SP singh baghel minister

आगरा के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल में दम है, तभी तो ऐसी बातें कहीं जिन्हें कहने से हर राजनेता डरता है

EXCLUSIVE
  1. ब्यूरोक्रेट्स की बीवियों के एनजीओ का काम रजिस्टर में होता है
  2. ऐसे एनजीओ भी हैं जो अवार्डी से पैसा लेकर अवॉर्ड देते हैं
  3. मैंने एनजीओ को पैसा नहीं दिया और 40% वापस नहीं लिया
  4. दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण देने के साथ मदद के तरीके बताए

 

  1. सीमित संसाधनों में सेवा करने वाला आगरा जैसा धरती पर दूसरा शहर नहीं
  2. कैला देवी पैदल जाते हैं तो आपके राज्य (राजस्थान) मे हमारे भंडारे लगे होते हैं
  3. दिव्यांग आईएएस बन सकते हैं क्योंकि उनकी मैरिट एससी से नीचे जाती है
  4. दिव्यांगों को पढ़ाओ, खेलकूद कराओ, विवाह कराओ, कन्यादान हम करेंगे

 

डॉ. भानु प्रताप सिंह

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. ऐतिहासिक आगरा के सांसद और केंद्रीय पशुधन, डेयरी और पंचायती राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने एक समारोह में बड़ी दिलेरी दिखाई। उन्होंने ऐसी बातें कहीं जिन्हें कहने से कोई भी राजनेता डरता है। साफगोई के साथ समाजसेवी संस्थाओं को सेवा की ऐसी रणनीति बताई जिसके बारे में वे सोचते भी नहीं हैं।

प्रो. एसपी सिंह बघेल श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर (बीएमवीवीएस) और आगरा विकास मंच के संयुक्त प्रयास से विकलांगों के लिए कृत्रिम अंग प्रतिदिन निःशुल्क केंद्र, फिजियोथेरेपी सेंटर और तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र के शुभारंभ के मौके पर जयपुर हाउस में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उनकी बातों को हम यथावत प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं-

  1. मेरा सौभाग्य है कि इस पुनीत कार्य में शरीक हुआ हूँ। मेट्रो के उद्घाटन से भी ज्यादा अच्छा उद्घाटन यह है। भौतिक सुविधा देना ज्यादा पुण्य का काम नहीं है।
  2. हम राजनीतिक लोग फाइनल रिपोर्ट से नाम निकलवाते और जोड़ते हैं, हमारे लिए नर्क के द्वार खुले मिलेंगे।
  3. एनजीओ के बारे में मेरी राय अच्छी नहीं है लेकिन सबके बारे में खराब नहीं होनी चाहिए। एक संस्था पूरी तरह से मानसिक रोगियों की देखभाल करती है। ऐसे मानसिक रोगी जो डॉक्टर को थप्पड़ तक मारते हैं, पौटी करने के बाद धोना नहीं जानते हैं। मदर टेरेसा वाला भी अच्छा है। चित्रकूट गया तो नानाजी देशमुख का कार्य अच्छा है। सरकार भी जानती है कि एनजीओ क्या है।
  4. ऐसे एनजीओ भी हैं कि अवार्डी से पैसा लेकर अवॉर्ड देते हैं।
  5.  मैं देश के 750 एमपी में पहले नम्बर पर हूँ। इसके तीन मानक बनाए गए थे- सांसद निधि का व्यय, संसद में उपस्थिति और क्षेत्र में भ्रमण। मैंने एनजीओ को पैसा नहीं दिया और 40 प्रतिशत वापस नहीं लिया। अटल बिहारी वाजपेयी ने सरस्वती शिशु मंदिरों को पैसा दियास, मैंने नहीं दिया। अब हम दोनों (यूपी के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय) देंगे क्योंकि सब धान बाईस पसेरी नहीं हो सकते।
  6. मैंने मधु (प्रो. एसपी सिंह बघेल की पत्नी मधु बघेल) से कहा है समाजसेविका कम लिखो, हमारी बूथ अध्यक्ष बन जाओ।
  7. ब्यूरोक्रेट्स की बीवियों ने एनजीओ चलाना शुरू कर दिया। उनका काम रजिस्टर में है ऊपर से हमें बुलाकर मुहर लगवा लेते हैं।
  8. जिंदगी में जो चंद अच्छे एनजीओ देखे उनमें एक आप (श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर) हैं। सांसद के नाते आभारी हूँ कि मेरे क्षेत्र में काम शुरू किया। इसका लाभ आसपास के जिलों के साथ भरतपुर, भिंड, मुरैना को भी मिलेगा। आपने बृज को केंद्र दे दिया है।
  9. 140 करोड़ लोगों के बीच एक ही संस्था काम नहीं कर सकती है।
  10. जब यूपी में विभाग है, बजट है, अधिकारी है, केंद्र सरकार में विभाग है, फिर 20 लाख लोग कौन हैं, जिनकी आपने (श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर) सेवा की है। हमसे तो एक भी विकलांग बचना नहीं चाहिए। दम है तभी कह सकता हूँ। आप तो कुछ देशों की जनसंख्या के बराबर विकलांगों को उपकरण दे चुके हैं।
  11. मेहता जी,  इस प्रांगण में आखिरी कुर्सी पर बैठा व्यक्ति भी मंच के लायक है। सीमित संसाधनों में सेवा करने वाला आगरा जैसा धरती पर दूसरा शहर नहीं है। कोरोना काल में पुलिस के डंडे खाकर भी भोजन कराया है।
  12. गुजरात में तो लोग आईएएस का भी फार्म नहीं भरते हैं और हम तो होमगार्ड के लिए भी मरे जा रहे हैं। गुजरात में संसाधन बहुत हैं।
  13. कैला देवी पैदल जाते हैं तो आपके राज्य (राजस्थान) मे हमारे भंडारे लगे होते हैं। हम यूपी क पहले दिन ही पार कर जाते हैं। भंडारे में पूरी सब्जी ही नहीं छोले-चावल आदि होते हैं। मैं कैला देवी की पैदल यात्रा दो बार और मधु पांच बार कर चुकी है।

