anil shukla agra

पत्रकार और रंगकर्मी अनिल शुक्ल का Interview by Dr Bhanu Pratap Singh, जानिए कैसी है निजी जिन्दगी, बताया Secret of Success, देखें वीडियो

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time आगरा के अनिल शुक्ल पत्रकारों और नाट्यकर्मियों के लिए जीती-जागती मिसाल हैं। सप्ताह में दो बार डायलिसिस कराते हैं, लेकिन गजब के सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश में नुक्कड़ नाटक की शुरुआत अनिल शुक्ल ने की। नाटक में कथा वाचन शैली का प्रादुर्भाव किया। मृत हो गई आगरा की […]

Continue Reading
book on chinhat

‘चिनहट 1857’ के लोकार्पण के लोकार्पण में प्रो. रामवीर सिंह ने कहा- यदि 1857 न होता तो 1947 भी न हो पाता

लखनऊ विद्रोह पर राजगोपाल सिंह वर्मा की पुस्तक ‘चिनहट 1857’ के लोकार्पण और संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं ने रखे विचार इतिहास केवल पढ़ने  से ही हासिल नहीं होता, उसे अर्जित करना पड़ता हैः प्रो. जगदीश्वर चतुर्वेदी 1857 में लखनऊ की रेजीडेंसी में ईस्ट इंडिया कंपनी को मिली पराजय ने अंग्रेजों को नए सिरे से छावनियां […]

Continue Reading
anil shukla agra

अजीब और अनोखा आदमी अनिल शुक्ल…

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time अनिल शुक्ल। वही अपने आगरा वाले अनिल शुक्ल। वहीं रंगलीला वाले अनिल शुक्ल। इकहरा शरीर। साधारण पहवाना। नहीं कोई दिखावा। किसी से नहीं वैरभाव। किसी पर नहीं दिखाते ताव। भगत के भगत। साहित्य और रंगकर्म की सेवा में रत। ऐसे कार्यक्रम कराते हैं, जो माह की मानसिक खुराक […]

Continue Reading