Naiminath Ayurvedic Medical College agra

नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज को 100 सीटों के साथ मान्यता, डॉ. प्रदीप गुप्ता से जानिए BAMS करने के फायदे, देखें वीडियो

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Agra, Uttar Pradesh, India. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग (एनसीआईएसएम) ने नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर, नवलपुर, फिरोजाबाद रोड, आगरा को बीएएमएम की मान्यता प्रदान की है। साथ ही सत्र 2021-22 से 100 सीट पर प्रवेश की अनुमति दी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर में इस हॉस्पिटल में 150 बेड्स के साथ कोविड केयर हॉस्पिटल शुरू किया था। पोस्ट कोरोना के मरीज भी यहां भर्ती करके स्वस्थ किए गए। BAMS करने के कई लाभ हैं। पहले दिन से रोजगार मिलता है। सरकार नौकरी मिलती है। अगर सरकारी नौकरी में समय लगता है तो निजी प्रैक्टिस कर सकते हैं। भारत सरकार आयुर्वेद को बहुत बढ़ावा दे रही है।

इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष डॉ. रघुराम भट्ट यू. ने श्री भगवान महावीर (जैन अल्पसंख्यक) शिक्षा समिति के सचिव डॉ. प्रदीप गुप्ता को एक पत्र भेजा है। कॉलेज का दो बार निरीक्षण के बाद मान्यता मिली है। निरीक्षण में कॉलेज भवन, संचालन, चिकित्सकों आदि के बारे में विस्तृत जानकारी की गई। निरीक्षण से एक दिन पहले सूचना दी गई। मानक पूर्ण होने पर 14 जनवरी, 2022 को बीएएमएस की मान्यता और प्रवेश लेने संबंधी पत्र जारी किया गया।

उल्लेखनीय है कि नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर ने कोरोना की द्वितीय लहर में उल्लेखनीय कार्य किया। श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के सहयोग से यहां निःशुल्क शिविर लगाए गए, मरीजों को भर्ती करके इलाज किया गया। पोस्ट कोरोना शिविर भी लगाए गए। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति ने कोरोना मरीजों को अतिशय लाभ दिया। आयुर्वेदिक दवाओं का लाभ पूरी दुनिया ने उठाया।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर, नवलपुर, फिरोजाबाद रोड, आगरा देश का पहला ऐसा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज है, जिसे पहली बार में ही 100 सीटों के साथ मान्यता दी गई है। नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर का भवन भव्य है। हर तह की सुविधाएं हैं। पंचकर्म की विशेष सुविधा है। पंचकर्म पद्धति से चिकित्सा कराने पर असाध्य रोग भी ठीक हैं जाते हैं। दक्षिण भारत के पंचकर्म विशेषज्ञ हैं। आयुर्वेद की दवाइयां हम स्वयं बनाते हैं। जिन्हें नहीं बना सकते, बाहर से मंगवाते हैं। औषधीय पौधे मेडिकल कॉलेज परिसर में ही उगाए जाते हैं। इसके लिए हर्बल गार्डन है। अस्पताल पूरी तरह चल रहा है। बाबा रामदेव के यहां काम करने वाले चिकित्सक हमारे यहां नियुक्त हैं।

डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की तैनाती होती है। पद हैं लेकिन डॉक्टर नहीं हैं। इसलिए बीएएमएस करने का लाभ ही लाभ है। इंजीनियर बिना जॉब के कुछ नहीं कर सकता है लेकिन चिकित्सक बहुत कुछ कर सकता है। आयुर्वेद को अपनाकर ही लोग पूर्णतः स्वस्थ हो सकते हैं। लोग बीमार न हों, यह पद्धति आयुर्वेद में ही है। असाध्य रोगों का इलाज आयुर्वेद में ही संभव है। डिग्री तो कहीं से भी ले सकते हैं लेकिन असाध्य रोगों का इलाज कैसे करें, यह केवल नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन रोगी देखने के बाद ही मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि बीएएमएस करने के लिए छात्र इसी सत्र से प्रवेश ले सकते हैं। छात्र और अभिभावक एक बार मेडिकल कॉलेज आकर देखें और स्वयं अनुभव करें कि हम उनका भविष्य कैसे उज्ज्वल बना सकते हैं। इस मोबाइल नम्बर पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही वेबासाइट पर पंजीकरण कराकर अपनी सीट सुरक्षित रख सकते हैं। अन्य कॉलेज की तुलना में यहां फीस भी कम है।

प्रवेश के लिए कॉल करें- 081938 96320

प्रवेश के लिए यहां क्लिक करें

http://naiminathayurveda.org/

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Dr. Bhanu Pratap Singh