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Motivational Story by Rajesh Khurana पिता-पुत्र की यह कहानी खुद पढ़ें और अपने बच्चों को भी पढ़ाएं

पापा, ये क्या है, दादाजी ने सारे आँफिस के सामने आपको डांटा और आप चुपचाप सुनते रहे। मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगाष आप भी कम्पनी में सारे कामकाज देखते हैं। क्या हुआ जो गलती से आर्डर इधर-उधर हो गया। ऑफिस में सभी आपका सम्मान करते हैं। ऐसे सबके सामने वो आपको डांटकर बेइज्जत कैसे कर […]

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Motivational Story by Rajesh Khurana इस छोटी से कहानी से समझिए जीवन का रहस्य

एक गांव में कुछ मजदूर पत्थर के खंभे बना रहे थे। उधर से एक साधु गुजरे। उन्होंने एक मजदूर से पूछा- यहां क्या बन रहा है? उसने कहा- देखते नहीं पत्थर काट रहा हूं? साधु ने कहा- हां, देख तो रहा हूं। लेकिन यहां बनेगा क्या? मजदूर झुंझला कर बोला- मालूम नहीं। यहां पत्थर तोड़ते- […]

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Motivational Story by Rajesh Khurana दानदाताओं के लिए भगवान श्रीकृष्ण की बड़ी सीख, समाजसेवियों को जरूर पढ़नी चाहिए ये कथा

एक बार की बात है कि श्री कृष्ण और अर्जुन कहीं जा रहे थे। रास्ते में अर्जुन ने श्री कृष्ण से पूछा  प्रभु – एक जिज्ञासा है मेरे मन में, अगर आज्ञा हो तो पूछूँ ? श्री कृष्ण ने कहा – अर्जन, तुम मुझसे बिना किसी हिचक, कुछ भी पूछ सकते हो। अर्जुन ने कहा […]

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Motivational Story जीवन का सबसे बड़ा गूढ मंत्रः स्वयं को टटोलें

दो आदमी यात्रा पर निकले। दोनों की मुलाकात हुई। दोनों का गंतव्य एक था तो दोनों यात्रा में साथ हो चले। सात दिन बाद दोनों के अलग होने का समय आया तो एक ने कहा- भाईसाहब, एक सप्ताह तक हम दोनों साथ रहे क्या आपने मुझे पहचाना? दूसरे ने कहा:-  नहीं, मैंने तो नहीं पहचाना। […]

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Motivational Story by Rajesh Khurana राजा न भर सका फकीर का भिक्षा पात्र, आखिर क्यों?

एक राजमहल के द्वार पर बड़ी भीड़ लगी थी। किसी फकीर ने सम्राट से भिक्षा मांगी थी। सम्राट ने उससे कहा,”जो भी चाहते हो, मांग लो।” दिवस के प्रथम याचक की कोई भी इच्छा पूरी करने का उसका नियम था। उस फकीर ने अपने छोटे से भिक्षापात्र को आगे बढ़ाया और कहा,”बस इसे स्वर्ण मुद्राओं […]

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Motivational Story by Rajesh Khurana एक ऐसी कहानी है जो आपका जीवन बदल सकती है, जरूर पढ़िए

वर्धमान नामक शहर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी दंतिल रहता था। राजा को उसकी क्षमताओं के बारे में पता था जिसके चलते राजा ने उसे राज्य का प्रशासक बना दिया। अपने कुशल तरीकों से व्यापारी दंतिल ने राजा और आम आदमी को बहुत खुश रखा। कुछ समय के बाद व्यापारी दंतिल ने अपनी लड़की […]

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राधास्वामी मत के गुरु दादाजी महाराज-6: आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में ऐतिहासिक कार्य

राधास्वामी मत के अधिष्ठाता दादाजी महाराज जब कुलपति पद पर प्रथम बार आसीन हुए उस समय विश्वविद्यालय की प्रशासनिक, शैक्षिक एवं आर्थिक स्थिति अत्यंत सोचनीय थी। प्रशासन में अराजकता थी। अध्ययन- अध्यापन में शिथिलता आ गई थी। परीक्षाओं के परिणामों में अत्यधिक विलंब होता था। सत्र अनियमित हो चुका था। आर्थिक घाटा होने के कारण […]

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राधास्वामी मत के गुरु दादाजी महाराज-5: कुलपति के दो कार्यकाल और वे ऐतिहासिक विदाई समारोह

आगरा विश्वविद्यालय के इतिहास में राधास्वामी मत के अधिष्ठाता दादाजी महाराज ही एकमात्र ऐसे शिक्षाविद हैं जिन्होंने इस उसी विश्वविद्यालय में दो बार कुलपति पद को संभाला। सन 1982 से 1985 तक तथा सन् 1988 से 1991 ईस्वी तक। सफलता के नवीन आयाम स्थापित किए। प्रतिबद्धता, अथक परिश्रम, समर्पण, निष्ठा, कर्तव्यपरायणता आदि गुणों से लबरेज […]

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बंद कक्ष में बैठकर प्रस्तुत विचारों का भी दूरगामी परिणामः प्रो. अगम प्रसाद माथुर

–राधास्वामी मत के गुरु दादाजी महाराज की पुस्तक ‘मेरे विचार खंड-2’ का लोकार्पण -मेरे विचार प्रथम खंड की तरह दिव्तीय खंड में भी विविधता में एकता समाहितः संपादक मंडल Agra, Uttar Pradesh, India. जाने-माने धर्मगुरु, आध्यात्मिक चेतना के प्रतीक, समाजसुधारक, राधास्वामी मत के अधिष्ठाता और आगरा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अगम प्रसाद माथुर (दादाजी […]

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राधास्वामी मत के गुरु दादाजी महाराज-4: कक्षा में भी जरूर पूछते- एनी क्वेश्चन

राधास्वामी मत के वर्तमान आचार्य और अधिष्ठाता प्रो. अगम प्रसाद माथुर (दादाजी महाराज) सन 1952 ईस्वी में आगरा कॉलेज के इतिहास विभाग में प्रवक्ता के रूप में नियुक्त हुए और तब से सन 1982 ईस्वी तक प्रारंभ हुआ 30 वर्षों के कटु-मधुर अनुभवों, संघर्षों और सफलताओं, प्रेम और वैमनस्य, आलोचनाओं और प्रशंसाओं का एक अनवरत […]

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