अमेठी और रायबरेली, इन दो हाई प्रोफाइल सीटों के ऊपर चढ़ी सस्पेंस की चादर शुक्रवार सुबह हट गई। अमेठी से केएल शर्मा और रायबरेली से राहुल गांधी को उतारकर कांग्रेस ने इन दो सीटों की पूरी पिक्चर शीशे की तरह साफ कर दी। राहुल गांधी अब केरल की वायनाड के बाद यूपी की रायबरेली से भी चुनाव लड़ेंगे, लेकिन प्रिंयका गांधी को फिर एक बार टिकट न देकर कांग्रेस ने चौंकाया भी है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रियंका गांधी सुपरस्टार कैंपेनर हैं, राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस को उनकी जरूरत है, इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ रही हैं। बात यहां खत्म हो जाती तो क्या था। जयराम रमेश ने बाद में एक ट्वीट किया जिसमें लिखा कि यह एक लंबा चुनाव है। शतरंज की कुछ चालें अभी भी खेलनी बाकी हैं, थोड़ा इंतजार करिए। रमेश के एक्स पर ट्वीट की यह अंतिम लाइन क्या इस ओर इशारा कर रही है कि आगे प्रियंका गांधी को किसी सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है?
प्रियंका गांधी भी उतरेंगी मैदान में?
एक इंटरव्यू में पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी चाहती थी कि प्रियंका और राहुल दोनों चुनाव लड़ें लेकिन हकीकत में मेरे और पार्टी के कई लोगों के लिए यह स्पष्ट था कि चूंकि पीएम मोदी ने प्रचार अभियान को पूरी तरह से अलग स्तर पर ले जाकर परिवार, इंदिरा और राजीव गांधी पर हमला किया है इसलिए प्रियंका भाजपा के हमलों का जवाब देने में सक्षम हैं। वह पूरे देश में प्रचार कर रही हैं। प्रियंका राजनीति के लिए बनी हैं और वह हर तरह से स्वाभाविक हैं। लोगों के साथ उनका जुड़ाव, उनके प्रचार की शैली, उनका व्यक्तित्व, इसलिए यह समय की बात है कि वह चुनावी राजनीति में कब आएंगी। वह राजनीति में पूरी तरह से शामिल हैं, हमें किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। जयराम रमेश ने यह भी कहा कि प्रियंका के चुनाव न लड़ने का एक बहुत महत्वपूर्ण कारण यह है कि वह कांग्रेस की ‘सुपरस्टार’ प्रचारक हैं जो बीजेपी का जोरदार तरीके से मुकाबला कर रही हैं।
जयराम रमेश का वो ट्वीट क्या है?
अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवार तय होने के बाद जयराम रमेश ने ट्वीट किया। जयराम ने लिखा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबरों पर कई लोगों की राय है। याद रखें, वह राजनीति और शतरंज के एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। पार्टी नेतृत्व बहुत चर्चा के बाद और एक बड़ी रणनीति के हिस्से के रूप में अपने निर्णय लेता है। इस एकल निर्णय ने भाजपा, उसके समर्थकों और उसके चापलूसों को भ्रमित कर दिया है।
भाजपा के स्वघोषित चाणक्य जो ‘परम्परागत सीट’ के बारे में बात करते थे, अब निश्चित नहीं हैं कि कैसे प्रतिक्रिया दें। रायबरेली न केवल सोनिया जी की बल्कि खुद इंदिरा गांधी की भी सीट रही है। यह विरासत नहीं है, यह एक जिम्मेदारी और कर्तव्य है।
-एजेंसी
- रौनक ने GLA University Mathura और पत्रकार कमलकांत उपमन्यु का मान बढ़ाया, 278 नेशनल डिबेट में से 251 में प्रथम स्थान पाया - September 29, 2025
- Agra News: गोस्वामी समाज सेवा समिति ने नवरात्रों के पावन अवसर पर भव्य भंडारे का किया आयोजन, गरबा और भक्ति गीतों झूमे श्रद्धालु - September 28, 2025
- स्वानंद किरकिरे का नाटक खोलेगा बॉलीवुड का असली चेहरा, फिरोज़ जाहिद खान कर रहे हैं ‘बेला मेरी जान’ का निर्देशन - September 28, 2025