आगरा में ऐतिहासिक श्री गौड़ी पार्श्वनाथ 24 जिनालय मोती कटरा के जीर्णोद्धार का शुभारंभ, भव्य शिला शोभायात्रा निकाली गई

RELIGION/ CULTURE

श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के संगम में  शिला स्थापना समारोह

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. भारत की ऐतिहासिक नगरी आगरा में स्थित श्री गौड़ी पार्श्वनाथ 24 जिनालय, मोती कटरा के जीर्णोद्धार का शुभारंभ भव्य समारोह के साथ  हुआ। इस पुनर्निर्माण कार्य का नेतृत्व आचार्य कुलचंद्र सुरीश्वरजी महाराज कर रहे हैं, जो वर्तमान में अहमदाबाद में विराजमान हैं। यह मंदिर 125 वर्ष प्राचीन है,  जिसे अब नए स्वरूप में पुनः स्थापित किया जा रहा है। भगवान पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर हैं।

शिला स्थापना समारोह: भक्ति की अनुपम छटा

मंगलमय वातावरण में शिला स्थापना समारोह के साथ जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ हुआ। जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्री संघ के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बताया कि बड़ी संख्या में श्वेत वस्त्रधारी श्रावक एवं चुनरी पहने श्राविकाएं हेल्प आगरा हॉस्पिटल, हनुमान चौराहा, मोती कटरा पर एकत्र हुईं। सभी ने जय महावीर स्वामी के उद्घोषों से वातावरण को पावन बना दिया।

भव्य शोभायात्रा में 32 पवित्र शिलाओं को विशेष साज-सज्जा के साथ मंदिर स्थल तक ले जाया गया। शिलाओं  की बोली लगाने वाले इन्हें श्रद्धा के साथ ले जा रहे थे। बैंड-बाजों की मधुर ध्वनि और भक्तों की श्रद्धा से वातावरण भक्तिमय हो गया। इस दौरान परमात्मा को रथ में लेकर अशोक कुसुम सुराणा विराजित हुए और मंदिर प्रांगण में शिलाओं का विधिपूर्वक पूजन संपन्न किया गया।ॉ

श्रद्धा और समर्पण का भावपूर्ण आयोजन

मंदिर स्थल पर शिला पूजन विधान के पश्चात विशेष शांति स्नात्र पूजा संपन्न हुई। इसके उपरांत शिलाओं की प्रतिष्ठा हेतु पारंपरिक बोली लगाई गई, जिसमें भक्तों ने श्रद्धा के साथ भाग लिया। मंदिर निर्माण स्थल पर श्रावक एवं श्राविकाओं ने भक्ति भाव से बैठकर पूजन विधान में सहभागिता की।

इस पावन अवसर पर जैन श्वेतांबर नवयुवक मंडल द्वारा शोभायात्रा का आयोजन किया गया।  दीपक धारीवाल, अंकित पाटनी, प्रकाश वेद आदि ने व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया।

शिलन्यास समारोह में उपस्थित जैन श्रद्धालु।

राजकुमार जैन ने क्या कहा

इस अवसर पर राजकुमार जैन ने अपने संबोधन में कहा कि अक्षय कृपा परिवार द्वारा मंदिर का जीणोद्धार कराया जा रहा है। आचार्य कुलचंद्र सूरीश्वर महाराज की प्रेरणा है। उन्होंने दादाबाड़ी के उद्धारक आचार्य शशिप्रभा महाराज का भी स्मरण किया। उन्होंने सभी आचार्य और मंदिर के जीर्णोद्धार में विशेष भूमिका निभा रहे दीपक धारीवाल, सुनील कुमार जैन तथा अंकित पाटनी की विशेष अनुमोदन की।

विशिष्ट जनों की गरिमामयी उपस्थिति

इस दिव्य आयोजन में श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर पेढ़ी (ट्रस्ट) के अध्यक्ष अजय चौरडिया एवं अन्य प्रमुख पदाधिकारी सुनील कुमार जैन, सुरेंद्र सोनी, सुशील जैन, संदेश जैन, वीरेंद्र वोहरा, अशोक लोढ़ा, बृजेंद्र लोढ़ा, कमलचंद जैन, विजय सेठिया, विमल राय सुराना, दुष्यंत जैन, अशोक कोठारी, संजय दूगड़, शैलेंद्र विपिन बरडिया, अशोक प्रेम, प्रमोद अजय ललवानी, अर्पित वेद, के.के. कोठारी, दिनेश संजय पारस, शरद चौरडिया, सुनील गादिया आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर: एक ऐतिहासिक परिचय

गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर आगरा के मोती कटरा क्षेत्र में स्थित 125 वर्ष प्राचीन जैन मंदिर है।  यह मंदिर 24 जिनालयों का पवित्र स्थान है और जैन धर्मावलंबियों के लिए विशेष श्रद्धा का केंद्र है। समय के साथ मंदिर का स्वरूप जर्जर हो गया था, जिसे अब पुनः भव्यता प्रदान की जा रही है।

 

