भारत सरकार ने पूरन डावर को क्यों बनाया फुटवियर एवं चमड़ा उद्योग विकास परिषद का अध्यक्ष

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डॉ भानु प्रताप सिंह 

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. आगरा। भारत  के जाने-माने जूता उद्यमी, समाजसेवी और विचारक पूरन डावर को भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने फुटवियर एवं चमड़ा उद्योग विकास परिषद (Development Council for Footwear and Leather Industry) का चेयरमैन नियुक्त किया है। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ श्री डावर चमड़ा और फुटवियर उद्योग की दशा और दिशा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की ओर अग्रसर होंगे। उनके इस नामांकन पर देशभर के उद्योग संगठनों, सहयोगियों और शुभचिंतकों द्वारा बधाइयों का तांता लगा है।

प्रतिष्ठा की मोहर, डावर के समर्पण और नेतृत्व को मिला सम्मान
श्री पूरन डावर की यह नियुक्ति न केवल उनके समर्पण और दूरदर्शी नेतृत्व की स्वीकृति है, बल्कि यह भारत सरकार की उस दृष्टि का भी परिचायक है जो उद्योग को नए क्षितिज पर ले जाने हेतु सक्षम नेतृत्व की तलाश करती है। श्री डावर वर्तमान में काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (CLE) के उत्तरी क्षेत्रीय अध्यक्ष और आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (AFMEC) के अध्यक्ष के रूप में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

विश्व पटल पर बढ़ेगा भारत, उद्योग विशेषज्ञों ने जताई आशा – वैश्विक प्रतिस्पर्धा में होगा मजबूती से सामना
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि श्री डावर की दूरदर्शिता, संगठनात्मक कुशलता और कार्य के प्रति दृढ़ता के बल पर यह परिषद भारतीय चमड़ा एवं फुटवियर उद्योग की समस्याओं का समाधान करते हुए उसे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी। उनकी नेतृत्व क्षमता से यह परिषद नवाचार, गुणवत्ता और निर्यात को नई दिशा दे सकेगी।

गोपाल गुप्ता

सम्मान और विश्वास का विस्तार, अधिसूचना में कुल 25 सदस्य शामिल, आगरा से गोपाल गुप्ता भी मनोनीत
भारत सरकार द्वारा जारी गजट अधिसूचना के अनुसार इस परिषद में 25 सदस्य नियुक्त किए गए हैं, जिनमें 11 सदस्य विभिन्न सरकारी विभागों से और 14 सदस्य उद्योग जगत के प्रतिष्ठित प्रतिनिधि हैं। आगरा से ही गुप्ता एच.सी. ओवरसीज के चेयरमैन गोपल गुप्ता को भी परिषद में सदस्य के रूप में शामिल किया गया है, जिससे आगरा का गौरव और बढ़ा है।

पूरन डावर: एक प्रेरणादायक जीवन यात्रा

पूरन चंद डावर का जीवन प्रेरणा का स्रोत है। आगरा जैसे ऐतिहासिक शहर से ताल्लुक रखने वाले डावर जी ने अपने करियर की शुरुआत सीमित संसाधनों से की थी, लेकिन अपने आत्मविश्वास, परिश्रम और दूरदर्शी सोच के बल पर उन्होंने देश-विदेश में लेदर फुटवियर इंडस्ट्री में अपना लोहा मनवाया।

वे एक सफल उद्योगपति ही नहीं, बल्कि एक प्रखर समाजसेवी और चिंतक भी हैं। युवाओं को रोजगार, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण से जोड़ने के लिए उन्होंने कई सामाजिक और औद्योगिक पहल की हैं। AFMEC के तहत उन्होंने आगरा में अनेक जॉब फेयर्स, उद्यमिता कार्यशालाएं और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों का आयोजन कर क्षेत्रीय उद्योग को नई ऊर्जा प्रदान की है।

उनकी नेतृत्व क्षमता, स्पष्ट दृष्टिकोण और समाज के प्रति समर्पण ने उन्हें उद्योग क्षेत्र में विशिष्ट स्थान दिलाया है।

संपादकीय: दूरदर्शी निर्णय की सराहना

भारत सरकार का यह निर्णय निश्चित ही स्वागत योग्य और दूरदर्शी है। पूरन डावर जैसे जुझारू, अनुभवी और संवेदनशील उद्योगपति को फुटवियर एवं चमड़ा उद्योग विकास परिषद का अध्यक्ष बनाकर सरकार ने इस संस्था को एक प्रभावशाली और कुशल नेतृत्व प्रदान किया है।

आज जब भारत वैश्विक व्यापार में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है, ऐसे समय में डावर जैसे व्यक्ति की अगुवाई में चमड़ा एवं फुटवियर उद्योग को न केवल नई दिशा मिलेगी, बल्कि इसमें संरचनात्मक सुधार, नवाचार और निर्यात बढ़ोतरी के नए रास्ते भी खुलेंगे।

सरकार का यह निर्णय निश्चय ही उद्योग के भविष्य को उज्जवल बनाने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

Dr. Bhanu Pratap Singh