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दादाबाड़ी जीर्णोद्धारक गुरुवर्या शशिप्रभा महाराज की गुणगान सभा, पढ़िए किसने क्या कहा

RELIGION/ CULTURE

पांच दिन पूर्व पदयात्रा के दौरान दुर्घटना में हो गया था देवलोक गमन

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. जैन मंदिर दादाबाड़ी में जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्री संघ, श्री वर्धमान महावीर स्वामी जैन मंदिर दादाबाड़ी ट्रस्ट, श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर पेढ़ी ट्रस्ट, रोशन मोहल्ला के तत्वाधान में गुरुवर्या शशिप्रभा की स्मृति में गुणगान सभा आयोजित की गई। गुरुवर्या ने दादाबाड़ी का जीर्णोद्धार कराया था। पांच दिन पूर्व पदयात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने से देवलोक हो गया था।

श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार जैन ने नमन करते हुए कहा कि गुरुवर जैसा अंदर थीं, वैसी ही बाहर थीं। इस कारण वह जो भी परमात्मा की वाणी व्यक्त करती थीं, वह व्यक्ति के अंतःकरण में समाहित हो जाती थी।

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ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष दुष्यंत जैन ने उन्हें सच्चा बैरागी, तपस्वी एवं परमात्मा महावीर का सच्चा पुजारी बताया। रीटा ललवानी ने भावुक होते हुए अपनी मां समान बताया। ट्रस्ट के सचिव शरद चौरड़िया ने दादाबाड़ी जीर्णोद्धारक बताते हुए उन्हें नमन किया। संगीता सकलेचा ने कहा कि वह आज जो भी साधु साध्वी की सेवा कर पा रही है, वह उन्हीं का मार्गदर्शन है।

कमलचंद जैन, केके कोठारी, रोबिन जैन, प्रमोद, अजय ललवानी ने भी उनको अपना सच्चा मार्गदर्शन बताया। इस मौके पर विनय वागचर, अर्पित वेद, अशोक कोठारी,  दिनेश चौरड़िया, प्रेम ललवानी, रजत गादिया, विपिन जैन, ममता जैन, ममता धारीवाल, शालू जैन, पिंकी ललवानी, श्रीमती वेद, श्रीमती वागचर विशेष रूप से उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh