यमुनापार में घटना के बाद लोगों के बीच अनहोनी की आशंका बनी हुई है

BUSINESS Crime HEALTH NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। यमुनापार क्षेत्र में तनाव है। मंगलवार की देर शाम हिस्ट्रीशीटर को गोली मारे जाने की घटना के बाद लोग सहमे हुए हैं। इस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि  तिराहे पर हुई घटना से बाजार में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। पुलिस के सुरक्षा के आश्वासन के बाद ही लोग अपने प्रतिष्ठान खोलने के लिए राजी हुए। बुधवार को पुलिस बल तैनात रहा। घटना के बाद लोगों के बीच अनहोनी की आशंका बनी घर किये हुए है। घायल हिस्ट्रीशीटर का आगरा में इलाज चल रहा है, जबकि एक आरोपित पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इससे पहले बसपा के पूर्व विधायक के परिजनों पर बाइक सवार हमलावरों ने फायरिंग कर दी थी। कई हत्याएं हुईं मामलों में पुलिस आत्महत्या, दुर्घटना बता कर मामलों को रफादफा करती रही।

मंगलवार की देर शाम हुआ गोलीकांड
जमुनापर के लक्ष्मी नगर तिराहे के समीप सुभाष इंटर कॉलेज की भूमि और एक प्लॉट में ईंट की मंडी लग रही है। बताया जा रहा है कि इस ईंट मंडी से करीब आठ से दस हजार रूपये प्रतिदिन की उगाही होती है। इसमें आ रहे ट्रैक्टर चालक और ग्राहक से ट्रैक्टरों को खड़ा करने और ईंटों की बिक्री कराने की दलाली ली जाती है। कुआं गली निवासी श्याम सिंह और कृष्ण कुमार उर्फ कीर्ति के बीच सुभाष नगर में लग रही इसी ईंट मंडी से उगाही को लेकर विवाद बढा था। जिसमें यह गोलीकांड हुआ।

पुलिस को नही थी इस उगाही की भनक!
सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस को इस उगाही की भनक नहीं थी। अगर यह उगाही जबरन हो रही थी तो पुलिस को कदम उठाना चाहिए था। शहर में इस तरह की ईंट मंडियां कई जगह लग रही हैं। हाईवे किनारे और हाइवे के सर्विस रोड पर भी ईंट मंडी सजती हैं। इन से उगाही सिर्फ इस लिए होती है कि इन्हें कोई हटाये तो दबंग ट्रैक्टर चालकों के साथ हथियार लेकर आ खडे होंगे।

तिराहे चौराहों पर भी लेते रहे हैं गुंडा टैक्स
कोरोना काल में लगाये गये लॉकडाउन से पहले शहर के तिराहे चैराहों पर भी पुलिस की मौजूदगी में गुण्डा टैक्स की उगाही होती रही है। नगर निगम की रसीदों के नाम पर भी उगाही होती रही है। जब भी कोई शिकायत होती है, नगर निगम अपने कदम पीछे खींच लेता और पुलिस अधिकारी इसे अवैध बताते हैं लेकिन इसे रोकने के लिए कोई करता कुछ नहीं है।

Dr. Bhanu Pratap Singh