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10 वर्ष बाद ही सही, शुभ घड़ी आ ही गई, आगरा एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव की शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को वाराणसी से रखेंगे

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आमंत्रण पत्र पर प्रो. एसपी सिंह बघेल, बेबीरानी मौर्य और राजकुमार चाहर के नाम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की भी चर्चा चल रही है

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. 10 वर्ष बाद ही सही, शुभ घड़ी आ ही गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय हवाई अड्डा (आगरा एयरपोर्ट या खेरिया एयरपोर्ट) के सिविल एनक्लेव की आधार शिला 20 अक्टूबर, 2024 को अपराह्न 2.30 बजे धनौली में रखी जाएगी। भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री के अलावा कैबिनेट मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, उत्तर प्रदेश सरकार श्रीमती बेबीरानी मौर्य, फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर के नाम आमंत्रण पत्र पर अंकित हैं। संभावना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में आ सकते हैं। नए सिविल टर्मिनल के निर्माण से आगरा के पर्यटन और अन्य उद्योगों को अप्रत्याशित लाभ मिलने की आशा है।

आगरा एयरपोर्ट के निदेशक योगेंद्र तोमर का कहना है कि कार्यक्रम में आगरा के सभी जनप्रतिनिधि आमंत्रित किए गए हैं। करीब 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। यह कार्यक्रम भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री की ओर से आयोजित है। मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार, सचिव, खेल विभाग, भारत सरकार और सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार के नाम से आमंत्रण भेजा है।

सिविल टर्मिनल के निर्माण के लिए गांवों धनौली, अभयपुरा, और बल्हेरा के किसानों की 92.50 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा इसे 343.20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। यह अत्याधुनिक टर्मिनल 34,346 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला होगा और पीक आवर्स में 1,400 यात्रियों को सेवाएं प्रदान करेगा।

यह टर्मिनल न केवल आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, हाथरस, कासगंज जैसे जिलों के निवासियों और व्यापारियों के लिए सुविधाजनक हवाई सेवा प्रदान करेगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण होगा।

आगरा का हवाई अड्डा पहले से ही एक ऐतिहासिक सैन्य अड्डा रहा है, जिसकी स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल एयर फोर्स के स्टेशन के रूप में हुई थी। देश की स्वतंत्रता के बाद इसे भारतीय वायु सेना को सौंपा गया और आज यह वायु सेना के महत्वूर्ण अड्डों में से एक है।

इस बीच भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री किंजारापू राम मोहन नायडू (Kinjarapu Ram Mohan Naidu Minister of Civil Aviation of India) ने जानकारी दी है कि एएआइएल ने 225 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ रीवा, सरसावा और अंबिकापुर हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों का विकास सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके अलावा, एएआइएल ने 5.910 करोड़ रुपये के निवेश के साथ वाराणसी, आगरा, दरभंगा और बागडोगरा हवाई अड्डों पर चार अतिरिक्त नए टर्मिनल भवनों का विकास शुरू किया है।

ये अवसंरचनात्मक प्रगति क्षेत्रीय हवाई संपर्क को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने के लिए तैयार है, जबकि स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे संबंधित क्षेत्रों और पूरे राष्ट्र के आर्थिक विकास में पर्याप्त योगदान मिलेगा।

नव विकसित टर्मिनल भवनों को सालाना 10 लाख यात्रियों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो यात्री हैंडलिंग क्षमताओं में महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, वाराणसी, आगरा, दरभंगा और बागडोगरा हवाई अड्डों पर प्रस्तावित चार टर्मिनल भवनों में पूरा होने पर प्रति वर्ष 230 लाख से अधिक यात्रियों की सेवा करने की क्षमता होगी।

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