कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद की चर्चा पूरे देश में हो रही है. अलग-अलग पार्टियों की तरफ़ से भी इसको लेकर बयान सामने आ रहे हैं. अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि इस वक्त देश को यूनिफॉर्म सिविल कोड की ज़रूरत है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा, ”आज देश के जो हालात हैं उसमें एक देश, एक क़ानून होना चाहिए. ये देश एक है इसलिए क़ानून भी एक होना चाहिए. ये इस देश का दुर्भाग्य है कि वोट के सौदागरों ने तुष्टिकरण की राजनीति के कारण देश के हालात इतने बिगाड़ दिए हैं.”
समान नागरिक संहिता या फिर यूनिफार्म सिविल कोड को लेकर देशभर में चर्चा सालों से चली आ रही है.
हिजाब विवाद क्या है?
ये मामला तब सुर्ख़ियों में आया जब उडुपी के एक प्री-यूनिवर्सिटी गवर्नमेंट कॉलेज की लगभग आधा दर्जन छात्राओं ने हिजाब उतारने से इंक़ार कर दिया.
दूसरे वर्ष की इन छात्राओं ने हिजाब उतारकर क्लास में बैठने की अपीलों को ख़ारिज कर दिया. जब इन छात्राओं की बात नहीं सुनी गई तो इन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया.
ये मामला तब और बढ़ गया जब उडुपी ज़िले के कॉलेज में लड़कियों के हिजाब के जवाब में कुछ छात्र भगवा शॉल पहन कर चले आए थे. इसके बाद लड़कियों ने भी भगवा शॉल पहन कर जुलुस की शक्ल में एक प्राइवेट कॉलेज में घुसने की कोशिश की.
मामला तूल पकड़ता गया और राजनीतिक पार्टियां भी इस विवाद में कूद पड़ीं. फ़िलहाल, इस मामले पर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस मामले में अगली सुनवाई कर्नाटक हाईकोर्ट में सोमवार को होगी.
-एजेंसियां
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