लाए अयोध्या में मोदी श्रीराम को, संस्कार भारती आगरा की तृतीय अरुणोदय काव्य गोष्ठी में राम नाम की गूंज

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Agra, Uttar Pradesh, Bharat, India. संस्कार भारती आगरा महानगर के तत्वावधान में “तृतीय अरुणोदय काव्य गोष्ठी” का शुभारम्भ वरिष्ठ कवि और साहित्यकार डा राजेन्द्र मिलन, डा शशि गुप्ता और संस्कार भारती के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष नन्द नन्दन गर्ग और ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। गोष्ठी की अध्यक्षता डा मनोज कुमार पचौरी ने की। सरस्वती वन्दना डा शशि गुप्ता ने की और ध्येय गीत का गायन संस्कार भारती के  दीपक गर्ग ने किया।

गोष्ठी का संचालन कर रहे राकेश शर्मा निर्मल को बहुत पसंद किया गया।

रस्तों के साथ में ,न मंज़िल के साथ में

धारों के साथ में, न साहिल के साथ में

हमको है मंज़ूर, बस दिल की रहबरी

हम तो खड़े रहते हैं, दिल के साथ में

वरिष्ठ कवियत्री डा शशि गुप्ता के गीत को बहुत प्यार मिला

राम तुम आओ हृदय के द्वार ये धागा जोड़ दूँ,

श्वाँस जो दरबान है उसका मैं रस्ता मोड़ दूँ।

राम नाम शिला धरीं मंदिर बना रघुनाथ का,

एक या दो ही नहीं सहयोग है हर हाथ का,

अब सिंहासन आ विराजो नयनों को सिंगार दूँ।

वरिष्ठ कवि एवम साहित्यकार डा राजेंद्र मिलन की रचना ने वातावरण को सरस बनाया

लाए अयोध्या में मोदी श्रीराम को

योगी श्री राम को ।

आओ चलें हम सभी अयोध्या धाम को

अयोध्या धाम को।

 

मंदिर भी अनुपम हुआ है निर्मित कमाल का

उद्धरण स्वयं शिल्प शैली ललित ललाम का

शत-शत नमन नव्य भव्य दिव्य अभिराम को ।

कवियत्री ज्योत्सना सिंह के गीत को मन से सुना गया

राम-राम सिया जय सिया राम l

राम राम सिया जय सिया राम ll

भारत के कण-कण में राम,

जन-जन के हृदय में राम

राम-राम की धुनि लगी है,

दिन और रात सुबह और शाम

राम-राम सिया जय सिया राम

राम राम सिया जय सिया राम

कवि प्रकाश गुप्ता “बेबाक” के गीत को मन से सुना गया

अंधेरों से कह दो वहीं ठहर जाएं,

भूल कर भी हमारी जानिब न आएं।

हमसे नज़रें मिलाने की जुर्रत भी की तो,

चीर डालेंगी इनको हमारी निगाहें।

कवि डा असीम आनन्द ने कहा

हनुमन मेरे दिल में रहते ,राममय में में हो गया।

राममय मै हो गया,मेरा राममय दिल हो गया ।।

हनुमन मेरे दिल में रहते, राममय मैं हो गया

अंजलि पुत्र महा बलशाली पवन पुत्र नाम है

हाथ में तो गदा विराजे, भक्तिमय मन हो गया ।

हनुमन मेरे दिल में रहते ,राममय मन मैं हो गया ….

काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे संस्कार भारती आगरा महानगर के महामंत्री डा मनोज कुमार पचौरी ने बताया कि अरुणोदय काव्य गोष्ठी के माध्यम से प्रतिमाह नवोदित कवियों को मंच प्रदान किया जाएगा।  नवम्बर 2024 में एक पुस्तिका का प्रकाशन किया जायगा ।

कवि गोष्ठी में सर्वश्री विष्णू वर्मा, श्रीमती अलका अग्रवाल, श्रीमती विजया तिवारी, राजीव क्वात्रा “आगरावासी”, सुधीर कुलश्रेष्ठ, भगवान सहाय, हिरेंद्र नरवार, श्वेता सागर, योगेश चन्द्र शर्मा, अजय गुप्ता, रीता गुप्ता, दिनेश अगरिया आदि ने काव्यपाठ किया।संयोजन नन्द नन्दन गर्ग ने किया.

