जर्मन कंपनी ने चीन के स्थान पर आगरा में जूता उत्पादन शुरू किया
यूपी के एमएसएमई राज्यमंत्री चौधीर उदयभान सिंह ने वर्चुअली लॉन्च किया
दुनिया के हर देश में निर्यात होगा, भारत के हर प्रदेश में डिस्ट्रीब्यूटर बनेंगे
2000 दुकानों पर उत्पाद पहुंचाएँगे, यूरोप और यूएसए में भी विस्तार होगा
Agra, Uttar Pradesh, India । ताजमहल के शहर आगरा के जूता निर्यातक राजकुमार जैन, सुनील कुमार जैन और आशीष जैन ने कोरोना काल में वह कर दिया जिसका पूरी दुनिया को इंतजार था। आई ट्रैक शू कंपनी का जर्मन कंपनी कासा ऐवर जिम्ब (Casa Everz Gmbh) के साथ हुए करार के बाद चीन के स्थान पर आगरा में अंतरराष्ट्रीय स्तर का जूता उत्पादन द नैचुरो (Da Naturo brand globally) ब्रांड नाम से शुरू हो गया है। यह जूता पूरी दुनिया में जाकर आत्मनिर्भर भारत, समर्थ भारत का प्रतीक बनेगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकल टु वोकल को सार्थक किया है। उत्तर प्रदेश के एमएसमई राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने आगरा से और लूलू ग्रुप के निदेशक मुजीब रहमान ने दुबई से कंपनी के उत्पादन को ईपीआईपी, शास्त्रीपुरम, सिकंदरा, आगरा में वर्चुअली ल़ॉन्च किया। उन्होंने हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया।

सरकार सहयोग के लिए तत्पर
इस मौके पर चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि सरकार के काम में देर हो सकती है लेकिन अंधेर नहीं। आप जिन ऊंचाइयों पर चढ़ रहे हैं, सरकार भी आपके साथ सहयोग के लिए तत्पर है। हमारा प्रयास है कि समय पर सारे काम हों। हम उद्यमियों कै सपनों को हकीकत में बदलेंगे। चीन के स्थान पर कंपनी का उत्तर प्रदेश के आगरा में उत्पादन शुरू कर रही है, यह मेरे लिए भी गौरव की बात है क्योंकि मैं आगरा से हूं। उन्होंने जैन बंधुओं के प्रयासों को अनुकरणीय बताया। लूलू ग्रुप के निदेशक मुजीब रहमान ने कहा कि जर्मन कंपनी के साथ किया गया उत्पाद अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है। वादा किया कि सभी देशों के स्टोर पर उत्पाद बेचेंगे।

जूता उद्योग इतिहास में सबसे बड़ी उपलब्धि
आई ट्रैक कंपनी के चेयरमैन राजकुमार जैन ने कहा कि स्व. अशोक जैन सीए के साथ सदर भट्ठी में 48 पेयर जूता निर्माण के साथ फैक्ट्री शुरू की। तीन साल बाद स्पोर्ट्स शूज का निर्यात करना शुरू कर दिया। फार्मल शू के लिए सदर भट्ठी से खतैना में फैक्ट्री स्थापित की। 1986 में लाइको स्टाइल ब्रांड के नाम से जूता बनाया, जो गल्फ कंट्रीज, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका में मुख्य तौर पर निर्यात किया जाता है। लाइको स्टाइल इस समय 500 आउटलेट पर उपलब्ध है। लाइको स्टाइल दशकों पहले लोकल से वोकल बना हुआ है। जब पूरी दुनिया कोरोना से कराह रही थी तब हमने आई ट्रैक कंपनी और जर्मन कंपनी के साथ करार किया तो पूरी दुनिया में हलचल मच गई। इसका जूता उत्पादन शुरू होना आगरा के जूता उद्योग इतिहास में सबसे बड़ी उपलब्धि है।