विकलांगों के लिए निःशुल्क कृत्रिम अंग, फिजियोथेरेपी सेंटर और तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र शुरू, गोदी में आए और अपने पैरों पर गए दिव्यांग

  1. अब आपको पोलियो को दिव्यांग नहीं मिलेंगे। जिन्होंने पोलियो खुराक नहीं पिलाई, वे अपने बच्चों के दुश्मन हैं। एक धर्म वाले तो पोलियो खुराक पीते ही नहीं थे कि नपुंसक हो जाएंगे।
  2. अब एक्सीडेंटल दिव्यांग हैं। हाथ या पैर कट जाते हैं। हेलमेट लगाते नहीं हैं। तेज चलाते हैं। गलत कट करते हैं। दहेज में मोटर साइकिल तो मिल जाती है लेकिन हेलमेट नहीं मिलता है।
  3. आईएएस में दिव्यांगों की मैरिट 240 कम गई है। नाचे मयूरी ने मौका गंवा दिया। ये भी प्रचार करें कि दिव्यांग आईएएस बन सकते हैं क्योंकि उमकी मैरिट एससी से नीचे जाएगी।
  4. दिव्यांग को कृत्रिम अंग देने के साथ स्कूल में प्रवेश करा दें। दिव्यांगों के एडमीशन करोगे तो मैं फीता काटने जाऊँगा। आप (प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता की ओर इशारा करके) प्रवेश दिलाएं। इनकी शादी कराएं। दावत कराएं। डॉ. गुप्ता ने मौके पर ही हामी भरी।
  5. दिव्यांग पैरा ओलंपिक में भाग लें। आईएएस सुहास एल वाई का उदाहरण है।
  6. दिव्यांग की ट्राइ साइकिल में चार सरिया लगाकर ऐसा सामान लटका दो जिसे वह बेच सके। किसी के आगे हाथ न फैलाए।
  7. दिव्यांगों का विवाह कराओ। इनका कन्यादान हम करेंगे। फिर इनका समाज कल्याण विभाग में पंजीकरण करा दो तो 50 हजार और लेबर में करा दो तो 75 हजार रुपये मिलेंगे।
  8. दिव्यांगों के खेलकूद कराओ ताकि उनका भय निकल सके। एक दिव्यांग एवरेस्ट पर चढ़ गई।
  9. इंदिरा गांधी ने अपनि रोल मॉडल अपने पिता नेहरू की जगह हेलन किलर को बताया था जो प्रथम ब्लाइंड ग्रेजुएट है। फिर हमारा देश तो अष्टावक्र का देश है।

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Dr. Bhanu Pratap Singh