आगरा: संस्कार भारती, हावर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका तथा पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान, डा भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा मधुबनी चित्रों की अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन रविवार को संस्कृति भवन, पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान, बाग फरजाना पर हुआ।
उद्घाटन करने के बाद कुलपति प्रो आशू रानी ने कहा कि कला की दृष्टि से यह शहर बहुत समृद्ध है। प्रो. नरेन्द्र कुमार रुस्तगी, डायरेक्टर सेन्टर फोर ग्लोबल स्टडीज, हावर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत कलाओं की अंतरराष्ट्रीय राजधानी है।
एक्शन पेंटिंग के साधक प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि अमरीकी चित्रकार जैक्शन पोलॉक से प्रेरित होकर उन्होंने पेंटिंग कार्य प्रारम्भ किया। डा लवकुश मिश्रा ने कहा कि कलाकार की भी ब्रांडिंग होना आवश्यक है, अन्यथा कम योग्य लोग, दूसरों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं.
मधुबनी पेंटिंग की साधक मीनाक्षी मिश्रा उर्फ अंजली ने लगभग 200 चित्रों का सृजन किया है। मीनाक्षी ने बताया कि पेंटिंग बनाने से मन को बहुत ही संतोष प्राप्त होता है।
इस अवसर पर “लोक लकीरें” नामक केटलोग जो प्रदर्शनी में प्रस्तुत चित्रों पर आधारित रहा, का लोकार्पण प्रो आशु रानी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डा आभा ने, धन्यवाद ज्ञापन डा एकता श्रीवास्तव ने तथा संयोजन नन्द नन्दन गर्ग ने किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय अधिकारी केशव शर्मा, राजीव द्विवेदी, छीतरमल गर्ग, सुरेश चंद्र अग्रवाल, ओम स्वरूप गर्ग, श्याम तिवारी, डॉ केशव शर्मा, आशीष अग्रवाल, डॉ अंशु अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, माधव अग्रवाल, रश्मि अग्रवाल, बबीता पाठक, हरेश अग्रवाल, रुपेश अग्रवाल, दीपक गर्ग, डॉ एकता श्रीवास्तव, डॉ आभा सिंह, अतुल गुप्ता, आगरा कॉलेज की विभागाध्यक्ष प्रो मीना कुमारी, बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष प्रो बिंदु अवस्थी, ललित कला संस्थान से डॉ ममता बंसल, प्रो रेखा कक्कड़, दिनेश मौर्या, डॉ सविता प्रसाद उपस्थित रहे।
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