Agra News: ताजमहल के पार्क में नमाज पढ़ने से भड़के हिंदूवादी संगठन, ASI को सौंपा ज्ञापन, टोपी पर भी रोक लगाने की मांग

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आगरा: विश्व धरोहर ताजमहल (तेजोमहालय) में एक बार फिर विवाद छिड़ गया है। वृहस्पतिवार को एक मुस्लिम पर्यटक द्वारा ताजमहल परिसर में सफेद कपड़ों और सिर पर टोपी लगाकर नमाज अदा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश फैल गया। संगठनों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को ज्ञापन सौंपकर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

न्यायालय के आदेश का उल्लंघन बताया

ज्ञापन में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने कहा कि माननीय न्यायालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ताजमहल की शाही मस्जिद में केवल शुक्रवार और ईद के दिन ही नमाज अदा की जा सकती है। इसके बावजूद समय-समय पर कुछ पर्यटक जानबूझकर परिसर के भीतर नमाज अदा कर वीडियो वायरल कर रहे हैं।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि इस प्रकार की हरकतें न केवल न्यायालय के आदेशों की अवहेलना हैं, बल्कि सनातन धर्मावलंबियों की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करती हैं.

ASI पर लापरवाही का आरोप

ज्ञापन में यह आरोप लगाया गया कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद ASI या स्थानीय प्रशासन ने अब तक उस पर्यटक के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि “अगर कोई सनातनी भगवा पहनकर ताजमहल में जाता है, तो उसके वस्त्र गेट पर ही उतरवा लिए जाते हैं ताकि वह अंदर हनुमान चालीसा या आरती न कर सके, मगर नमाज पढ़ने वालों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती।”

टोपी पर रोक की मांग

ज्ञापन में हिंदू संगठनों ने मांग की है कि ताजमहल या तेजोमहालय में प्रवेश के समय मुख्य चेकिंग प्वाइंट पर टोपी भी जमा कराई जाए, ताकि कोई व्यक्ति परिसर के अंदर नमाज अदा न कर सके।

ज्ञापन में लिखा गया “जिस तरह पानी की बोतल में गंगाजल ले जाने पर रोक लगाई गई थी ताकि कोई जलाभिषेक न कर सके, उसी तरह नमाज रोकने के लिए टोपी पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक है। इससे कानून की भी रक्षा होगी और तेजोमहालय की पवित्रता भी बनी रहेगी।”

24 घंटे में कार्रवाई न हुई तो चेतावनी

ज्ञापन में यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर 24 घंटे के भीतर नमाज पढ़ने वाले पर्यटक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, तो सनातनी कार्यकर्ता भी भगवा पहनकर ताजमहल के अंदर शिव चालीसा का पाठ करने के लिए बाध्य होंगे।
संगठनों ने कहा कि यदि मुस्लिम पर्यटक पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो फिर हिंदू श्रद्धालुओं पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।

ASI से सख्त निगरानी की मांग

ज्ञापन में यह भी सुझाव दिया गया कि भविष्य में ताजमहल के हर हिस्से में CCTV निगरानी बढ़ाई जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को दोबारा न दोहराया जा सके।

— रिपोर्ट: up18 न्यूज़, आगरा

Dr. Bhanu Pratap Singh