Agra News: एक्सीडेंट क्लेम पाने को पीड़ित इलेक्ट्रिक बस ड्राइवर परिवार सहित धरने पर बैठा, मानी गयी माँग

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आगरा:- दुर्घटना में अपने बाएं हाथ का पंजा गवा बैठे बस ड्राइवर को बीते ग्यारह महीनों से इलाज में खर्च हुए रुपये पाने के लिए कड़कड़ाती ठंड में परिवार सहित धरने पर डिपो के बाहर बैठना पड़ा। सुबह से शहर में एक भी बस डिपो से रवाना नहीं हुई जिसके चलते लोगो को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ा। पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए धरने में भानू के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। इलाज में खर्च रुपयों की माँग मान लिए जाने के बाद धरने को समाप्त कर दिया गया जिसके बाद बसें डिपो से रवाना हुईं।

एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत फाउंड्री नगर में इलेक्ट्रिक बस डिपो है। डिपो में ड्राइवर के पद पर तैनात ब्रह्मा सिंह पुत्र किशन सिंह निवासी नाई की सराय टेडी बगिया का 28 जनवरी 2024 को ग्वालियर रोड पर देवरी के पास एक्सीडेंट हो गया था। एक्सीडेंट में ब्रह्मा सिंह के बाएं हाथ का पंजा कटकर अलग हो गया था। जिसके इलाज में उनका ढाई लाख रुपयों का खर्चा हुआ था। दुर्घटना बीमे के तहत वह कंपासी कंपनी से अपने इन रुपयों की माँग पिछले ग्यारह महीनों से लगातार करते आ रहे थे। इलाज के पैसे देने की बजाय कंपनी द्वारा उनको अलग-अलग बहाने बनाकर टहलाया जा रहा था। आश्वासनों से निराश होकर मंगलवार की सुबह 4:30 बजे वह परिवार सहित कड़कड़ाती ठंड में डिपो के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए।

चालको और परिचालकों ने दिया धरने में समर्थन

आगरा शहर में संचालित इलेक्ट्रिक बसों के चालको और परिचालकों द्वारा ब्रह्मा सिंह के धरने में अपना समर्थन देते हुए एक भी बस डिपो से बाहर नहीं निकाली। उनका कहना था कि एक्सीडेंट का बाद से पीड़ित और उसके परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तनख्वाह भी अभी नही दी गई है जिसके कारण परिवार को चलाने में काफी परेशानियों उत्पन्न हो रही हैं।

धरने में शामिल हुए भानु के कार्यकर्ता

पीड़ित परिवार द्वारा धरने की सूचना मिलते ही भाकियू भानु के प्रदेश अध्यक्ष युवा पवन समाधिया अपने अन्य कार्यकर्ताओ के साथ धरने में शामिल होने पहुँच गए। उनका कहना था कि जब तक पीड़ित परिवार को दुर्घटना बीमे की राशि नही मिल जाती व्यह धरने पर बैठे रहेंगे।

माँग मानी जाने के बाद बसों का हुआ संचालन

डिपो प्रबंधक आशुतोष वर्मा द्वारा सुबह 11 करीब पीड़ित परिवार की मांगों को मानते हुए इलाज में खर्च हुए ढाई लाख रुपयों की माँग को मान लिया गया। माँग माने जाने के बाद तकरीबन 11:15 बजे डिपो से बसें शहर में संचालन के लिए रवाना हुई।

रिपोर्टर- लवी किशोर


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Dr. Bhanu Pratap Singh