अगले 25 सालों तक जीत का फॉर्मूला तय करने बैठे पीएम मोदी, भाजपा और देश का नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए युवाओं को विशेष महत्व

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चार राज्यों में चुनावी जीत के बाद अब भाजपा 2024 आम चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। बीजेपी आलाकमान ने चारों राज्यों में जीत के बाद उन राज्यों के नेताओं से बातचीत की। भाजपा आलाकमान 2024 के राष्ट्रीय चुनाव की तैयारी के लिए पिछले सप्ताह से योजना बनाने में लगा हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए कई बैठकें की हैं।
यूपी ने तोड़ा दशकों का इतिहास
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने के बाद योगी आदित्यनाथ ने यूपी की दशकों का राजनीतिक इतिहास बदल दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर से चुनाव जीते। सीएम योगी उन सभी बैठकों में शामिल थे जिसमें पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा जैसे बीजेपी के शीर्षस्थ नेता शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि वह 21 मार्च को शपथ ले सकते हैं। भाजपा नेतृत्व ने सभी जीतने वाले उम्मीदवारों का डाटा मांगा है, ताकि मंत्रियों की पहचान की जा सके।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को दिया मंत्र
सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों का चुनाव कुछ कारकों को ध्यान में किया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आलाकमान ने जाति और क्षेत्रीय गणना, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) का उचित प्रतिनिधित्व, और युवाओं, महिलाओं और शैक्षणिक योग्यता पर जोर दिया है। खबर के मुताबिक पीएम मोदी ने अपने नेताओं को अगले 25 सालों तक देश में सरकार बने रहने का प्लान बनाने को कहा। पीएम मोदी ने कथित तौर पर अपने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि भाजपा और देश के लिए नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए युवाओं का विशेष महत्व है।
सांसदों को दी जिम्मेदारी
आलाकमान ने अपने सांसदों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में ऐसे 100 मतदान केंद्रों का पता लगाएं, जहां पार्टी ने चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। उन्हें कारणों की पहचान करनी होगी और समाधान भी खोजना होगा।
उत्तर प्रदेश को मिल सकते हैं 20 नए मंत्री
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को 20 नए मंत्री मिल सकते हैं। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य सहित ग्यारह मंत्री चुनाव हार गए और चार दल बदल गए। इससे 15 पद खाली पड़े हुए हैं।
निकाले जा सकते हैं पूर्व मंत्री
सूत्रों का कहना है कि खराब प्रदर्शन के कारण कुछ मंत्रियों को बर्खास्त किए जाने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि नए मंत्रियों की पहचान जाटव समुदाय पर ध्यान केंद्रित करने के साथ की जा रही है, जिसके बारे में माना जाता है कि उन्होंने मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से भाजपा में अपनी निष्ठा बदल ली है। स्वतंत्र देव सिंह उपमुख्यमंत्री के रूप में केशव मौर्य की जगह लेने के लिए सबसे आगे हैं। उत्तराखंड के राज्यपाल पद से चुनाव लड़ने वाली बेबीरानी मौर्य को बड़ा पद दिया जा सकता है। एसके शर्मा, असीम अरुण और राजेश्वर सिंह जैसे पूर्व नौकरशाहों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh