Agra News: निलंबित ट्रेनी दरोगा ने व्हाट्स ग्रुप पर बयां किया दर्द, शाहगंज पुलिस द्वारा टप्पेबाजों को छोड़ने का मामला

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आगरा: थाना शाहगंज के तीन पुलिसकर्मियों को टप्पेबाज गैंग से लेन-देन कर छोड़ने के मामले में निलंबन के बाद एक ट्रेनी दरोगा का दर्द सामने आया। उसने थाने के वॉट्सऐप ग्रुप में अपने मन की भड़ास निकाली। उसने लिखा किसी का किया किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, निलंबन के आदेश के बाद तीनों पुलिसकर्मी अपने अधिकारी से मिले। तीनों ने घटना के संबंध में जो हुआ विस्तार से उन्हें बताया। उन्होंने कहाकि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी दोनों को घटना की जानकारी थी। चौकी प्रभारी ने पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा था। पुलिसकर्मी टप्पेबाजों को चौकी पर बैठाकर दूसरे काम से चले गए थे।

सूत्रों के अनुसार निलंबित दरोगा ने थाने के बने ग्रुप पर लिखा कि दोस्तों आप सबके प्यार सम्मान के लिए आभारी हूं। दिल लगाके काम करा। सभी छोटे बड़े लोगों का सम्मान करा। कुछ लोगों को व्यवहार आदत पसंद नहीं आई। लेकिन ऐसे कुछ लोग हमेशा जीवन में होते ही हैं और सबको हम संतुष्ट कर भी नहीं सकते हैं।

बाकी आज रवानगी भी हुई और तथाकथित किसी मामले में मुझे सस्पेंड भी किया गया है, जिसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है। थाने के स्टाफ को दिल से धन्यवाद। आप सब ने हमेशा साथ दिया। बाकी बहुत बार जीवन में ऐसा होता है किसी का किया धरा किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। न कभी गलत करा और न गलत सहेंगे जय हिंद दोस्तों।

गौरतलब है कि जनकपुरी आयोजन के दौरान दिल्ली के चार टप्पेबाज पकड़े गए थे। उन्होंने एक मोबाइल फोन व्यापारी को साढ़े तीन लाख रुपये का सोना बेचा था। सोना टप्पेबाजी का था। कोतवाली क्षेत्र में एक व्यापारी के यहां सोना गलवाकर लाए थे।

मोबाइल फोन व्यापारी ने सोने की शुद्धता की जांच कराई तो कम निकली। उसने पुलिस से शिकायत की। पुलिस के कहने पर व्यापारी ने टप्पेबाजों को बुलाया। पुलिस ने उन्हें पकड़कर शाहगंज डिवीजन चौकी ले गई थी। रात भर वहां रखा था। उसके बाद चारों को छोड़ दिया था। उनसे पूछताछ के बाद कोतवाली से भी एक सराफ को उठाया था। बाद में उसे भी छोड़ दिया गया।

थाने से टप्पेबाजों को छोड़ने की शिकायत अधिकारियों से हुई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने गुरुवार को इस मामले में प्रशिक्षु दरोगा शुभम सिंह, सिपाही प्रशांत और संजीव अत्री को निलंबित किया था। थाने से मिली रिपोर्ट के आधार पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।

साभार सहित

Dr. Bhanu Pratap Singh