IMF और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में G-20 अध्यक्ष के तौर पर भारत की भूमिका को सराहा गया

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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान कई प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत द्वारा निभाई गई भूमिका की बड़ी सराहना की गई. भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

भारत ने 9-10 सितंबर तक नयी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. इस शिखर सम्मेलन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रमुख मतभेदों को दूर करते हुए आम सहमति से 37 पेज के घोषणा पत्र को अपनाया और वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए.

आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के मौके पर शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया, “वैश्विक स्तर के लिए प्रासंगिक कई मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 में भारत की अध्यक्षता की व्यापक सराहना हो रही है.”

भारतीय प्रतिनिधिमंडल हुआ शामिल

मौजूदा लोकसभा चुनाव के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं. उनके स्थान पर इस बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकान्त दास और आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी कर रहे हैं.

इससे पहले इस बैठक में भारत के आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ने चुनौतीपूर्ण वैश्विक हालात के बावजूद निरंतर खपत तथा निवेश के मामले में पिछले साल मजबूत वृद्धि दर्ज की है. उन्होंने विश्व बैंक समिति को बताया कि वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमान जिसे दूसरे अग्रिम अनुमान में 7.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया गया है.

वहीं, अजय सेठ ने विकास समिति को बताया कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत की निरंतर वृद्धि के अनुरूप भारतीय पूंजी बाजार वित्त वर्ष 2023-24 में उभरते बाजारों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक बना हुआ है.

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh