नोशनल वेतनवृद्धि का लाभ: DDR Agra ने उलझाया, पेंशनर शिक्षक गुस्से में, आज बनाएंगे रणनीति

Education/job
मनोज गिरी ने कहा, शिक्षा निदेशक के स्पष्ट निर्देश के बाद ही संभव
सेवानिवृत्त शिक्षकों के हित में संघर्ष, शिक्षा विभाग से मांगे गए स्पष्टीकरण

Live Story Time

Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. 1 जनवरी 2006 से 1 जनवरी 2016 के बीच 31 दिसंबर या 30 जून को सेवानिवृत्त हुए अध्यापकों को नोशनल वेतनवृद्धि का लाभ देने और पेंशन तथा ग्रेच्युटी की गणना करने के संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश की प्रदेश कार्यसमिति ने अपनी मांगें तेज कर दी हैं। इसी क्रम में महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उप शिक्षा निदेशक (डीडीआर) आगरा श्री मनोज कुमार गिरि से उनके कार्यालय में भेंट की और वार्ता की।


केवल जन्मतिथि 30 जून वालों को लाभ, सत्र लाभ लेने वाले रहेंगे वंचित?

वार्ता के दौरान डीडीआर श्री मनोज कुमार गिरि ने स्पष्ट किया कि केवल उन शिक्षकों को एक नोशनल वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा, जिनकी जन्मतिथि 30 जून है। लेकिन जो शिक्षक सत्र लाभ लेकर 30 जून को सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें यह लाभ नहीं मिलेगा।

DDR आगरा से वार्ता करते डॉक्टर देवी सिंह नरवार एवं अन्य पदाधिकारी।⁷

इस पर संघर्ष समिति के संयोजक डॉ. कुंजिल सिंह चाहर ने जोरदार आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि 12 जून 2024, 25 जून 2024 और 25 सितंबर 2024 को जारी शासनादेशों में कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि सत्र लाभ लेने के कारण किसी शिक्षक को नोशनल वेतनवृद्धि से वंचित रखा जाएगा। ऐसे में यह फैसला न्यायसंगत नहीं है।


निर्णय शिक्षा निदेशक के निर्देशों पर निर्भर

इस मुद्दे पर जवाब देते हुए डीडीआर श्री गिरि ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक से स्पष्ट निर्देश प्राप्त करने के लिए उन्होंने 21 अक्टूबर 2024, 18 नवंबर 2024, 3 दिसंबर 2024, 22 दिसंबर 2024, 8 जनवरी 2025 और 25 जनवरी 2025 को कुल 6 पत्र भेजे हैं। लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है।

उन्होंने आश्वस्त किया कि शिक्षा निदेशक से निर्देश प्राप्त होते ही एक सप्ताह के भीतर सभी लंबित मामलों का निस्तारण कर दिया जाएगा


जेडी आरपी शर्मा को ज्ञापन देते डॉक्टर देवी सिंह नरवार एवं अन्य शिक्षक नेता।

पेंशन और ग्रेच्युटी मामलों का शीघ्र समाधान

डीडीआर ने यह भी बताया कि आगरा मंडल में 31 मार्च 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों के पेंशन, ग्रेच्युटी और जीपीएफ (सामान्य भविष्य निधि) के सभी मामलों का निपटारा 5 अप्रैल 2025 तक कर दिया जाएगा

इसके बाद संघर्ष समिति ने एक ज्ञापन उप शिक्षा निदेशक को और दूसरा संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. आर.पी. शर्मा को सौंपासंयुक्त शिक्षा निदेशक (JD) डॉ. शर्मा ने सेवानिवृत्त शिक्षकों के हितों की लड़ाई लड़ने के लिए समिति के प्रयासों की सराहना की


आगामी रणनीति पर बैठक 25 मार्च को

सेवानिवृत्त प्रधानाचार्यों एवं अध्यापकों की एक महत्वपूर्ण बैठक 25 मार्च 2025 को दोपहर 2 बजे नागरी प्रचारिणी सभा, आगरा में आयोजित की जाएगी। इसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।

इस अवसर पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार, संयोजक डॉ. कुंजिल सिंह चाहर, श्री महेश चंद्र शर्मा और श्री ओम प्रकाश जैन की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही


संपादकीय टिप्पणी

सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष समिति का प्रयास सराहनीय है। शासनादेशों में स्पष्ट रूप से कहीं भी यह नहीं कहा गया कि सत्र लाभ लेने वाले शिक्षकों को नोशनल वेतनवृद्धि से वंचित किया जाएगा। ऐसे में शिक्षा विभाग को इस मामले में शीघ्र निर्णय लेकर शिक्षकों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। शिक्षा निदेशक के निर्देशों के इंतजार में शिक्षकों के अधिकारों को लटकाना न्यायसंगत नहीं है। उम्मीद है कि यह मामला शीघ्र सुलझेगा और शिक्षक अपने अधिकारों से वंचित नहीं रहेंगे

Dr. Bhanu Pratap Singh