गया जंक्शन पर एनटीपीसी परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर उग्र छात्रों ने रेलवे संपत्ति पर हमला बोल दिया। इस दौरान बुधवार को भड़के अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन के दौरान गया जिले में जमकर बवाल काटा। गया जंक्शन पर लगी एक खाली ट्रेन को आग के हवाले कर दिया। इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से अपील की। रेल मंत्री ने नौकरी चाह रहे अभ्यर्थियों से ‘सार्वजनिक संपत्ति’ को नष्ट नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि वे इसे नुकसान पहुंचाएंगे तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूंगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है, आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें। आपकी जो शिकायतें और बिंदु अब तक उभर कर आए हैं उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे। कोई भी छात्र कानून को हाथ में न ले।’
रेल मंत्री बोले कि कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं, मैं उनसे निवेदन करूंगा कि छात्रों को भ्रमित न करें। ये छात्रों, देश का मामला है, इसको हमें संवेदनशीलता से लेना चाहिए।
क्या है मामला?
दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा 2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किए गए थे। इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। ये विरोध बिहार और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों की ओर से किया जा रहा है।
रेल मंत्रालय ने रेलवे की दोनों परीक्षा (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों और रेलवे भर्ती बोर्ड की लेवल-1 ) पर फिलहाल रोक लगा दी है। रेल मंत्रालय ने एक कमेटी गठित की है जो परीक्षा में पास हुए स्टूडेंट और फेल किए गए स्टूडेंट की बातों को सुनेंगे। कमेटी इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेंगी। उसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा। छात्रों के विरोध के मद्देनजर फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। रेल मंत्री ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कई सवालों के जवाब दिए।
मंगलवार को रेलवे ने एक नोटिस जारी कर परीक्षार्थियों को चेतावनी दी थी कि प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ सहित अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की रेलवे में भर्ती पर हमेशा के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी। यह चेतावनी बिहार में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों के रेलवे पटरियों पर धरने पर बैठने के मद्देनजर आई थी। रेलवे ने एक समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी।
लेवल 1 में 2 स्टेज एग्जाम क्यों?
इस सवाल के जवाब में वैष्णव ने कहा कि देशभर में इतने बड़े लेवल पर रिक्रूटमेंट करना हो तो एक ही एग्जाम के जरिये ऐसा करना बहुत मुश्किल है। इस मुद्दे को सरकार देखेगी। इसके बारे में बताया गया था। रेल मंत्री ने इसे रीएग्जामिन करने की बात कही है।
10+2 में ग्रेजुएट्स को कैसे अनुमति?
वैष्णव ने कहा कि किसी भी एग्जाम के लिए मिनिमम क्वालिफिकेशन की जरूरत होती है। अधिकतम क्वालिफिकेशन का क्राइटेरिया नहीं होता है। यह एक संवैधानिक व्यवस्था है। 10+2 के एग्जाम में ग्रेजुएट्स को बैठने से नहीं रोका जा सकता है।
-एजेंसियां
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