दादाबाड़ी में दो जैन संतों को अदभुत मिलन, महावीर के सिद्धांतों पर चलने ही से आत्मकल्याण: महाराज इंद्रजीत विजय

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वल्लभ नगर बालूगंज में 14 जुलाई को होगा नगर प्रवेश, दादाबाड़ी में हुए प्रवचन

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.वल्लभ नगर बालूगंज में चातुर्मास के लिए पधारे और दादाबाड़ी, शाहगंज, आगरा में आज उस समय खुशी का पारावर नहीं रहा जब जैन श्वेताम्बर संतों का मिलन हुआ। जैन संत डॉ. इंद्रजीत विजय जी महाराज और कमलमुनि जी कमलेश महाराज का हुआ मंगल मिलन। जैन धर्म के दो समुदायों के साधु भगवन का अदभुत मिलन देख हर कोई हर्षित हो उठा। श्री संघ के पूर्व संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बताया कि जैन संतों का ऐसा मिलन श्रद्धालुओं के लिए कल्याणकारी होता है।

आचार्य श्री धर्मधुरंधर सूरीश्वर जी महाराज के समुदायवर्ती गणी डॉ. इंद्रजीत विजय जी महाराज आदि ठाणा-3 और स्थानकमार्गी श्रमण संघीय आचार्य शिव मुनि जी महाराज के अज्ञानुवर्ती श्री कमलमुनि जी कमलेश के शिष्य हठयोगी श्री धैर्यमुनि जी महाराज के मंगल प्रवचन दादाबाड़ी में हुए। श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्री संघ रोशन मोहल्ला और श्री वर्धमान महावीर स्वामी मंदिर दादाबाड़ी ट्रस्ट की ओर से यह धार्मिक आयोजन किया गया।

इस मौके पर इंद्र विजय जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि जब जीव को यह चार दुर्लभ चीज मिलती हैं तब ही वह आत्म कल्याण कर सकता है। प्रथम- मानव जीवन, द्वितीय- धर्म, तृतीय- श्रद्धा और चतुर्थ- संयम। उन्होंने कहा कि परमात्मा महावीर के सिद्धांतों का अपने जीवन में आत्मसात करने से ही आत्म कल्याण हो सकता है। कमलेश जी महाराज ने कहा आत्मा तो आत्मा तो निश्छल होती है। सांसारिक जीवन के कार्यों से वह दूषित हो जाती है। दूषित आत्मा को परमार्थ कार्य करके शुद्ध बना सकते हैं।

आत्मानंद सभा बालूगंज के अध्यक्ष निर्मल जैन ने सभी से 14 जुलाई को प्रातः 8:00 बजे नगर प्रवेश के लिए भाग लेने के लिए आग्रह किया।

दुष्यंत जैन ने संतों का वंदन करते हुए उपस्थिति के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर रॉबिन जैन, अनिल जैन, कीर्ति जैन, विनय वागचर, अशोक कोठारी, विपिन जैन, राजीव, अंकित पाटनी आदि उपस्थित थे।

Dr. Bhanu Pratap Singh