बरेली में साध्वी प्राची का बयान: ‘दंगा करने वाले दंगाइयों की कर देनी चाहिए नसबंदी’, मौलाना तौकीर की संपत्ति पर चले बुलडोजर

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बरेली। यूपी के बरेली जिले में साध्वी प्राची ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दंगा करने वाले दंगाइयों की नसबंदी कर दी जानी चाहिए। मौलाना तौकीर पर निशाना साधते हुए साध्वी ने कहा कि मौलाना तौकीर बरेली दंगे का मास्टरमाइंड है। उसकी अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलना चाहिए। उन्होंने मुरादाबाद की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां मौलाना ने 13 साल की बच्ची से कुमारिया सर्टिफिकेट मांगा है, यह बेहद अफसोसजनक और दुखद है।

साध्वी प्राची ने आगे कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ मदरसों में विदेशी फंडिंग हो रही है। सरकार को ऐसे मदरसों की जांच करनी चाहिए, खासकर वहां जहां इस तरह की हरकतें हो रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कहीं यह फंडिंग आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए तो नहीं की जा रही। सरकार को इस पर गंभीरता से जांच करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पुलिस फोर्स पर पत्थरबाजी करने वाले कौन थे, किसके घरों से पेट्रोल बम निकले और किनकी छतों से पत्थर मिले — यह सबकी जांच होनी चाहिए। साध्वी ने कहा, “शहाबुद्दीन औकात में आ जाओ, बहुत खराब कर रहे हो तुम लोग।”

दंगाइयों की नसबंदी होनी चाहिए

साध्वी प्राची ने कहा, “मैं उन लोगों के बारे में कह रही हूं जो नमाज अदा करने के बाद मस्जिदों से निकलकर पुलिस पर पत्थरबाजी करते हैं और फोर्स पर जानलेवा हमला करते हैं। यह बहुत बड़ी साजिश है। नाबालिग बच्चों को आगे करके उनसे हमले करवाए जा रहे हैं। ये मौलाना मस्जिदों में बैठकर हमला कराते हैं। ऐसे दंगाइयों की नसबंदी तुरंत होनी चाहिए ताकि देश का कूड़ा-कचरा खत्म हो और देश में शांति स्थापित हो।”

मौलाना तौकीर की संपत्ति पर चलना चाहिए बुलडोजर

साध्वी ने कहा कि मौलाना तौकीर को बरेली पुलिस अब दंगे का मास्टरमाइंड मान रही है। “मैं तो पिछले पांच साल से कह रही हूं कि बरेली दंगों का मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर है। पश्चिमी यूपी में आजम खान था और बरेली में तौकीर रजा। प्रशासन ने उसे गिरफ्तार किया है, यह अच्छा कदम है। उसकी जो अवैध संपत्ति है, उस पर बुलडोजर चलना चाहिए।”

चुनाव में बुर्का पर प्रतिबंध जरूरी

साध्वी प्राची ने कहा, “मैं चुनाव आयोग का धन्यवाद करती हूं कि बिहार में बुर्का पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है। यह बहुत जरूरी है। जहां-जहां चुनाव हों, वहां बुर्का पर प्रतिबंध होना चाहिए। आधार कार्ड में चेहरा मिलना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पिछले चुनाव के दौरान एक युवक बुर्का पहनकर वोटिंग करते पकड़ा गया था। ऐसे मामलों को रोकने के लिए बुर्का पर बैन जरूरी है।”

साभार – सहित

Dr. Bhanu Pratap Singh