 

 

सादर

 

नन्द नन्दन गर्ग

 

वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष

 

मोबाईल: 9428879044
संस्कार भारती आगरा महानगर के तत्वावधान में “तृतीय अरुणोदय काव्य गोष्ठी” का शुभारम्भ वरिष्ठ कवि और साहित्यकार डा राजेन्द्र मिलन, डा शशि गुप्ता और संस्कार भारती के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष नन्द नन्दन गर्ग और ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया.

गोष्ठी की अध्यक्षता डा मनोज कुमार पचौरी ने की.

सरस्वती वन्दना डा शशि गुप्ता ने की और ध्येय गीत का गायन संस्कार भारती के महानगर दीपक गर्ग ने किया.

गोष्ठी का संचालन कर रहे राकेश शर्मा निर्मल को बहुत पसंद किया गया

रस्तों के साथ में ,न मंज़िल के साथ में
धारों के साथ में, न साहिल के साथ में
हमको है मंज़ूर, बस दिल की रहबरी
हम तो खड़े रहते हैं, दिल के साथ में

वरिष्ठ कवियत्री डा शशि गुप्ता के गीत को बहुत प्यार मिला

राम तुम आओ हृदय के द्वार ये धागा जोड़ दूँ,
श्वाँस जो दरबान है उसका मैं रस्ता मोड़ दूँ।
राम नाम शिला धरीं मंदिर बना रघुनाथ का,
एक या दो ही नहीं सहयोग है हर हाथ का,
अब सिंघासन आ विराजो नयनों को सिंगार दूँ।

वरिष्ठ कवि एवम साहित्यकार डा राजेंद्र मिलन की रचना ने वातावरण को सरस बनाया

लाए अयोध्या में मोदी श्रीराम को
योगी श्री राम को ।
आओ चलें हम सभी अयोध्या धाम को
अयोध्या धाम को।

मंदिर भी अनुपम हुआ है निर्मित कमाल का
उद्धरण स्वयं शिल्प शैली ललित ललाम का
शत-शत नमन नव्य भव्य दिव्य अभिराम को ।

कवियत्री ज्योत्सना सिंह के गीत को मन से सुना गया

राम-राम सिया जय सिया राम l
राम राम सिया जय सिया राम ll

भारत के कण-कण में राम,
जन-जन के हृदय में राम l
राम-राम की धुनि लगी है,
दिन और रात सुबह और शाम l

राम-राम सिया जय सिया राम l
राम राम सिया जय सिया राम ll

कवि प्रकाश गुप्ता “बेबाक” के गीत को मन से सुना गया

अंधेरों से कह दो वहीं ठहर जाएं,
भूल कर भी हमारी जानिब न आएं।
हमसे नज़रें मिलाने की जुर्रत भी की तो,
चीर डालेंगी इनको हमारी निगाहें।

कवि डा असीम आनन्द ने कहा

हनुमन मेरे दिल में रहते ,राममय में में हो गया।-2
राममय मै हो गया,मेरा राममय दिल हो गया ।।-2
हनुमन मेरे दिल में रहते, राममय मैं हो गया -2
अंजलि पुत्र महा बलशाली पवन पुत्र नाम है _2
हाथ में तो गदा विराजे, भक्तिमय मन हो गया ।
हनुमन मेरे दिल में रहते ,राममय मन मैं हो गया ….

काव्यगौष्ठी की अध्यक्षता कर रहे संस्कार भारती आगरा महानगर के महामंत्री डा मनोज कुमार पचौरी ने बताया कि अरुणोदय काव्य गोष्ठी के माध्यम से प्रतिमाह नवोदित कवियों को मंच प्रदान किया जाएगा तथा नवम्बर 2024 में एक पुस्तिका का प्रकाशन किया जायगा

कवि गोष्ठी में सर्वश्री विष्णू वर्मा, श्रीमती अलका अग्रवाल, श्रीमती विजया तिवारी, राजीव क्वात्रा “आगरावासी”, सुधीर कुलश्रेष्ठ, भगवान सहाय, हिरेंद्र नरवार, श्वेता सागर, योगेश चन्द्र शर्मा, अजय गुप्ता, रीता गुप्ता, दिनेश अगरिया आदि ने काव्यपाठ किया.

संयोजन नन्द नन्दन गर्ग ने किया.

 

 

Dr. Bhanu Pratap Singh