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प्रत्येक श्रावक के 11 कर्तव्य, क्या आप इनका पालन कर रहे हैं

RELIGION/ CULTURE

पर्यूषण पर्व के तीसरे दिन 11 कर्तव्यों के बारे में दी गई जानकारी

शाम को हुई भजन संध्या, आज कल्पसूत्र बोहराया जाएगा और धार्मिक टूर्नामेंट होगा

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.   श्वेताम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व के तीसरे दिन एलर्ट यंग ग्रुप के विद्वान श्रावक नियुष भाई ने श्रावक के 11 वार्षिक कर्तव्यों की चर्चा की। सभी कर्तव्यों को प्रभावशाली तरीके से उदाहरणों के साथ विस्तार से समझाया। वे चिंतामणि पार्श्वनाथ श्वेतांबर जैन मंदिर रोशन मोहल्ला के हीर विजय सूरी उपाश्रय में श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक श्री संघ द्वारा किया जा रहा है।

कर्तव्य से दूर भाग रहे

अहमदाबाद से पधारे नियूश भाई एवं मुंबई से पाधेर कैवन भाई ने बताया कि आज प्रत्येक क्षेत्र में कर्तव्य से लोग दूर भागते जा रहें है। फिर वह देश के प्रति कर्तव्य हो, समाज के प्रति कर्तव्य हो, धर्म के प्रति कर्तव्य भी क्यों न हो। आज हक की लड़ाइयां हो रही है, जबकि फर्ज कोई निभा नहीं रहा। यह आर्य देश कर्त्तव्यपरायण माना जाता था।

श्रावक के 11 वार्षिक कर्तव्य

  1. संघ पूजा
  2. साधर्मिक भक्ति
  3. यात्रात्रिक
  4. स्नात्र महोत्सव
  5. देव द्रव्य की वृद्धि

6 .  महापूजन

  1. रात्रि जागरण
  2. श्रुत पूजा
  3. उद्यापन
  4. तीर्थ प्रभावना
  5. किसी की भी आलोचना न करना

 

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प्रवचन सुनते श्रावक और श्राविकाएं।

राजेंद्र सूरी महिला मंडल ने भगवान महावीर पर 10 प्रश्न पूछे। सही उत्तर देने वालों को पुरस्कृत किया गया। कल्पसूत्र वोहराने का लाभ संजय, यश, हर्ष दुगड़ ने लिया। प्रभावना का लाभ सेठानी बोहरा परिवार ने लिया।

उल्लेखीय उपस्थिति

इस मौके पर सुपार्श्व जैन, अशोक कोठारी, बृजेंद्र लोढ़ा, प्रदीप लोढ़ा, दुष्यंत जैन, रजत बोहरा, रजत गादिया, चिराग जैन, संजय चौरड़िया, अतिन,  अर्पित,  वेद, संचित, आयुष, सुनील ललवानी की उपस्थिति उल्लेखीय रही।

भजन संध्या में भक्त हुए मगन

शाम 7:30 बजे से भजन संध्या हुई। भक्तिपूर्ण माहौल में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस दौरान चिंतामणि पार्श्वनाथ परमात्मा शीतलनाथ की जय-जयकार होती रही। भजन संध्या का लाभ संजय दूगड़ परिवार ने लिया।

आज कल्पसूत्र बोहराया जाएगा

श्री संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बताया कि 3 सितंबर को प्रातः 8:00 बजे कल्पसूत्र वोहराया जाएगा एवं अष्टप्रकारी पूजा होगी। उसके पश्चात 8:30 बजे से प्रवचन हीर विजय सूरी उपाश्रय में होंगे।

तीन सितंबर को धार्मिक टूर्नामेंट

राजेंद्र सूरि महिला मंडल द्वारा 3 सितंबर को “धर्म अध्यात्म की पिच पर चौके छक्के” लगाने यानी धार्मिक टूर्नामेंट कराया जाएगा। इसके लिए श्रावकों की टीम बनाई जाएंगी। दर्शकों के लिए धार्मिक तंबोला का आयोजन है। प्रतियोगियों से कहा गया है कि वे प्रातः 7.30 से 8.00 बजे तक हीर विजयसूरी उपाश्रय में पहुंच जाएं।  नेहा वैद  9761957494 और रचना बरडिया 7017590545 से संपर्क कर नाम लिखवाए जा सकते हैं।

Dr. Bhanu Pratap Singh