colonel CK singh

SPCJIM से MBA करने वाले 25 साल बाद मिले, लंदन से आए डैरन, अब सभी अपने क्षेत्रों के महारथी

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सेठ पदमचंद जैन प्रबंध संस्थान के पूर्व छात्र कर्नल डॉ. सीके सिंह और डॉ. भानु प्रताप सिंह के नाम है रिकॉर्ड दर्ज

1997 बैच के एमबीए छात्रों को पंकज गर्ग ने एकजुट किया, डॉ. तेजिंदर जीत सिंह चला रहे हैं द ग्रीन्स रेस्टोरेंटे

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Agra, Uttar Pradesh, India. अनंत तू कैसा है, हमारे विनोद खन्ना नहीं दिख रहे हैं, अपने शाहरुख खान से आज तो एक्टिंग भी करवानी है। कुछ इसी तरह की बातें कीं 25 साल पहले सेठ पदमचंद जैन प्रबंध संस्थान (SPCJIM), खंदारी परिसर, आगरा विश्वविद्यालय से एमबीए करने वाले छात्रों ने की। रविवार को पूर्व छात्रों ने संस्थान का भ्रमण किया। अपने कक्षाएं देखीं। पुरान यादों में डूब गए। वे बातें तरोताजा कीं जो 25 साल पहले किया करते थे। इस कार्यक्रम को नाम दिया गया- सेठ पदम चंद जैन MBA, 1997 बैच के पूर्व छात्रों की री-यूनियन मीट।

 

देश के अलग अलग शहरों से आये 1997 बैच के कुछ पूर्व छात्र परिवार के साथ पहुंचे। दोपहर बाद रीयूनियन को आये सभी छात्र The Greens  रेस्टोरेंट में एकतरतीत हुए। उन्होंने अपने पूर्व शिक्षक Col  Dr. C K Singh का सपत्नीक सम्मान किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। डॉक्टर सीके सिंह ने कहा कि पच्चीस साल के बाद भी सभी में वही जोश और बचपन है। सभी अपनी नौकरी और व्यवसाय में बहुत अच्छा कर रहे हैं। कुछ के तो बच्चे भी बड़े होकर मेडिकल, इंजीनियरिंग और एमबीए की पढ़ाई कर रहे हैं। सभी को उन्होंने आशीर्वाद और शुभकामनाएँ दी ।

 

पूर्व छात्र पंकज गर्ग ने बताया कि कुछ छात्र विदेश में होने के कारण नहीं आ पाए हैं। आगरा के पंकज गर्ग ने बैच के 25 साल होने पर अपने बैच के री-यूनियन की सोची। जो पहले से संपर्क में थे, उनका व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सबको जोड़ा। पंकज गर्ग ने एक लाइन में री- यूनियन का महत्व बताया- “ये खुद का ही खुद से मिलने का अवसर है।”

 

कार्यक्रम को सफल बनाने में आशीष कपूर एवमं उमेश गर्ग का विशेष सहयोग रहा। पूर्व छात्राओं में संध्या सिंघल ने नोएडा से आकर एवं अंजलि दीक्षित ने दिल्ली से आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। डैरेन कुमार तो लंदन से मीट में सम्मिलित होने के लिए आए। आशीष कपूर ने मित्रता के ऊपर कविता पाठ से एक सफल कार्क्रम की समाप्ति की।

 

कर्नल डॉ. सीके सिंह ने डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा (पूर्व में आगरा विश्वविद्यालय) से शुद्ध प्रबंधन में पहली पीएचडी की है। उस समय शुद्ध प्रबंधन से कोई नहीं था और इसलिए उनके मार्गदर्शक एएमयू के प्रो. अजहर काजमी थे।

 

कर्नल सीके सिंह ने बताया कि “द ग्रीन्स” शुद्ध शाकाहारी रेस्तरां के मालिक डॉ. तेजिंदर जीत सिंह भी SPCJIM के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने कर्नल डॉ. सीके सिंह की देखरेख में उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय से पीएचडी की है।

 

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह भी सेठ पदमचंद जैन प्रबंध संस्थान के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने यहां से एमबीए के बाद प्रबंधन विषय में हिन्दी माध्यम से विद्या वास्चस्पति (पीएचडी) की उपाधि ली। यह काम करने वाले वे प्रथम भारतीय हैं।

Dr. Bhanu Pratap Singh