भारत के हर प्रदेश में डिस्ट्रीब्यूटर बनेंगे
आई ट्रैक कंपनी के सीईओ आशीष जैन ने बताया कि जर्मन कंपनी से करार सिर्फ जूता उत्पादन में ही नहीं बल्कि अलग-अलग उत्पादों में तकनीक, गुणवत्ता, आर एंड डी, मार्केटिंग का भी सहयोग है। अगले छह महीनों में दुनिया के हर देश में निर्यात करेंगे। कंपनी का उत्पाद 15 देशों मे बेचा जाता है, जो अब व्यापक स्तर पर शुरू होगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर का है। मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलीपीन्स, दुबई, ओमान, कतर, श्रीलंका, बांग्लादेश आदि देशों में उत्पाद जाएगा। भारत के हर प्रदेश में डिस्ट्रीब्यूटर बनेंगे। 2000 दुकानों पर उत्पाद पहुंचाएँगे। यूरोप और यूएसए में विस्तार होगा।

स्वास्थ्यप्रद है यह जूता
श्री जैन ने बताया कि हम स्प्रिंग लाइट तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। इटैलेयन मैटेरियल है और इसी कारण उत्पाद अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। हमें पता होना चाहिए कि भारत और विदेशी कंपनी के साथ समझौता होता है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पाद बनते हैं क्योंकि विदेशी कंपनी के पास तकनीक है तो हमारे पास सोच है। जूता निर्माण में प्रयुक्त हो रहे इटैलियन मेटैरियल का धीरे-धीरे भारत में ही उत्पादन करेंगे। द नैचुरो (Da Naturo brand globally) के नाम से बनाया जा रहा शू उत्पाद आरामदायक है। स्वास्थ्यप्रद है। महिला, पुरुष और बच्चों के लिए है। जूता के साथ चप्पल भी है। जूता चमड़े का नहीं है। वाशेबल है। इस पर पानी का कोई प्रभाव नहीं होता है। आगे भारत के हर प्रदेश में डिस्ट्रीब्यूटर बनेंगे।

पूरे विश्व में उदाहरण बनेगा
आई ट्रैक कंपनी के निदेशक सुनील कुमार जैन ने बताया कि खास बात यह है कि जर्मनी कंपनी के सहयोग से किया जा रहा यह उत्पाद कहीं से कॉपी नहीं किया गया है। इस तरह का प्रोडक्ट बनाने में कई जिन्दगी लग जाती हैं। यह अपना प्रोडक्ट है और इसके मध्यम से दुनिया को नई तकनीक दे रहे हैं। उत्पादन का पहला चरण पूरा कर लिया है। इस तरह के 10 प्रोडक्ट और हैं। लॉकडाउन के दौरान हुआ यह समझौता हर किसी ने सराहा। जूता निर्माण क्षेत्र में मील का पत्थर बन गया है। एक सपना था जो पूरा हुआ है। न किसी सरकार ने और न ही किसी उद्यमी ने सोचा कि कोई कंपनी चीन से आगरा आकर ऐसा शू उत्पादित करेगी जो पूरे विश्व में उदाहरण बनेगा।

चीन से काफी बेहतर
लूलू ग्रुप के निदेशक मुजीब रहमान के वैयक्तिक सहायक निशाद ने कंपनी को बधाई दी। पुमा, स्केचरा और नाइके कंपनी के पूर्व कंट्री हेड और वेव्स व्लोवल मार्केटिंग के निदेशक मोहन ने इटैलियन प्रोडक्ट रेंज ईवा (EVA) को सराहा और कहा कि यह चीन से काफी बेहतर है। इटली के सैंड्रो, डीएसआई सैमसन की निदेशक, श्रीलंका और सभी देशों की वितरक कौशल्या ने लॉन्चिंग समारोह में शिरकत की। प्रोडक्ट की सराहना करते हुए बेचने का वचन दिया।
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