कांग्रेस ने यूपी-राजस्थान सीमा पर रविवार को खड़ी कर दी थीं 500 बसें
अनुमति न देने पर डॉ. अनिल चौधरी और प्रदीप माथुर ने जताई थी आपत्ति
Agra/Hathras/Mathura (Uttar Pradesh, India)। आखिरकार उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस की 1000 बसों से मजदूर ले जाने के लिए अनुमति दे ही दी। इस बारे में अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस बारे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव को पत्र भेजा है। उन्होंने चालक और परिचालकों की सूची मांगी है ताकि प्रवासी श्रमिकों को ले जाने के लिए प्रयोग किया जा सके।
यूपी-राजस्थान सीमा पर खड़ी थीं 500 बसें
उल्लेखनीय है कि 17 मई को मथुरा-भरतपुर के मध्य (तहसील गोवर्धन) बार्डर पर 500 बस कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान व रोहित चौधरी, राजस्थान के मंञी डॉ.सुभाष गर्ग, पूर्व विधानमंडल दल नेता प्रदीप माथुर, जिलाध्यक्ष मथुरा दीपक चौधरी के नेतृत्व उ.प्र.सरकार की अनुमति के लिए खड़ी थीं।
डॉ. अनिल चौधरी की थी अपील
कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक डॉ. अनिल चौधरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की थी कि बसों से मजदूर ले जाने की अनुमति दें। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की ने मजदूरों को उनके गांव तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की है। डॉ. चौधरी ने उ.प्र. सरकार से मानवीय आधार पर तुरंत इन बसों को अनुमति देने की अपील की थी।
प्रदीप माथुर ने क्या कहा था
प्रदीप माथुर ने कहा था कि बॉर्डर पर 500 बसें खड़ी हुई है। लेकिन यूपी सरकार ने बसों को चलाने की अनुमति नहीं दी है जो कि भारतीय जनता पार्टी के मजदूर विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। कोर्ट में शपथपत्र देकर यह बताया है देश में कहीं भी कोई मजदूर पैदल नहीं चल रहा है, जबकि यह बिल्कुल गलत है। पूरे देश में मजदूर रोड पर पैदल ही अपने घर लौट रहे हैं। उनके साथ में दुधमुंहे व छोटे बच्चे हैं, जिसके कारण मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी मांग पूरी हो गई है।