shesh ashesh abhimat

स्व. सर्वज्ञ शेखर गुप्त की पुस्तक शेष अशेष अभिमत की समीक्षाः सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का पथ प्रशस्त हो रहा

गद्य की आलेख एक तत्वप्रधान विधा है। आलेख साहित्यिक अभिव्यंजना का सबसे दुरुह एवं कठिन पाथ है। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के शब्दों में “भाषा की पूर्णता का विकास आलेखों में ही *सबसे अधिक संभव है।”* हम ध्यान से देखें तो इस विधा में व्यक्ति अपने स्वतंत्र व्यक्तित्व, निजीपन व अपने दृष्टिकोण का प्रकटन बहुत ही […]

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book release ceremony by som thakru

आकाश के सितारे स्व. सर्वज्ञ शेखर गुप्त की द्वितीय पुस्तक “शेष अशेष अभिमत” का अद्भुत लोकार्पण, देखें तस्वीरें

Agra, Uttar Pradesh, India. साहित्यसेवी, लेखक, कवि, पत्रकार और बैंक अधिकारी रहे और आकाश के सितारे बन चुके सर्वज्ञ शेखर गुप्त की प्रथम पुण्य तिथि पर उनकी दूसरी पुस्तक “शेष अशेष अभिमत” का लोकार्पण वाकई अद्भुत रहा। पुस्तक का तीन बार लोकार्पण किया गया। सर्वज्ञ शेखर के सभी परिजनों ने मंच पर आकर लोकार्पण किया। […]

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