गांधी जी साध्य और साधन की पवित्रता में विश्वास रखते थे

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Mathura (Uttar Pradesh, India)। मथुरा। गांधी जी साध्य और साधन की पवित्रता में विश्वास रखते थे। उन्होंने समाज के अनेक पहलुओं, राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक समरसता के माध्यम से राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोकर सशक्त बनाने में अद्वितीय भूमिका का निर्वहन किया। उन्होंने अपने प्रत्येक कार्य में मन, वाणी एवं कर्म की सुचिता को बनाये रखा। जहां एक और उन्होंने सामाजिक चिंतन करते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का ध्यान रखते हुए अन्त्योदय पर जोर दिया, वहीं उन्होंने अपने लक्ष्य की पूर्ति के लिए सच्चाई और अहिंसा के मार्ग को अपनाया।

गांधी जी पहले स्वयं नियमों पालन करते थे, तत्पश्चात अन्य लोगों को शिक्षा देते थे
यह विचार जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने कलेक्ट्रेट सभागार में 02 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस पर उनके चित्रों पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित करने के पश्चात व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि गांधी जी पहले स्वयं नियमों पालन करते थे, तत्पश्चात अन्य लोगों को शिक्षा देते थे। गांधी जी अपने माता से सर्वाधिक प्रभावित थे। उनकी माता के आदर्शों ने गांधी जी के जीवन पर विशेष प्रभाव डाला।

महात्मा गांधी के आदर्शों, सिद्धांतों और उनके सद्विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है
श्री मिश्र ने कहा कि 02 अक्टूबर उन सहासी ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं क्रान्तिकारियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का बेहतर अवसर है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की बलिबेदी पर अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। आज का दिन हम सबको राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों, सिद्धांतों और उनके सद्विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। हम उनके विचारों को अपना कर गांधी एवं शास्त्री जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।

गांधी जी ने जातिगत भेदभाव, सम्प्रदाय वाद से ऊपर उठकर समाज में एकता को बल दिया
जिलाधिकारी ने कहा कि गांधी जी ने जातिगत भेदभाव, सम्प्रदाय वाद से ऊपर उठकर समाज में एकता को बल दिया। उन्होंने समाज में फैली हुई बुराईयों  को दूर करने एवं महिला सशक्तिकरण पर भी बल दिया। उन्हांेने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही है अनेक लाभार्थीपरक योजनाओं पर भी अपने विचार व्यक्त किये। महात्मा गांधी द्वारा सादा जीवन उच्च विचार मितव्ययिता, नैतिकता, भाईचारा तथा सर्वधर्म सम्भाव जैसे आर्दशों को अपने जीवन में अपना कर अन्य लोगों को प्रेरणा दी है।

सभी वर्गों की उन्नति, कल्याण एवं सर्वागीण विकास हेतु कृत संकल्पित है
श्री मिश्र ने कहा कि वर्तमान सरकार का लक्ष्य लोक संकल्प पत्र के अनुसार आकांक्षाओं की पूर्ति तथा राज्य का समग्र विकास करना है। राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास के आधार पर सभी वर्गों की उन्नति, कल्याण एवं सर्वागीण विकास हेतु कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी श्रृंखला को तोड़ने के लिए सभी उपाये अपनाये जा रहे हैं। इसके साथ ही इस आपदा की घड़ी में डटकर मुकाबला किया जा रहा है और साथ ही विकास की गति को भी बरकरार रखा जा रहा है। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, जिला अभिहित अधिकारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अशोक शर्मा सहित अन्य लोगों ने भी गांधी जी के आदर्शों पर अपने विचार व्यक्त किये। प्रातः नौ बजे जिलाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण कर गांधी जयन्ती कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बृजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह, ज्वांइट मजिस्ट्रेट दीक्षा जैन, एसएलओ सुरेन्द्र प्रसाद यादव, उप जिलाधिकारी रामदत्त राम, ओमप्रकाश तिवारी, भंवर सिंह, जिला अभिहित अधिकारी चन्दन पाण्डेय सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
दूसरी ओर सिविल लाइन में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी डा.गौरव ग्रोवर ने गांधी एवं शास्त्री जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर ने के बाद सलामी दी।

Dr. Bhanu Pratap Singh