दिल्ली के बाद अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की आबकारी नीति पर विपक्ष ने हमला बोला है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने राज्य के कई अन्य नेताओं के साथ बुधवार 31 अगस्त 2022 को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और आबकारी नीति के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। बता दें कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यभार संभालने के कुछ ही महीनों बाद विपक्षी नेताओं ने राज्य में 500 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है।
सुखबीर बादल ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पंजाब के राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है। उनसे पंजाब में आप सरकार द्वारा किए गए 500 करोड़ रुपए के घोटाले में सीबीआई और ईडी की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जैसे दिल्ली उपराज्यपाल ने आबकारी नीति मामले की जांच का आदेश दिया है, हम पंजाब में भी उसी तर्ज पर सीबीआई जांच की मांग करते हैं।
इससे पहले 25 अगस्त को चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा था कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद राघव चड्ढा सहित सभी राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ घोटाले में मदद करने वाले पंजाब सरकार के अधिकारियों के खिलाफ स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। आप ने पंजाब आबकारी नीति तैयार करते समय दिल्ली मॉडल का पालन किया।
पंजाब में शराब का पूरा कारोबार दो कंपनियों को दिया गया: बादल
इस दौरान उन्होंने कहा था कि पंजाब के मामले में लाइसेंसधारी का लाभ मार्जिन भी पहले के 5 से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया। इस नीति के परिणामस्वरूप शराब का लगभग पूरा कारोबार दो कंपनियों ब्रिंडको और मेहरा ग्रुप के स्वामित्व वाली अनंत वाइंस को सौंप दिया गया।
सत्ता के नशे में हैं अरविंद केजरीवाल: अन्ना हजारे
बता दें, आम आदमी पार्टी अकेले भाजपा की आलोचना से नहीं जूझ रही है। करीब एक दशक पहले अपने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से चर्चा में आए अन्ना हजारे ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह सत्ता के नशे में हैं।
दिल्ली सरकार की नई शराब नीति को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा था कि महाराष्ट्र की तरह की नीति की उम्मीद की थी, लेकिन आपने (दिल्ली सरकार) ऐसा नहीं किया। लोग सत्ता के लिए पैसे के घेरे में और पैसे के लिए सत्ता के चक्कर में फंसते दिख रहे हैं। यह उस पार्टी को शोभा नहीं देता जो एक बड़े आंदोलन से निकली है।”
अन्ना ने लिखा था, मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल अपनी विचारधारा को भूल गए
अन्ना हजारे ने सीएम केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा कहा था, “आपके मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार पत्र लिख रहा हूं। आपने स्वराज नाम की एक किताब लिखी थी और इसकी प्रस्तावना आपने मुझसे लिखवाई थी। आपने उस किताब में शराब के बारे में बड़ी-बड़ी बातें लिखी थीं। आपकी आदर्श बातों से बहुत उम्मीद थी, लेकिन दिल्ली सरकार की नई शराब नीति से लगता है कि आप राजनीति में आने और मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं।”
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