Agra News: हीरे जड़े ठाकुर जी के दिव्य दर्शन, गिरिराज जी के छप्पन भोग महोत्सव की आमंत्रण यात्रा में डूबी ताजनगरी

RELIGION/ CULTURE

आगरा। गिरिराज महाराज के जयघोषों के बीच बुधवार को ताजनगरी आगरा भक्ति, श्रद्धा और सनातन परंपरा के अलौकिक रंग में रंग गई। श्री गिरिराज जी सेवा मंडल ‘परिवार’, आगरा द्वारा गोवर्धन में आयोजित होने वाले दिव्य छप्पन भोग महोत्सव 2025 के निमित्त भव्य आमंत्रण यात्रा निकाली गई। पांच दिव्य झांकियों, हीरे जड़े ठाकुर जी के दिव्य श्रृंगार और अघोरियों की धूनी के साथ निकली इस यात्रा ने पूरे नगर को भक्तिमय कर दिया।

भक्ति के जयघोषों के साथ मंदिर प्रांगण से यात्रा का आगाज़

आमंत्रण यात्रा का विधिवत शुभारंभ श्री मनकामेश्वर मंदिर, रावतपाड़ा से पूजन-अर्चन एवं गिरिराज महाराज की आरती के साथ हुआ। शंखनाद, भक्ति संगीत और जयघोषों के बीच क्षेत्र का वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया।

मुख्य अतिथि लघु उद्योग निगम अध्यक्ष राकेश गर्ग, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता सहित संस्थापक नितेश अग्रवाल, सह-संस्थापक मयंक अग्रवाल, संरक्षक कपिल नागर व रविंद्र गोयल, अध्यक्ष अजय सिंघल, महामंत्री विजय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विशाल बंसल समेत अनेक गणमान्यजनों ने संयुक्त रूप से आरती कर यात्रा का शुभारंभ किया।

गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त आरती कर दिया शुभ संकेत

यात्रा के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने सनातन परंपराओं के संरक्षण और धार्मिक आयोजनों के सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऐसे आयोजनों को समाज को जोड़ने वाला बताया।

ऐतिहासिक बाजारों से होकर बही गिरिराज भक्ति की अविरल धारा

रावतपाड़ा से आरंभ हुई यात्रा जौहरी बाजार, सुभाष बाजार, किनारी बाजार, बेलनगंज, कचहरी घाट, छत्ता बाजार और घटिया आजम खान से होकर निकली। मार्ग में जगह-जगह सिंह द्वार सजाए गए। दुकानदारों और नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया।

देव झांकियों ने मोहा मन, हर कदम पर दिखा आस्था का वैभव

यात्रा में विघ्नहर्ता गणेश जी की झांकी से मंगल आरंभ हुआ। इसके पश्चात भोलेनाथ, महावतार भगवान नरसिंह और सालासर बालाजी की झांकियों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

श्वेत हंस रथ पर विराजित ठाकुर जी बने श्रद्धा का केंद्र

मुख्य आकर्षण श्वेत हंस रथ पर विराजित हीरे जड़े ठाकुर जी का दिव्य डोला रहा। साथ चल रही भोलेनाथ की झांकी और अघोरियों की धूनी ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।

घोड़े-ऊंट, बैंड-बाजे और शहनाई से गूंजा नगर

चार घोड़े, दो ऊंट, दो बैंड और शहनाई दल के साथ श्रद्धालु भक्ति रस में झूमते चले। चारों ओर भक्ति गीतों और जयघोषों की गूंज सुनाई देती रही।

सनातन परंपरा के रंग में सजे सेवक, थीम आधारित वेशभूषा रही आकर्षण

सेवा मंडल के सभी सदस्य छप्पन भोग थीम पर एकरूप परिधान में शामिल हुए। पुरुषों ने कुर्ता-पायजामा और महिलाओं ने लहंगा पहनकर यात्रा की भव्यता बढ़ाई।

समाज को जोड़ने वाला आध्यात्मिक आयोजन : अतिथि वक्तव्य

मुख्य अतिथि राकेश गर्ग ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन समाज में संस्कार, अनुशासन और एकता का संदेश देते हैं। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने इसे धार्मिक के साथ-साथ सामाजिक चेतना जागृत करने वाला आयोजन बताया।
संस्थापक नितेश अग्रवाल ने कहा कि यह यात्रा गिरिराज महाराज की कृपा को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम है, जबकि सह-संस्थापक मयंक अग्रवाल ने इसे आगरा से गोवर्धन धाम को जोड़ने वाला आध्यात्मिक सेतु बताया।

हजारों दीपों से आलोकित हुआ फुलट्टी चौराहा, गूंजे जयकारे

फुलट्टी चौराहा पर हजारों दीपों के साथ ठाकुर जी की दिव्य आरती उतारी गई। भव्य आतिशबाजी और सजावट ने संध्याकालीन दृश्य को अविस्मरणीय बना दिया। पथवारी स्थित उमरिया गली में भारत विकास परिषद अमृतम द्वारा भी यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।

गोवर्धन धाम में चार दिवसीय धार्मिक अनुष्ठानों की रूपरेखा

सेवा मंडल के संरक्षकों ने बताया कि सभी कार्यक्रम शास्त्रसम्मत विधि से संपन्न होंगे 25 दिसंबर को भट्ठी पूजन, 26 दिसंबर को पारंपरिक मेहंदी उत्सव, 28 दिसंबर को गोवर्धन महाराज की परिक्रमा एवं अभिषेक तथा 29 दिसंबर को श्री गुरु काष्र्णि आश्रम, बड़ी परिक्रमा मार्ग, आन्योर में दिव्य छप्पन भोग, भव्य फूल बंगला श्रृंगार, साधु सेवा, विशाल महाप्रसाद एवं संध्याकालीन भजन संध्या आयोजित होगी। इसी दिन स्वर्ण हंस रथ पर विराजमान गिरिराज धरण के विशेष दर्शन होंगे।

श्रद्धालुओं और विशिष्ट जनों की उपस्थिति से ऐतिहासिक बनी यात्रा

आमंत्रण यात्रा में मयंक जैन, नीरज मित्तल, गौरी शंकर खंडेलवाल, बालमुकुंद, पुरुषोत्तम दास मित्तल, राजा बाबू, राजेंद्र अग्रवाल, मनोज शिवहरे, पंकज अग्रवाल, आरएस गुप्ता, अमित अग्रवाल, संदीप मित्तल, सौरभ वर्मा, राहुल गोयल, मुकुंद सिंघल, संजय मंगल, रवि गोयल, विमल फतेहपुरिया सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh