनजान या संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। जनसहयोग से ही हम इन गैंग्स पर लगाम लगा सकते हैं।”

— रिपोर्ट: आगरा ब्यूरो

Dr. Bhanu Pratap Singh