बच्चों को प्रकृति से जोड़ने के लिए लॉन्च किया ग्रो लैब

PRESS RELEASE

मुंबई (अनिल बेदाग) : मुंबई की तेज़ रफ्तार और व्यस्त शहरी जीवन के बीच, एक हरा-भरा आश्रय उभर कर आया है जो बच्चों को प्रकृति के अद्भुत संसार से जोड़ने का काम करेगा। म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स (मुसो) ने ग्रो लैब का अनावरण किया है—एक अनूठी, अनुभवात्मक हरित जगह, जहां बच्चे अपने आसपास के इको सिस्टम और जीवन को बनाए रखने वाली जटिल कड़ियों को समझ सकते हैं। यहां, हाथों से करने वाली गतिविधियों के माध्यम से, बच्चे जैव विविधता, इको-फ्रेंडली खेती, जल संरक्षण और कचरा प्रबंधन के बारे में सीखते हैं और यह समझते हैं कि स्थानीय वनस्पतियां पक्षियों, मधुमक्खियों और अन्य महत्वपूर्ण जीवों के लिए कितनी आवश्यक हैं।

मुंबई के बीचों-बीच प्रकृति का स्पर्श – म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स की छत पर स्थित ग्रो लैब एक हैंड्स-ऑन स्पेस है, जहां बच्चे अनुभवों के माध्यम से प्रकृति और स्थिरता के बारे में सीखते हैं। म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स के उद्देश्य-निर्देशित, बाल-केंद्रित शिक्षा मिशन को आगे बढ़ाते हुए, ग्रो लैब पर्यावरण के प्रति एक गहरी समझ विकसित करता है और बच्चों को अपने समुदायों और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रेरित करता है।

म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स की सह-संस्थापक तन्वी जिंदल शेटे ने कहा, “ग्रो लैब की शुरुआत बच्चों में कम उम्र से ही पर्यावरणीय जागरूकता को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स में, हमारा लक्ष्य ऐसा अनुभव प्रदान करना है जो नवाचारपूर्ण, अद्वितीय और वैश्विक स्तर पर प्रेरित हो, ताकि बच्चों को सीखने के विश्व स्तरीय अवसर मिलें। ग्रो लैब के साथ, हम स्थिरता-केंद्रित शिक्षा में नए मानक स्थापित करना चाहते हैं और अगली पीढ़ी के चेंजमेकर्स में जिज्ञासा व ज़िम्मेदारी की भावना जगाना चाहते हैं।”

ग्रो लैब एक जीवंत, प्राकृतिक स्थान है, जहां बच्चे प्रकृति को स्पर्श, महसूस और अनुभव कर सकते हैं—एक ऐसा अवसर जो मुंबई जैसे महानगर में दुर्लभ है।

ग्रो लैब जैसी पहलें एक ऐसे भविष्य के निर्माण में मदद करती हैं, जहां अगली पीढ़ी पर्यावरण की चुनौतियों को समझती है और उनके समाधान खोजने में सक्षम होती है। MuSo की स्थिरता-केंद्रित शिक्षा संबंधी पहल यह सुनिश्चित करती हैं कि बच्चे प्रकृति के साथ गहरे और सार्थक रूप से जुड़ सकें।

ग्रो लैब अब म्यूज़ियम ऑफ सॉल्यूशन्स में खुल चुका है और परिवारों, स्कूलों और युवा खोजकर्ताओं को प्रकृति के जादू को फिर से खोजने के लिए आमंत्रित करता है।

-up18News

Dr. Bhanu Pratap Singh