Breaking News: अडानी के फर्जी एफपीओ का खुला राज, बाबा रामदेव की कंपनी के 7 हजार करोड़ डूबे – AGRA BHARAT HINDI E-NEWS

Breaking News: अडानी के फर्जी एफपीओ का खुला राज, बाबा रामदेव की कंपनी के 7 हजार करोड़ डूबे

BUSINESS

खुद की कंपनी से शेयर खरीदे और पैसे वापसी के लिए एफपीओ रद्द कर डाला

मुंबई । घोटालेबाज अडानी ग्रुप की पोल खोलने वाली हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अब फोब्र्स ने भी एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ के जिस एफपीओ को अडानी ने फुल सब्सक्राइब होने के बावजूद रद्द किया, उसमें जिन तीन निवेश फंडों ने शेयर खरीदे थे, उनका संबंध अडानी ग्रुप से है। यानी खुद की कंपनी से एफपीओ सब्सक्राइब कराकर फर्जी इमेज बनाने के बाद पैसे वापसी के लिए अडानी ने खुद एफपीओ रद्द कर डाला।

27 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेस का एफपीओ जारी किया था और फिर फुल सब्सक्राइब होने के बाद इसे अचानक वापस ले लिया था, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एफपीओ वापसी की वजह कंपनी के गिरते शेयरों को बताया था, लेकिन असल में वे अपना ही लगाया हुआ पैसा लौटाना चाहते थे। अडानी एंटरप्राइजेस के एंकर निवेशकों में से एक आयुष्मत लिमिटेड एक मॉरीशस बेस्ड फंड था, जिसने इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स को शुरुआती पेशकश किए गए शेयरों में से 2.32 फीसदी खरीदने का वादा किया था। आयुष्मान को मॉरीशस की एक वित्तीय सेवा फर्म रोजर्स कैपिटल द्वारा मैनेज किया जाता है।

रोजर्स के निदेशकों और प्रमुख शेयरधारकों में से एक जयचंद जिंग्री हैं। जो पहले मॉरीशस-मुख्यालय वाले अडानी ग्लोबल लिमिटेड के निदेशक थे. यह अडानी एंटरप्राइजेस की सहायक कंपनी थी। जिंग्री के संबंध गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी से भी हैं। वो अडानी समूह की ऑफशोर कंपनियों के अहम प्लेयर हैं। विक्रम रेगे एल्म पार्क फंड में एक निदेशक भी हैं, जिसने अडानी एंटरप्राइजेस के एफपीओ में दूसरे सबसे बड़ा निवेशक बनने की योजना बनाई थी. यह कंपनी भी सन फार्मा स्टॉक हेराफेरी की प्लानिंग में शामिल थी। इसके अलावा एविएटर ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फंड ने अडानी एंटरप्राइजेस के एंकर शेयरों का 1.25 फीसदी सब्सक्राइब किया था।

बाबा रामदेव की कंपनी के 7 हजार करोड़ डूबे
योगगुरू बाबा रामदेव की शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी पतंजलि फूड्स के निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। बीते एक हफ्ते पतंजलि फूड्स के शेयर में गिरावट का सिलसिला चल रहा है। इस वजह से कंपनी में दांव लगाने वाले निवेशकों को 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। शुक्रवार को कारोबार के आखिरी दिन पतंजलि फूड्स क शेयर में लोयर सर्किट लगा और 903 रुपए के भाव तक लुढ़क गया। एक हफ्ते पहले शेयर भाव 1102 रुपए था। कंपनी का मार्केट कैप 32825 करोड़ रुपए है।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh