Mathura Kisan agitation

किसान आंदोलनः किसान संगठनों के साथ राजनीतिक दलों ने भरी हूंकार

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गये कृषि विधेयकों के विरोध में शुक्रवार को किसान संगठनों के साथ राजनीतिक दलों ने भी हूंकार भरी। किसान संगठनों के समर्थन में राजनीतिक दल सडक पर उतर आये। जगह जगह नारेबाजी, रोड जाम, प्रदर्शन और ज्ञापन देने का सिलसिल दिन भर चलता रहा।

राजनीतिक तथा गैर राजनीतिक संगठन भी किसानों के समर्थन में उतरे
किसान बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का एलान किया गया था। किसानों के दूसरे गुटों ने भी इसका समर्थन किया। भारतीय किसान यूनियन भानू गुट ने भी बंद में सरीक हुआ। मथुरा में कांग्रेस ने भाकियू के बंद का समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी ने प्रदर्शन कर ज्ञान सौंपा, आम आमदी पार्टी तथा दूसरे राजनीतिक तथा गैर राजनीतिक संगठन भी किसानों के समर्थन में उतरे। कई व्यापारी संगठनों ने भी किसानों की मांगों का समर्थन किया है। हालांकि व्यापारी संगठन आंदोलन में शामिल नहीं हुए।

किसानों को यमुना एक्सप्रेस-वे पर नहीं चढ़ने दिया वहीं रोक लिया गया
महावन के खप्परपुर पुल पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ता यमुना एक्सप्रेस-वे को जाम करने पहुंचे। इससे पूर्व महावन, बलदेव की पुलिस पुल पर पहुंच गयी। एसडीएम महावन कृष्णानंद तिवारी, एस पी राधेश्याम राय, सीओ महावन आई पी एस आरती सिंह मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। किसानों को यमुना एक्सप्रेस-वे पर नहीं चढ़ने दिया वहीं रोक लिया गया। वही किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मथुरा सादाबाद पर धरना जारी रखा मथुरा सादाबाद जाने वाले राहगीरों को आने जाने में मुश्किलें बढ़ी तो सीओ महावन आई पी एस आरती सिंह ने किसान यूनियन को समझाने पर जाम खोला गया तो राहगीरों ने राहत भरी साँसे ली।

कांग्रेसियों ने किसान संगठनों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया

किसान बिल के विरोध में भारतीय किसान यूनियन किसान संगठनों के साथ राजनीतिक दल भी सडक पर उतर आये हैं। शुक्रवार को कांग्रेसियों के प्रदर्शन को देखते हुए होली गेट पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। कांग्रेस ने भाकियू के बंद को समर्थन दिया है। भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद होलीगेट पर कांग्रेसियों ने किसान संगठनों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी ने कहाकि अलोकतांत्रितक तरीके से सदन में विधेयक पास किये गये हैं।

कांग्रेसियों ने ज्ञापन सौंप कर किसान हित में बिल वापस लेने की मांग की

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति को कांग्रेस अपना पूर्ण समर्थन देती है। विनेश सनवाल ने कहाकि सरकार अगर इतने बिल ला सकती है तो एक न्यूनतम समर्थन मूल्य बिल भी सदन में लाया जाये। जिससे तय हो सके कि सरकार फसलों का जो समर्थन मूल्य घोषित करती है उससे कम पर फसल की खरीद न हो सके। किसान को अपनी फसल का पूरा मूल्य मिल सके। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए बडी संख्या में पुलिस बल होली गेट पर तैनात किया गया था। प्रशासनिक अधिकारी भी पूरे दिन घटनाक्रम पर नजर बनाये रहे। तहसीलदार नीरज कुमार को कांग्रेसियों ने ज्ञापन सौंप कर किसान हित में बिल वापस लेने की मांग की। युवक कांग्रेस ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और और ज्ञापन सौंपा। कलक्ट्रेट पर शुक्रवार को पूरे दिन गहमा गहमी रही। युवक कांगे्रस के जिलाध्यक्ष यतेन्द्र मुकद्दम ने कहाकि कांग्रेस किसानों के साथ हर लडाई में सामिल है। इससे पहले गुरूवार की शाम को होलीगेट पर किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकला।

इस नीति के द्वारा किसान अपनी ही जमीन में मजदूर बनकर रह जाएगा

समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सपा एवं युवजन सभा के नेतृत्व में किसानों एवं श्रमिकों के हित पर आघात पहुंचाने वाले कृषि एवं श्रम कानून के विरोध में जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने के पश्चात पूर्व जिला अध्यक्ष सपा ने अपने कहा कि समाजवादी पार्टी बीजेपी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि एवं श्रम कानून का विरोध करती है, इस नीति के द्वारा किसान अपनी ही जमीन में मजदूर बनकर रह जाएगा, किसानों एवं श्रमिकों को लेकर बीजेपी सरकार का रवैया अन्याय पूर्ण हो रहा है ।

भाजपा सरकार की नीतियां सदैव से ही किसान एवं श्रम विरोधी विरोधी रही हैं
सयुस जिलाअध्यक्ष साहुन खान एवं महासचिव लोकेन्द्र चौधरी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार की नीतियां सदैव से ही किसान एवं श्रम विरोधी विरोधी रही हैं। अब देश में अन्नदाता को उत्पीड़ित किया जा रहा है। सरकार द्वारा समय रहते अगर कृषि एवं श्रम कानून को वापस नहीं लिया गया तो किसान व खेती दोनों ही पूर्णता बर्बाद हो जाएंगे। सरकार अपनी दोगली नीति के द्वारा किसान से उसका मालिकाना हक छीन कर कॉर्पोरेट घरानों को मालिकाना हक देना चाहते है। नए प्रावधान में अब बड़े फैक्ट्री मालिकों के हाथ में छटनी का हथियार आ गया है जिसका दुरुपयोग करके दबाव डालकर एक तो कर्मचारी यूनियन ही नहीं बनने देंगे, दूसरे अपने कर्मचारियों की छटनी का जब तब भय दिखाकर उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रखने को स्वतंत्र होंगे भाजपा कर्मचारियों के हितों की हत्या कर मार्गों को मलाई बांटने का काम कर रही है।

इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष रणवीर धनगर ,सतीश पटेल ,रघुराज यादव भूराशेख, मुनव्वर हुसैन,राजेन्द्र माहौर,मोहम्मद अय्यूब, इमरान फारूकी, जीशान कुरैशी, सचिन सैनी, अमित प्रताप गौतम, विजेंद्र चौधरी,किशन लाल, शाहिद अल्वी,राजेश शर्मा, बबुआ कुरैशी, शाहरुख उस्मानी,कमरुद्दीन मलिक,लोकेंद्र चौधरी, अमित यादव, आरिफ कुरैशी, सद्दाम,कौशल सैनी, तनवीर अहमद, जागेश्वर यादव ,श्याम मुरारी चौहान, साहुन खान, लोकेंद्र चौधरी, रणवीर धनगर, भारत भूषण शर्मा, सौरभ चौधरी, भूरा शेख, अमित यादव ,कौशल सैनी, मुन्ना मलिक, गुड्डू खान, सचिन सैनी, भरत शर्मा, पवन चौधरी, शाहिद अल्वी , आरिफ कुरैशी, सतीश पटेल,राजेश शर्मा, राजेंद्र माहौर ,कमरुद्दीन, अयूब खान एवं अन्य सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh