घर से बाहर निकलने से हमारी सोच में बदलाव आता है: राज्यपाल

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Hathras (Uttar Pradesh, India) । प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बुधवार को हाथरस के दौरे पर पहुँचीं। राज्यपाल का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर उतरा। इसके बाद राज्यपाल ने स्टाल के निरीक्षणों के साथ ही महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के सदस्यों, अग्रणी बैंक के प्रबंधकों और कृषि उत्पादक संगठन के सदस्यों और प्रगतिशील किसानों के साथ बैठक की।

राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने न्यू पुलिस लाईन हाथरस में आयोजित कार्यक्रम में  21 दिव्यांग लाभार्थियों को ट्राई साईकिल एवं 16 वैशाखी का वितरण किया। उन्होनें दिव्यांगों से आत्मनिर्भर बनने हेतु संवाद करते हुये शासन द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के माध्यम से रोजगर को अपना कर स्वावलम्बी बनने को कहा।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों की बालिकाओं को जिन्होंने हाई स्कूल तथा इंटर में की परीक्षा उत्तीर्ण की है 21 छात्राओं को साइकिल की चाबी वितरित की। उन्होने सभी छात्राओं से आगे शिक्षा को जारी रखते हुये अपने परिवार एवं जनपद, देश का नाम रोशन करने को कहा। राज्यपाल ने एफपीओ एवं प्रगतिशील किसानों तथा जनपद में संचालित स्वयं सहायता समूह के साथ बैठक की। उन्होने प्रगतिशील किसानों, एफपीओ एवं स्वयं सहायता समूह की सदस्याओं से परिचय प्राप्त करते हुए उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल ने महिलाओं की ओर से चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से बातचीत की।  
जिले की पुलिस लाइन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने  स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। विभाग द्वारा आयुष्मान भारत योजना, परिवार नियोजन, मातृ शिशु, कुष्ठ रोग, मलेरिया विभाग, क्षय रोग विभाग, कोरोना  हेल्प डेस्क आदि लगाई गई थी । राज्यपाल के द्वारा वर्तमान में चल रही स्वास्थ्य विभाग की महत्वूर्ण योजनाओ के बारे में चर्चा की गई।  

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में चर्चा की एवं प्रथम बार गर्भ धारण करने वाली पात्र महिला लाभार्थियों को दी जाने वाली किस्तों के बारे में जानकारी ली। योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक अवनेंद्र कुमार राठौर ने राज्यपाल को बताया कि जिले में अब तक 33,103 महिलाओं का पंजीकरण किया जा चुका है। प्रदेश में जिले का 6 वां स्थान है।  

साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में जानकरी ली। वर्तमान में जिले में 1411 बेसिक टीबी रोगी हैं। साथ ही 26 एमडीआर के रोगी हैं। निक्षय पोषण योजना के तहत 6482 मरीजों को अप्रैल 2018 से अबतक लाभ दिया जा चुका है।

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आप सभी लोग बचत करते हैं, बैंक में डालते है। उन्होंने कहा कि बाहर निकलने से बड़ा फायदा यह होता है कि हमारी सोच में बदलाव आता है।