भरूच सीट AAP को दिए जाने से नाराज कांग्रेस के खिलाफ मुखर हुईं मुमताज पटेल

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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को सीट बंटवारे की घोषणा की जिसके तहत दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी के खाते में जो सीटें आई हैं, उनमें है गुजरात की भरूच लोकसभा सीट। भरूच को लेकर पिछले कुछ दिनों से दोनों दलों के बीच पेंच फंसा हुआ था क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अहमद पटेल के पुत्र फैसल पटेल और पुत्री मुमताज पटेल यह सीट आम आदमी पार्टी को दिए जाने का विरोध कर रहे थे। इस सीट पर फैसल और उनकी बहन मुमताज कांग्रेस की तरफ से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे।

अब आम आदमी पार्टी को यह सीट दिए जाने पर बेटी मुमताज पटेल कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गई हैं। उन्होंने इस सीट को इमोशन के साथ जोड़ते हुए कहा कि वह अपने पिता की 45 साल की विरासत को यूंही नहीं जाने देंगी। उन्होंने खुद को भरूच की बेटी भी बताया।

आम आदमी पार्टी ने समझौते के बाद भरूच की लोकसभा सीट से अपने विधायक चैतर वसावा को उतारा है। इसकी भनक मुमताज पटेल के परिवार को पहले से ही थी। बीते कई दिनों से वह लगातार पोस्ट करके इस बात का संकेत दे रही थीं कि भरूच उनका परिवार और पिता की विरासत है।

मुमताज ने पीया कड़वा घूंट

आप के खाते में सीट जाने के ऐलान पर मुमताज पटेल ने कहा, ‘भरूच लोकसभा सीट को गठबंधन में सुरक्षित नहीं कर पाने के लिए हमारे जिला कैडर से गहरी माफी मांगती हूं। मैं आपसे निराश हुई हूं। हम साथ मिलकर कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए फिर से एकजुट होंगे। हम अहमद पटेल की 45 साल की विरासत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।’ मुमताज पटेल ने खुद को भरूच की बेटी बताते हुए हैशटैग के साथ पोस्ट शेयर की।

मुमताज पटेल के सामने एक ही रास्ता

मुमताज पेटल ने इससे पहले राहुल गांधी के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- ‘मैं एक सच्ची कांग्रेसी हूं, मेरे पिता अहमद पटेल की तरह कांग्रेस पार्टी के प्रति अटूट निष्ठा और समर्पण की विरासत को प्रेरित हूं, एक ऐसी प्रतिबद्धता जो मेरी आखिरी सांस तक बनी रहेगी। कहा जा रहा है कि मुमताज पटेल सीट जाने पर कड़वा घूंट पीकर रह गई हैं हालांकि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकती है।

उन्होंने अपने बयान में साफ कहा है कि अगर भरूच की सीट चली भी गई तो भी वह कांग्रेस के फैसले को स्वीकार करती हैं। हालांकि उनके भाई फैजल बीते दिनों से बीजेपी के संपर्क में हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि बीजेपी अहमद पटेल के परिवार को प्राथमिकता नहीं देगी।

गुजरात की भरूच सीट का सीन

भरूच लोकसभा सीट ऐसी है जहां मुमताज पटेल काफी एक्टिव रहती हैं। अहमद पटेल के देहांत के बाद से यहां मुमताज पटेल को लोग गंभीरता से लेते हैं न की उनके बेटे फैजल को। यही कारण है कि पब्लिक के बीच मुमताज ही एक्टिव रहती हैं। वह खुद को भरूच की बेटी रीप्रजेंट करती हैं। वह लोगों के बीच इमोशनल टच बनाकर रखती हैं। अगर मुमताज पटेल बीजेपी में जाना भी चाहें तो भी बीजेपी उन्हें प्राथमिकता नहीं देगी, क्योंकि गुजरात में बीजेपी की छवि हिंदू पार्टी की है। पार्टी ने आजतक किसी भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया है।

पिता की संभाल रहीं विरासत

मुमताज पटेल अपने पिता की विरासत और सियासत दोनों ही संभाल रही हैं। पिता के निधन के बाद से मुमताज का ज्यादातर समय भरूच में ही बीतता है। वह इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में थीं। कहा जाता है कि वह विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी पेश नहीं की थी क्योंकि वह लोकसभा टिकट चाहती थीं। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उनकी तैयारी दिल्ली से भरूच और अपना घर संभालने की थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh