Agra News: प्रख्यात सर्जन यूरोलॉजिस्ट डॉ. अजय प्रकाश का निधन, चिकित्सा जगत में शोक की लहर

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आगरा। शहर के जाने माने सर्जन डॉ. अजय प्रकाश का आज सायंकाल निधन हो गया। वे पूरी तरह स्वस्थ थे। आज दोपहर में लंच करने के बाद सोने चले गए थे। इसके बाद वे नहीं उठे। माना जा रहा है कि सोते समय हुए ह्रदयाघात से डॊ. अजय प्रकाश का निधन हुआ है। हाल ही में आगरा में हुए एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ आगरा के सातवें इंस्टॉलेशन समारोह में डॉ. अजय प्रकाश को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया था।

डॉ. अजय प्रकाश ने दूरबीन विधि से पित्ताशय की पथरी और अपेंडिक्स के एक दिन में 85 आपरेशन का रिकॉर्ड बनाया था। इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया गया था। उनकी गिनती शहर के प्रमुख सर्जन में होती थी। डॊ. अजय प्रकाश ने पहले विजय नगर कॊलोनी में अपना अस्पताल खोला था। इसके बाद उन्होंने आगरा-मथुरा मार्ग पर शांतिवेद हॉस्पिटल स्थापित किया था।

परिवार के सूत्रों ने बताया कि आज दोपहर में डॉ. अजय प्रकाश अपने किसी मित्र के यहां लंच पर गए थे। वहां से लौटने के बाद वह आराम करने के लिए अपने रूम में चले गए थे। उनकी सोते में ही मृत्यु हो गई। मृत्यु का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है।

डॉ. अजय प्रकाश के निधन की सूचना मिलते ही उनके आवास पर शुभचिंतकों और रिश्तेदारों का का पहुंचना शुरू हो गया है। डॉ. श्वेतांक प्रकाश उनके इकलौते पुत्र हैं और पुत्री डॉ. स्वाति हैं।

डा अजय प्रकाश के पास यूरोलॉजी में 47 वर्षों का अनुभव था और उन्होंने देश के विभिन्न शहरों में एक विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट के रूप में काम किया था। डॉ. अजय प्रकाश की विशिष्ट रुचियाँ इरेक्टाइल डिसफंक्शन, किडनी स्टोन्स, यूरेथ्रल स्ट्रिकचर रोग, मूत्र असंयम, आवृत्ति, मूत्र पथ संक्रमण, मूत्राशय कैंसर, सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया और यूरेटरल स्टोन्स थीं।

डॉ. अजय प्रकाश ने वर्ष 1977 में शहर के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस के साथ स्नातक और जनरल सर्जरी में एमएस के साथ स्नातकोत्तर किया। उन्होंने यूरोलॉजी विभाग के तहत अनुसंधान कार्यों और विभिन्न कार्यशालाओं में भी भाग लिया और कई पत्र प्रकाशित किए।

उनके पिता स्वर्गीय डा वेदप्रकाश पीपल मंडी में घर के सामने ही क्लीनिक चलाते थे। डा अजय प्रकाश और उनके दो भाई विजय प्रकाश और संजय प्रकाश तीनों ही डॉक्टर बने। पीपल मंडी से निकल कर उन्होंने विजय नगर कालोनी में माता पिता के नाम से शांति वेद हॉस्पिटल की स्थापना की और हाल ही के वर्षों में उन्होंने बाईपास मार्ग पर 160 बिस्तरों वाले शांति वेद आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना की थी।

डॉ वेद प्रकाश की तीनों पुत्रवधुएं डॉ अरुणा प्रकाश, डॉ दिव्या प्रकाश और डॉ मधु प्रकाश प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ बनीं। डॉ वेद प्रकाश के पोते डॉ प्रशांत प्रकाश (प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, पल्मोनरी मेडिसिन एसएनएमसी, आगरा) डॉ श्वेतांक प्रकाश (पूर्व विभागाध्यक्ष सर्जरी एसएनएमसी, आगरा) डॉ शिवांक प्रकाश (कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिशियन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट) के साथ-साथ पोतियों डॉ पूजा प्रकाश (प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी, एसएनएमसी आगरा) डॉ ब्लॉसम प्रकाश (कंसल्टेंट ऑब्सगाइनी और आईवीएफ स्पेशलिस्ट), डॉ स्वाति प्रकाश (कंसल्टेंट पैथोलॉजिस्ट, शांतिवेद लैबोरेटरीज) ने माता-पिता और दादा-दादी की उपलब्धियों का अनुकरण किया है।

Dr. Bhanu Pratap Singh