संबोधित करते राजकुमार जैन।

मोती कटरा आगरा का एक ऐतिहासिक क्षेत्र है, जो मुगलकालीन व्यापारिक गतिविधियों एवं धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध रहा है। यह स्थान विशेष रूप से जैन समुदाय के लिए महत्वपूर्ण रहा है, जहां कई प्राचीन जैन मंदिर स्थित हैं। श्री गौड़ी पार्श्वनाथ 24 जिनालय मंदिर का जीर्णोद्धार इस क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा को और अधिक उज्ज्वल बनाएगा।

इस भव्य जीर्णोद्धार कार्य के साथ आगरा का यह पवित्र तीर्थस्थल पुनः अपनी प्राचीन आभा को प्राप्त कर रहा है, जो न केवल जैन समुदाय बल्कि समस्त श्रद्धालुजनों के लिए गौरव का विषय है।

अपराह्न में राजेंद्र सूरी महिला मंडल और जैन श्वेतांबर महिला मंडल ने श्राविका मेहदी रस्म आयोजित की।

शिलान्यास महोत्सव लाभार्थी परिवार

  1. श्री राज कुमार जी सुनील कुमार जी आशीष जी धार
  2. श्री अशोक जी हर्षित जी शुभम जी कोठारी
  3. कु. ऊषा जी बैद
  4. श्री राजेन्द्र जी दीपक जी गौतम जी धारीवाल
  5. श्री अशोक जी धीरज जी ललवानी
  6. श्री संजय जी यश जी दूगड़
  7. श्री निहाल सिंह जी मनोज जी बोहरा
  8. श्री बृजेन्द्र सिंह जी प्रवीन कुमार जी लोढा
  9. श्री अशोक जी अजय जी लोढा
  10. श्री विजय जी विन्नी जी विवेक जी सेठिया
  11. श्री दिनेश कुमार जी अतिन जी बैद
  12. श्री विनय कुमार जी मनीष जी बागचार
  13. श्री विनय चन्द जी प्रदीप जी लोढा
  14. श्री राज सिंह जी शैलेन्द्र जी बरड़िया
  15. श्री वीरेन्द्र सिंह जी कवीश जी दूगड़
  16. श्री पारस चन्द जी शैलेन्द्र जी दक्ष जी चपलावत
  17. श्री लाल चन्द जी पारस कुमार जी चौरड़िया
  18. श्री वीरेन्द्र सिंह जी रोहित जी बोहरा
  19. श्री अजय कुमार जी अर्पित जी चौरड़िया
  20. श्री कृष्ण कुमार जी अमित जी अक्षय जी कोठारी
  21. श्री रजनीकांत जी किरण कुमार जी अनिल कुमारी शाह
  22. श्री सुनील कुमार जी प्रखर जी बैद

गर्भगृह 8 शिला लाभार्थी

1.श्री राज कुमार जी, सुनील कुमार जी,  आशीष जी धारीवाल

  1. श्री अशोक जी अजय जी लोढा
  2. श्री अशोक जी हर्षित जी शुभम जी कोठारी
  3. श्री संजय जी यश जी दूगड़
  4. श्री जैन श्वेताम्बर महिला मंडल
  5. श्री विमल कुमार जी सम्भव जी प्रनव रायसुराना
  6. श्री निर्मल कुमार जी पुनीत जी अंकित जी सकले
  7. श्री बृजेन्द्र सिंह जी प्रवीन कुमार जी लोढा
मेहदी लगाती श्राविकाएं।

5 बड़ी ढेहरी शिला लाभार्थी

  1. श्री निहाल सिह जी मनोज जी बोहरा
  2. श्री विजय जी विन्नी जी विवेक जी सेठिया
  3. श्री राजीव जी अंकित जी पाटनी
  4. श्री विनय कुमार जी मनीष जी बागचार
  5. श्री कमलचन्द जी ध्रुव जी अथर्व बोहरा

18 छोटी ढेहरी शिला लाभार्थी

  1. श्री विनयचन्द जी प्रदीप जी लोढा
  2. श्री लालचन्द जी पारस कुमार जी चौरड़िया
  3. श्री राज सिंह जी शैलेन्द्र जी बरड़िया
  4. श्री पारसचन्द जी शैलेन्द्र कुमार जी दक्ष चपलावत
  5. श्री अभय कुमार जी अर्पित कुमार जी बैद
  6. श्री केसरीचन्द जी केवल चन्द जी कोमल जी भूरा
  7. कु. ऊषा जी बैद
  8. श्री दिनेश कुमार जी अतिन जी बैद
  9. श्री सलिल जी रचित जी सुचित जी सेठिया
  10. श्री ललित जी अतिशय जी बागचार
  11. श्री विनय कुमार जी तेजेन्द्र कुमार जी चौरड़िया
  12. श्री वीरेंद्र सिंह जी कवीश जी दूगड़
  13. श्री प्रदीप जी दीपेश जी सेठिया
  14. श्री प्रकाशचन्द जी राहुल कुमार जी बैद
  15. श्री वीरेन्द्र सिंह जी पंकज जी लोढा
  16. श्री विजय कुमार जी जीतेंद्र जी दुष्यन्त जी लोढा
  17. श्री राजेन्द्र कुमार जी दीपक जी गौतम जी धारीवाल
  18. श्री शा. हिम्मत भाई भबुतमलजी परिवार, कोल्हापुर (राज. महोबतनगर)
Dr. Bhanu Pratap Singh